शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कैसे करें। शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए सम्पूर्ण जानकारी।
अगर इन्वेस्टमेंट विकल्पों की बात आए तो शेयर मार्केट को हमेशा प्रथम विकल्प के तौर पर देखा जाता हैं। इसका सीधा सा कारण हैं स्टॉक मार्केट जैसे रिटर्न शायद ही आपको कोई अन्य निवेश विकल्प में देखने को मिले। लेकिन शेयर मार्केट में अच्छे रिटर्न देने की क्षमता के साथ रिस्क भी सबसे ज्यादा होती हैं।
शेयर मार्केट से अमीर बनने के ख़्वाब हम सब देखते हैं। परन्तु सफल वही होता हैं जो इसे सही तरीके से सीखता रहता हैं। इसीलिए शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने से पहले आपको शेयर मार्केट की जानकारी अच्छे से प्राप्त कर लेनी चाहिए।
अगर आप एक नए निवेशक हैं और शेयर बाजार को सीखना चाहते हैं तो इस आर्टिकल में आपको शेयर मार्केट में कैसे इन्वेस्ट करें की सम्पूर्ण जानकारी मिल जाएगी।
स्टॉक मार्केट में निवेश करना कई व्यक्तियों को बहुत ही ज्यादा पेचीदा लगता हैं। अगर आपको स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट कैसे करें की सही जानकारी मिल जाए तो आपके लिए ये बहुत आसान हो जाता हैं। निम्न स्टेप्स की मदद से आप शेयर मार्केट में पैसा कैसे इन्वेस्ट करें की सम्पूर्ण प्रक्रिया समझ जायेंगे।
शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कैसे करे
1. शेयर मार्केट के लिए डाक्यूमेंट्स
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए आपको सर्वप्रथम एक ट्रेडिंग एंड डीमैट अकाउंट खुलवाना होता हैं। इसे खुलवाने के लिए आपको कुछ डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती हैं।
(i) पैन कार्ड – स्टॉक मार्केट में निवेश करने के लिए आपके पास में पैन कार्ड होना अनिवार्य हैं। बिना पैन कार्ड आप अपना डीमैट अकाउंट नहीं खुलवा सकते। पैन नंबर एक 10 डिजिट का कार्ड होता है जिसका पूरा नाम परमानेंट अकाउंट नंबर होता है। अगर आपके पास पैन कार्ड नहीं है तो आप इसे NSDL की वेबसाइट से ऑनलाइन भी बनवा सकते हैं।
(ii) आधार कार्ड – एड्रेस प्रूफ के तौर पर आपके पास में आधार कार्ड भी होना जरूरी है। डीमैट अकाउंट के लिए ऑनलाइन एप्लीकेशन में आधार कार्ड ई-साइन में मदद करता हैं। इसके अतिरिक्त आप अपने KYC डॉक्युमेंट्स भी सबमिट कर सकते हैं।
(iii) बैंक अकाउंट – अगर आप शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने जा रहे हैं तो आपके पास पहले से एक बैंक अकाउंट होना चाहिए। साथ ही आपके पास में इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा भी होनी चाहिए।
वैसे आजकल गूगल पे, UPI के माध्यम से भी डिमैट अकाउंट में फंड ऐड करने की सुविधा मिल जाती है। फिर भी आपको अपने बैंक अकाउंट में इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा ले लेनी चाहिए।
अगर आपको स्टॉक मार्केट में किसी कंपनी के शेयर खरीदने हैं तो आप सीधे स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से शेयर नहीं खरीद सकते हैं। आप शेयर मार्केट में किसी ब्रोकर के माध्यम से ही शेयर खरीद सकते हैं। यह ब्रोकर आपके और स्टॉक एक्सचेंज के मध्य एक मध्यस्थ का काम करता है।
ब्रोकर आपको डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट की सुविधा उपलब्ध करवाता है जिसके माध्यम से आप शेयर खरीद सकते हैं। शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए एक विश्वसनीय और रेपुटेड ब्रोकर का चुनाव करना आवश्यक है। मार्केट में बहुत से डिस्काउंट ब्रोकर और फुल सर्विस ब्रोकर उपलब्ध हैं।
एक स्टॉक मार्केट बिगिनर के तौर पर आपके लिए एक डिस्काउंट ब्रोकर सही रहेगा। डिस्काउंट ब्रोकर में ब्रोकरेज और वार्षिक शुल्क बहुत कम होता हैं। बेस्ट डिस्काउंट ब्रोकर में आप अपस्टॉक्स, एंजल ब्रोकिंग, ज़ेरोधा किसी के साथ भी अपना डिमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं।
3. डिमैट अकाउंट खोलना
How to invest in Share Market की अगली कड़ी में हैं डीमैट खाता खोलना। अपने लिए एक शेयर ब्रोकर का चुनाव कर लेने के बाद आपको उसके साथ एक डिमैट अकाउंट खुलवाना होता है।
नए निवेशक के तौर पर आप चाहे तो आप अपस्टॉक्स में अपना डिमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं। इसका इंटरफ़ेस बहुत ही आसान है और इसकी मोबाइल ट्रेडिंग एप्प आसानी से समझ में आ जाती है। बाकी आप अपनी आवश्यकता के अनुसार कोई सा भी ब्रोकर चुन सकते हैं।
आपको डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट में अंतर जानना भी आवश्यक हैं -आजकल लगभग सभी ब्रोकर अपने क्लाइंट्स को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से डीमैट अकाउंट खोलने की सुविधा देते हैं। आप ऊपर दिए गए डाक्यूमेंट्स के साथ आसानी से अपना डीमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं।
ट्रेडिंग अकाउंट – ट्रेडिंग अकाउंट शेयर खरीदने और बेचने के काम आता हैं।
डीमैट अकाउंट – ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से खरीदे हुए शेयर डीमैट अकाउंट में जमा रहते हैं। इस अकाउंट में शेयर्स इलेक्ट्रॉनिक रूप में जमा रहते हैं। शेयर बेचने पर डीमैट खाता डेबिट होता हैं जबकि शेयर खरीदने पर क्रेडिट।
डीमैट अकाउंट में रखें शेयर CDSL या NSDL द्वारा मैनेज किये जाते हैं। उदाहरण के लिए अपस्टॉक्स और जीरोधा के डीमैट खाते के शेयर CDSL द्वारा मैनेज किए जाते हैं।
आपको यह दोनों अकाउंट अलग-अलग खुलवाने की आवश्यकता नहीं है। आजकल सभी ब्रोकर ट्रेडिंग कम डीमैट अकाउंट खुलवाने की सुविधा देते हैं।
4. स्टॉक मार्केट में निवेश करने के लिए कितने पैसे चाहिए?
शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए कोई न्यूनतम राशि की रिक्वायरमेंट नहीं हैं। आप अपनी आवश्यकतानुसार अपने ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे डाल कर निवेश कर सकते हैं। उदाहरण के लिए आपको वोडाफोन-आईडिया के 10 शेयर ख़रीदने हैं। अगर वोडाफोन-आइडिया के 1 शेयर का दाम ₹10 चल रहा हैं तो आप मात्र ₹100 ट्रेडिंग अकाउंट में डालकर शेयर खरीद सकते हैं।
इस प्रकार आप ₹500, ₹1000, ₹10000 जैसा भी हो आप शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं। शेयर बाजार में अधिकतम निवेश करने की कोई सीमा नहीं हैं।
आप अपनी मोबाइल ट्रेडिंग एप्प या ट्रेडिंग प्लेटफार्म के जरिये स्वयं ट्रेडिंग अकाउंट में पैसा डाल सकते हैं।
साथ ही ट्रेडिंग अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस रखने का भी कोई प्रावधान नहीं हैं। शेयर खरीदने और बेचने पर जो ब्रोकरेज लगती हैं वो सीधे ट्रेडिंग बैलेंस से काट ली जाती हैं। ब्रोकरेज या वार्षिक शुल्क (AMC) के लिए आपको कोई मैनुअली पेमेंट नहीं करना होता हैं।
5. शेयर कैसे खरीदें
शेयर कैसे खरीदे उससे पहले आपको पता होना चाहिए की अपने लिए बेस्ट स्टॉक कैसे चुनें। स्टॉक मार्केट में नुकसान से बचने के लिए शुरुआती दौर में इंट्राडे नहीं करना चाहिए। इसके अतिरिक्त टिप के आधार पर शेयर खरीदने से बचना चाहिए।
स्टॉक मार्केट में दो मार्केट होते हैं जिनके माध्यम से हम शेयर खरीद सकते हैं –
(i) प्राइमरी मार्केट – प्राइमरी मार्केट वह मार्केट होता हैं जहाँ शेयर्स स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होने से पहले ही खरीदने के लिए ऑफर किए जाते हैं। प्राइमरी मार्केट में कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर जनता को बेचने के लिए निकालती हैं। यह कार्य आईपीओ (Initial Public Offer) के द्वारा होता हैं। IPO क्या होता हैं की जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिल जाएगी।
अगर आपको आईपीओ में शेयर खरीदना हैं तो आप ASBA इंटरनेट बैंकिंग अथवा बैंक UPI के माध्यम से आईपीओ में अप्लाई कर सकते हैं। यदि आईपीओ में आपको शेयर एलॉट होते हैं तो ये आपके डीमैट अकाउंट में क्रेडिट कर दिए जाते हैं।
(ii) सेकेंडरी मार्केट – आईपीओ के बाद में कंपनी के शेयर सेकेंडरी मार्केट में ट्रेड होने लग जाते हैं। पहले से लिस्टेड कंपनी के शेयर आप अपने ब्रोकर के माध्यम से खरीद सकते हैं। आप अपने कंप्यूटर या स्मार्टफोन के माध्यम से आसानी से शेयर खरीद सकते हैं।
आजकल सभी स्टॉक ब्रोकर की एक मोबाइल ऐप होती है जिसके द्वारा आप ट्रेडिंग कर सकते हैं। इसमें आपको जिस भी कंपनी के शेयर खरीदने हैं उसे सर्च करके क्वांटिटी और buying प्राइस क्वोट करनी होती हैं। सौदे के लिए सेलर मिलते ही शेयर आपको मिल जाते हैं। एक बार करने के बाद ये प्रक्रिया आपको बहुत ही सरल लगेगी।
इसके अलावा फुल सर्विस ब्रोकर आपको कॉल के माध्यम से भी शेयर खरीदने और बेचने की सुविधा देता हैं।
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6. ट्रेडिंग अकाउंट बैलेंस क्या होता हैं?
अगर आपने किसी कंपनी के शेयर बेचे हैं तो उसके पैसे सीधे आपके बैंक अकाउंट में न आकर आपके ट्रेडिंग बैलेंस में आते हैं। मान लीजिए आपने किसी कंपनी के ₹1,000 शेयर बेचे हैं। ये ₹1,000 आपके ट्रेडिंग बैलेंस में जमा हो जाएंगे। आप चाहे तो उस बैलेंस से ओर शेयर ख़रीद सकते हैं या उस बैलेंस को अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं।
Share Market me invest kaise kare की जानकारी आपको अच्छी लग रही हो तो इसे पढ़ना जारी रखें।
7. ट्रेडिंग कितनी प्रकार की होती हैं?
एक नए निवेशक को ट्रेडिंग के प्रकारों को लेकर असमंजस हो सकता हैं। स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग को मुख्यतः दो भागों में विभाजित किया जा सकता हैं।
(i) इंट्राडे ट्रेडिंग – इस प्रकार की ट्रेडिंग में बाय ओर सेल के सौदे एक ही दिन में करने होते हैं। अगर आपने इंट्राडे में आज कोई शेयर खरीद लिया हैं तो मार्केट बंद होने से पहले आपको उन शेयर्स को वापस बेचना पड़ता हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग किसी शेयर प्राइस में आने वाले उतार-चढ़ाव से प्रॉफिट कमाने के लिए किया जाता हैं। इंट्राडे सौदा करने के लिए आपको buying आर्डर करते समय इंट्राडे या MIS सेलेक्ट करना होता हैं।
(ii) डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग – अगर आप शेयर लम्बे समय तक शेयर होल्ड करने के लिए ख़रीदते हैं तो उसे डिलीवरी बेस्ट ट्रेडिंग कहा जाता हैं। डिलीवरी में ख़रीदे गए स्टॉक्स के आप वास्तविक मालिक बन जाते हैं।
डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग में शेयर खरीदने के लिए आपको शेयर buy करते समय डिलीवरी या CNC विकल्प चुनना होता हैं। नए निवेशकों को क्वालिटी शेयर खरीदकर लंबे समय तक होल्ड करने पर ध्यान देना चाहिए।
8. स्टॉक मार्केट में निवेश करने से लाभ कैसे होता हैं?
शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने से आपको लाभ कैसे होगा। आप जितनी मात्रा में कंपनी के शेयर खरीदते हैं आप उसके अनुपात में कंपनी के लाभ और हानि में साझेदार बन जाते हैं। किसी कंपनी के शेयर खरीदने से आपको मुख्य रूप से दो प्रकार से लाभ होता हैं।
(i) शेयर के मूल्य में होने वाली वृद्धि – किसी शेयर के मूल्य में वृद्धि शेयर खरीदने पर लाभ का एक मुख्य जरिया होती हैं। जैसे-जैसे कंपनी अपना विस्तार करती है और अपना बिजनेस और प्रॉफिट बढ़ाती हैं वैसे-वैसे कंपनी के मूल्य में वृद्धि होती जाती हैं।
अगर आज आपने किसी कंपनी के 100 शेयर ₹100 के दाम में खरीदे हैं तो कुछ समय बाद एक शेयर का मूल्य बढ़कर ₹150 हो जाता हैं। यदि आप उन शेयर्स को बेच देते हैं तो आपको ₹5,000 (50*100) का प्रॉफिट हो जाएगा। उसी प्रकार अगर स्टॉक का मूल्य गिरता हैं और आप अपने शेयर्स को बेच देते हैं तो इस स्थिति में आपको नुकसान होगा।
(ii) डिविडेंड – शेयर खरीदने पर दूसरे तरीके से जो लाभ प्राप्त होता हैं वह डिविडेंड से होता हैं। अब आप ये सोच रहें होंगे की ये डिविडेंड क्या होता हैं, डिविडेंड यानी कि लाभांश। कंपनी लाभ में होने की स्थिति में अपने लाभ में से कुछ हिस्सा अपने अंशधारकों को बांट सकती हैं।
उदाहरण के लिए आपके पास SBI बैंक के 1,000 शेयर हैं। अगर कंपनी ₹2 प्रति शेयर डिविडेंड घोषित करती हैं तो आपको कुल ₹2,000 (1,000 × 2) का डिविडेंड प्राप्त होगा।
आप ऐसे शेयर्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं जो अच्छा डिविडेंड दे। इसमें आपको प्राइस अप्प्रेसिअशन के साथ-साथ नियमित रूप से डिविडेंड भी मिलता रहेगा।
जब भी कंपनी आपको डिविडेंड देती है तो वह डिविडेंड आपको उस बैंक अकाउंट में मिलता है जो आपके डिमैट अकाउंट से लिंक होता हैं। डिविडेंड देना या नहीं देना कंपनी के बोर्ड पर निर्भर करता हैं।
9. शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखें?
शेयर मार्केट में कैसे इन्वेस्ट करें की जानकारी के बाद आपको स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक हैं। इससे आप उन गलतियों से बचेंगे जो अधिकांश नए निवेशक करते हैं।
(i) लक्ष्यों के अनुसार थोड़ा-थोड़ा निवेश करें – आप अपने लंबी अवधि के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए अपने गोल के मुताबिक निवेश करें। स्टॉक मार्केट बिगिनर के तौर पर एक साथ बहुत बड़ी राशि निवेश करने से बचे। क्वालिटी शेयर्स को कम-कम मात्रा में खरीदकर निवेश की शुरुआत करें।
(ii) रिस्क प्रोफाइल और समयावधि – अगर आप स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं तो उसमे रिस्क तो रहेगा। परंतु रिस्क ज्यादा तब हो जाता हैं जब आप टिप्स और बिना किसी रिसर्च के शेयर खरीदना चालू कर देते हैं।
हमेशा अपनी रिस्क लेनी की क्षमता के अनुसार ही निवेश करें। उन्हीं स्टॉक को खरीदे जिनके बिजनेस मॉडल को आप समझते हैं। इनमें लंबे समय तक निवेशित रहने का प्रयास करें। शेयर बाजार में समयावधि बहुत अधिक मायने रखती हैं आप जितने समय तक इनवेस्टेड रहेंगे आपके रिटर्न्स उतने ज्यादा होंगे।
(iii) पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करें – स्टॉक मार्केट में डायवर्सिफिकेशन बहुत महत्वपूर्ण होता हैं। अगर आपको ₹100 लगाना हैं तो आप किसी एक कंपनी में पूरे ₹100 नहीं लगाने चाहिए। आदर्श रूप से आपको ₹100 पांच अलग-अलग कंपनियों में लगाने चाहिए। इससे रिस्क की मात्रा काफी कम हो जाती हैं।
इस प्रकार आपको एक अच्छा संतुलित (balanced) पोर्टफोलियो बनाने का प्रयास करना चाहिए। एक अच्छे पोर्टफोलियो में कुछ अच्छे सेक्टर्स का मिश्रण होना चाहिए।
इसके अतिरिक्त जरुरत से ज्यादा शेयर भी अपने पोर्टफोलियो में नहीं रखने चाहिए। ज्यादा स्टॉक होने से आपको कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता हैं।
(iv) इंट्राडे और शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग से बचे – एक नए निवेशक की प्राथमिकता पैसे कमाने की बजाय अपनी पूंजी को बचाने की होनी चाहिए। इंट्राडे और शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग ऐसी तकनीक हैं जिससे अधिकांश निवेशक अपना बहुत पैसा गंवा देते हैं। जिससे वे स्टॉक मार्केट को छोड़ कर लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट से होने वाले लाभ से वंचित रह जाते हैं।
इस प्रकार की ट्रेडिंग में बहुत ही ज्यादा रिस्क होती हैं। इसलिए कम से कम शुरुआती दौर में आपको इंट्राडे और शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग से दूर रहना चाहिए।
(v) इन्वेस्टमेंट को नियमित अंतराल पर ट्रैक करें – आपने यह कहावत तो सुनी होगी की “इन्वेस्ट एंड फॉरगेट”। ये स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टिंग का एक रूल हैं। परंतु आपको अपने निवेशित शेयर्स को त्रैमासिक (Quarterly) रूप से अवश्य ट्रैक करना चाहिए।
क्वार्टरली रिजल्ट्स में आपको देखना चाहिए की कंपनी के प्रॉफिट कैसे रहे, किसी गवर्नमेंट पॉलिसी से कंपनी के व्यवसाय पर गलत प्रभाव तो नहीं पड़ रहा आदि। इससे आप कंपनी के भविष्य को लेकर निश्चित रहेंगे और अपनी वेल्थ निर्माण की गति को बनाए रखेंगे।
शेयर मार्केट में निवेश करके कई व्यक्ति अमीर बन चुके हैं। उसमें अगला नाम आपका भी हो सकता हैं। लेकिन शेयर मार्केट में निवेश इतना भी आसान नहीं हैं। अगर इसे ढंग से नहीं किया जाए तो यह आपको काफी ज्यादा नुकसान भी दे सकता हैं। परंतु समझदारी, सही तरीके से रिसर्च के आधार पर और लगातार सीखते हुए किया गया निवेश आपको लंबे समय में काफी अच्छी वेल्थ बना कर दे सकता हैं।
इसीलिए शेयर मार्केट को सट्टा बाजार न समझकर इसे सीखने और समझने का प्रयास करें। इसके लिए आप बेस्ट शेयर मार्केट की बुक्स और मैगजीन पढ़े। साथ ही अपने ज्ञान का विस्तार निरंतर रूप से करते रहें।
दोस्तों, आशा करता हूं कि स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट कैसे करें (How to invest in Share Market in Hindi) का ये आर्टिकल आपको अच्छा लगा होगा। आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया नेटवर्क्स पर भी शेयर कर सकते हैं और अपने सवाल या सुझाव कमेंट बॉक्स के माध्यम से बता सकते हैं।
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क्या शेयर मार्केट में पैसा लगाना चाहिए?
शेयर मार्केट में रिस्क जरूर होता हैं परन्तु अगर अच्छी कंपनियों के क्वालिटी शेयर्स में लम्बे समय के लिए निवेश किया जाये तो आपको अच्छा फायदा भी हो सकता हैं। स्टॉक मार्केट में कई व्यक्ति निवेश करते हैं और आप भी कर सकते हैं। शेयर मार्केट कोई सट्टा बाजार नहीं हैं बस आपको अच्छे शेयर चुनने आने चाहिए।
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शेयर मार्केट कैसे सीखें?
स्टॉक मार्केट सीखने के लिए कोई रामबाण कोर्स नहीं हैं। आप स्टॉक मार्किट की अच्छी बुक्स, मैगज़ीन की सहायता से धीरे-धीरे करके स्टॉक मार्केट के ज्ञान को बढ़ा सकते हैं।
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शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाए?
शेयर मार्केट से पैसे कमाने के लिए आपके पास डीमैट ट्रेडिंग अकाउंट होना जरुरी हैं। शेयर मार्केट में आप ट्रेडिंग करके, शेयर प्राइस अप्प्रेसिअशन और डिविडेंड के जरिये पैसे कमा सकते हैं।
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क्या शेयर मार्केट एक सट्टा बाज़ार हैं?
जो व्यक्ति शेयर मार्केट में शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग करके नुकसान करते हैं उन्हें अवश्य ये सट्टा बाज़ार लगता हैं। परन्तु समझदारी और एनालिसिस के आधार पर किये गए निवेश से आपको बहुत बढ़िया प्रॉफिट भी प्राप्त होता हैं।
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स्टॉक एक्सचेंज क्या होता हैं?
स्टॉक एक्सचेंज एक ऐसी जगह होती हैं जहां ट्रेडर शेयर ख़रीदते और बेचते हैं। भारत में NSE और BSE दो मुख्य स्टॉक एक्सचेंज हैं।
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क्या बैंक से ऋण लेकर शेयर मार्केट में निवेश किया जा सकता है?
बैंक से ऋण लेकर आप निवेश कर सकते हैं। परन्तु ये एक गलत रणनीति हैं। स्टॉक मार्केट में आपको लंबे समय तक निवेशित रहना होता हैं जबकि बैंक लोन आपको समय से चुकाना होता हैं। इसलिए हमेशा अतिरिक्त पैसों से ही निवेश करें।
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क्या शेयर मार्किट में निवेश करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट होना जरुरी हैं?
शेयर मार्किट में निवेश करने के लिए ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट होना आवश्यक हैं।