ट्रेडिंग कैसे करें | (3) ट्रेडिंग के तरीके और जरुरी नियम

आज के समय में कई लोग शेयर मार्केट ट्रेडिंग को एक करियर के तौर पर अपना रहे हैं। लेकिन एक शेयर बाजार में अनजान व्यक्ति की लिए ये दुविधा हो सकती हैं की आखिर ट्रेडिंग कैसे करें ?

एक नया व्यक्ति ट्रेडिंग कैसे कर सकता हैं इसके लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण चीजें सीखनी होती हैं। क्योंकि शेयर मार्केट ट्रेडिंग जितनी आपको आकर्षक नजर आती हैं उतनी ही रिस्की भी हैं।

यदि आप स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में बिना तैयारी के उतरते हैं तो आपको भारी नुकसान भी हो सकता हैं। इसलिए आपको एक समझदार व्यक्ति की भांति ट्रेडिंग के हर पहलु को समझना चाहिए जिससे आपको बाद में कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ें।

trading kaise karen

तो आज इस आर्टिकल में हम बात करेंगे की एक बिगिनर ट्रेडिंग कैसे करें या ट्रेडिंग की शुरुआत कैसे करें? साथ में मैं आपको ये भी बताऊंगा की ट्रेडिंग करने से पहले आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

Contents hide

शेयर बाजार में ट्रेडिंग कैसे करें | Trading kaise kare

एक नए ट्रेडर को शेयर मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए कुछ स्टेप्स फॉलो करने होते हैं। ट्रेडिंग की शुरुवात करने के लिए सबसे पहले आपको एक ब्रोकर का चयन करना होता हैं। उसके बाद ट्रेडिंग करने के लिए आपको शेयर मार्केट अकाउंट खोलना होता हैं। उस ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से ट्रेडिंग कर सकते हैं। जिसके लिए आप मोबाइल एप्प, ब्राउज़र या ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर का सहारा ले सकते हैं। 

शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए आपको निम्न चीजों की आवश्यकता होती हैं –

  • डीमैट & ट्रेडिंग अकाउंट
  • बैंक अकाउंट

एक बिगिनर के तौर पर शुरुवात करने के लिए आपको निम्न स्टेप फॉलो करने होंगे:

1. सही स्टॉक ब्रोकर का चुनाव करें

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग की शुरुवात करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण और जरुरी हैं की आप एक सही शेयर ब्रोकर का चुनाव करें।शेयर ब्रोकर के पास डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के बाद ही आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।

एक स्टॉक ब्रोकर आपके और स्टॉक एक्सचेंज के बीच एक मध्यस्थ का काम करता हैं। स्टॉक ब्रोकर के द्वारा आप शेयर खरीद और बेच सकते हैं।

WhatsApp Group (Join Now) Join Now
Telegram Group (Join Now) Join Now

निम्न कारणों की वजह से एक सही ब्रोकर का चुनाव जरुरी हो जाता हैं –

  • स्टॉक ब्रोकर का रेपुटेड और विश्वसनीय होना जरुरी हैं। 
  • ट्रेडिंग में ब्रोकरेंज बहुत अधिक लगती हैं। इसलिए एक डिस्काउंट ब्रोकर चुनना सही विकल्प होता हैं। 
  • शेयर ब्रोकर का ट्रेडिंग प्लेटफार्म और इंटरफ़ेस सरल और बढ़िया होना चाहिए। 

ट्रेडिंग के लिए स्टॉक ब्रोकर चुनते समय आपको ब्रोकरेंज का बहुत ध्यान रखना होता हैं। लेकिन आज के समय में डिस्काउंट ब्रोकर की मदद से आप बहुत ही कम ब्रोकरेंंज में शेयर मार्केट ट्रेडिंग या ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं।

ऊपर बताई गई सभी विशेषताएं आपको Upstox और Zerodha में मिल जाएगी। ये दोनों काफी बढ़िया स्टॉक ब्रोकर हैं जो कि आपको फ्लैट ₹20 प्रति ट्रांसक्शन में ट्रेड करने की सुविधा देते हैं।

आप निम्न स्टेप्स को फॉलो करके इनमें डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं –

मेरी राय में आप Upstox या Zerodha दोनों में से किसी के साथ भी डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। ये दोनों ही बहुत सस्ते और अच्छे ब्रोकर्स हैं।

2. डीमैट एंड ट्रेडिंग अकाउंट खोलें

ट्रेडिंग की शुरुवात करने के लिए जब आपने एक अच्छा स्टॉक ब्रोकर चुन लिया हो तो दूसरी स्टेप में आपको उसके साथ अपना डीमैट अकाउंट खोलना होता हैं।

अब आपके मन में ये सवाल जरूर आ रहा होगा की डीमैट अकाउंट कैसे खोलें ?

आपके लिए डीमैट अकाउंट खोलना बहुत ही आसान हैं। आप निम्न दस्तावेजों की मदद से अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं:

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • बैंक अकाउंट
  • मोबाइल नंबर और 
  • ईमेल आईडी

यदि आपका आधार कार्ड आपके मोबाइल नंबर से लिंक्ड हैं तभी आप ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। यदि आपका आधार-मोबाइल लिंक नहीं हैं तो आपको पहले इसे लिंक करवा लेना चाहिए।

  • आपको अपना डीमैट खाता खुलवाने के लिए ऊपर बताये गए लिंक पर चले जाना हैं।
  • इसके बाद बताई गई सभी स्टेप्स को फॉलो करना हैं।
  • इसमें आपको अपनी पर्सनल जानकारी भरनी होती हैं।
  • सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद आपका अकाउंट 24 घण्टे के अंदर शुरू कर दिया जाता हैं।
  • आपकी लॉगिन आई डी और पासवर्ड आपको ईमेल और मोबाइल नंबर पर भेज दिए जाते हैं।
  • इसके बाद आप शेयर मार्केट ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।

ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोलना बहुत ही आसान हैं। यदि आपको कोई समस्या आ रही हैं तो आप यूट्यूब का भी सहारा ले सकते हैं।

3. अपने ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे ऐड करे

जब आपका डीमैट खाता खुल जाता हैं तो आप ट्रेडिंग की शुरुवात कर सकते हैं। लेकिन उससे पहले आपको अपने ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे जोड़ने होते हैं।

जैसे की आपको किसी स्टॉक में ट्रेडिंग करनी हैं जिसके लिए आपको ₹10,000 की जरुरत होगी। तो आपको अपने ट्रेडिंग खाते में ₹10,000 ऐड करने होंगे।

इसके लिए आपको अपने स्टॉक ब्रोकर की एप्प में Add Fund का विकल्प दिखाई देगा। वहां से आप अपने इंटरनेट बैंकिंग, UPI, Phone Pay आदि से पैसे डाल सकते हैं।

ये पैसे तुरंत आपके खाते में रिफ्लेक्ट हो जाएंगे। जहां आप अपनी ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।

ध्यान रहें:

आपको उसी बैंक अकाउंट से पैसे डालने हैं जो की आपने डीमैट अकाउंट खोलते समय दिया था। 

4. अपने पसंदीदा स्टॉक में ट्रेड करें

जब आप ऊपर बताई गई सभी स्टेप्स फॉलो कर लेते हैं तो फिर आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। आपने जिस भी ट्रेडिंग टेक्निक के बारें में सीखा हैं चाहे वो इंट्राडे ट्रेडिंग हो, स्विंग ट्रेडिंग हो या फिर ऑप्शन ट्रेडिंग उसमें आप ट्रेड कर सकते हैं।

आप ट्रेडिंग करने के लिए स्टॉक ब्रोकर की एप्प में उसके चार्ट पैटर्न का प्रयोग कर सकते हैं। लेकिन मेरी आपको सलाह रहेगी की आपको पहले ट्रेडिंग सीखनी चाहिए। उसके बाद ही ट्रेडिंग स्टार्ट करनी चाहिए।

यदि आप ट्रेडिंग को किसी की टिप्स या अनुमान के आधार पर करते हैं तो आपको नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती हैं। मैं आपको डरा नहीं रहा हूँ बल्कि सजग कर रहा हूँ। जिससे आप उन गलतियों को करने से बचे जो अधिकांश ट्रेडर करते हैं।

ट्रेडिंग कैसे सीखें की जानकारी आप यहां से ले सकते हैं।

सेगमेंट वाइज ट्रेडिंग कैसें करें 

चलिए ऊपर तो हमनें सीख लिया की ट्रेडिंग की शुरुवात कैसे करें। अब हम सेगमेंट वाइज समझेंगे की ट्रेडिंग कैसे की जाती हैं।

आप नीचे बताई गई किसी भी ट्रेडिंग टेक्निक को सीखकर उसमें ट्रेडिंग चालू कर सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या हैं – ये ट्रेडिंग का सबसे आसान तरीका हैं जिसमें आपको एक ही दिन में शेयर खरीदकर वापस बेचने होते हैं। या बेचकर वापस खरीदने होते हैं, इस शॉर्ट सेलिंग कहाँ जाता हैं।

इस प्रकार की ट्रेडिंग में सुबह 09:15 से लेकर शाम के 03:30 के दौरान इंट्राडे सौदा समाप्त हो जाता हैं।

यदि आज आपको लगता हैं की कोई शेयर बहुत ज्यादा बढ़ने वाला हैं या गिरने वाला हैं तो आप उसमें इंट्राडे ट्रेडिंग खेल सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आप निम्न स्टेप्स फॉलो कर सकते हैं –

  • सबसे पहले आप उस स्टॉक को सेलेक्ट करें जिसमें आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं।
  • यदि आपको लगता हैं की आपका चुना हुआ शेयर बढ़ने वाला हैं तो उसे Buy करें। (1)
  • लेकिन आपको लगता हैं की ये शेयर आज गिरेगा तो उसे Sell करें। आप शेयर ब्रोकर की मोबाइल एप्प से शेयर खरीद और बेच सकते हैं। (2)
  • Buy या Sell करते समय अपना स्टॉप लॉस जरूर लगाए।
  •  जब आपकी टारगेट प्राइस प्राप्त हो जाएं तो अपने शेयर बेच दे। (1)
  • अगर आपने अपनी पोजीशन शॉर्ट की हैं तो फिर शेयर को Buy करें। (2)
  • इस तरह आपका सौदा समाप्त हो जायेगा।

आपकी Buy प्राइस और Sell प्राइस के बीच का अंतर आपका प्रॉफिट रहेगा। लेकिन यदि आपने जिस प्राइस में ख़रीदा था उससे कम प्राइस में बेचा हैं तो वो आपका नुकसान रहेगा।

इंट्राडे ट्रेडिंग काफी ज्यादा रिस्की होती हैं क्योंकि इसमें आपके शेयर को परफॉर्म करने के लिए सिर्फ एक ही ट्रेडिंग डे मिलता हैं। इसलिए इसे प्रॉपर रिसर्च के बाद ही करना चाहिए।

स्विंग ट्रेडिंग कैसे करें

इंट्राडे ट्रेडिंग के बाद अब बात करते हैं स्विंग ट्रेडिंग की।

स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी टेक्निक होती हैं जिसमें ट्रेडर्स अपनी पोजीशन को एक दिन से अधिक समय के लिए होल्ड करते हैं। पोजीशन होल्ड करने का समय दो दिन हो सकता हैं, सप्ताह भर या कुछ महीनों के लिए भी हो सकता हैं।

WhatsApp Join Now
Telegram Join Now

यदि आसान भाषा में समझें तो अगर आज आपने शेयर ख़रीदे हैं और आज आप उन्हें नहीं बेचते हैं। इन शेयर्स को आप कम से कम रात भर के लिए तो होल्ड करेंगे ही, जिसे आप अगले दिन या कुछ दिनों बाद बेच सकते हैं।

इस तरह Swing Trading किसी स्टॉक की शॉर्ट टर्म मूवमेंट का फायदा उठाने के लिए की जाती हैं।

स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए आप निम्न स्टेप्स फॉलो कर सकते हैं –

  • सबसे पहले उस स्टॉक का चयन करेंंं जिसमें आपको स्विंग ट्रेडिंग करनी हैं।
  • उसके बाद उसे Buy करेंंं।
  • एक दिन के बाद आप जब कभी भी आपका टारगेट प्राइस पूरा हो जाएँ तो उसे Sell कर दे।
  • इस तरह आपका ट्रांसेक्शन कम्पलीट हो जायेगा।

इंट्राडे ट्रेडिंग की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग कम रिस्की होती हैं। क्योंकि इसमें आप अपनी पोजीशन को लम्बे समय के लिए होल्ड करते हैं जिससे आपकी रिस्क कम हो जाती हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें

ऑप्शन ट्रेडिंग का मतलब होता हैं फ्यूचर एंड ऑप्शन या F&O ट्रेडिंग। ऑप्शन ट्रेडिंग किसी भी भी सिक्योरिटी, स्टॉक, इंडेक्स या ETF में की जा सकती हैं। ऑप्शन ट्रेडिंग मुख्यतः दो प्रकार की होती हैं:

  1. कॉल ऑप्शन (Call Option)
  2. पुट ऑप्शन (Put Option)

ये दोनों ऑप्शन ट्रेडर्स के द्वारा ट्रेड करने की रणनीतियों में अलग-अलग तरह से प्रयोग किये जाते हैं।

ऑप्शन  ट्रेडिंग करने के लिए स्टेप्स –

ऑप्शन ट्रेडिंग को करने के लिए आपके पास डीमैट एंड ट्रेडिंग अकाउंट होना आवश्यक हैं। साथ ही इसमें F&O सेगमेंट एक्टिव होना चाहिए। आप F&O सेगमेंट की मदद से अपने शेयर ब्रोकर के प्लेटफार्म के माध्यम से ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं।

इस तरह की ट्रेडिंग में आप एक-दो शेयर नहीं खरीद सकते। बल्कि इसमें आपको एक पूरा लॉट (lot) खरीदना होता हैं। ये लॉट साइज प्रत्येक शेयर की अलग-अलग होती हैं। जैसे की 500 शेयर का लॉट, 1000 शेयर का लॉट।

किसी शेयर में कितना लॉट साइज हैं इसकी जानकारी आपको अपनी स्टॉक ब्रोकिंग एप्प में मिल जाएगी।

आप ऑप्शन ट्रेडिंग दो तरह से कर सकते हैं :

  1. Option buying करके
  2. Option Selling करके

ऑप्शन ट्रेडिंग सबसे अधिक रिस्की ट्रेडिंग मानी जाती हैं। इसलिए इसे कभी भी तुक्के में करने का प्रयास न करें। ऑप्शन ट्रेडिंग में रिवॉर्ड बहुत अधिक हैं इसलिए रिस्क भी बहुत अधिक उठानी पड़ती हैं।

ये भी पढ़ें:

निफ़्टी और बैंक निफ्टी इंडेक्स में ट्रेडिंग कैसे करें?

चलिए अब बात करते हैं की आप निफ़्टी और बैंक निफ्टी इंडेक्स में ट्रेडिंग कैसे कर सकते हैं।

इसके लिए आप निम्न स्टेप फॉलो कर सकते हैं:

  1. सबसे पहले आप अपने ब्रोकर की मोबाइल एप्प खोलें।
  2. यदि आपके अकाउंट में F&O सेगमेंट एक्टिव नहीं हैं तो उसे पहले एक्टिव करें।
  3. इसके लिए आप प्रोफाइल सेक्शन में जाकर फ्यूचर एंड ऑप्शंस सेगमेंट को एक्टिवेट कर सकते हैं।
  4. F&O सेगमेंट एक्टिव हो जाने के बाद आपको सर्च बॉक्स में बैंक निफ्टी ऑप्शन सर्च करना हैं।
  5. अब उस स्ट्राइक प्राइस वाले ऑप्शन पर क्लिक करे जिसे आप खरीदना चाहते हैं।
  6. नेक्स्ट आपको लोट साइज सेलेक्ट करके क्वांटिटी (संख्या) डालनी हैं।
  7. कंफर्म बटन पर क्लिक करके आर्डर एक्सीक्यूट करें। 
  8. इस तरह आप निफ्टी और बैंक निफ्टी में ट्रेडिंग कर सकते हैं।

लेकिन आपको इस प्रकार की ट्रेडिंग करने से पहले तकनीकी विश्लेषण, वॉल्यूम एनालिसिस, ट्रेंड और सपोर्ट-रेजिस्टेंस लेवल्स और रिस्क मैनेजमेंट की अच्छी जानकारी होनी आवश्यक हैं।

मोबाइल पर ट्रेडिंग कैसे करते हैं?

आप मोबाइल पर ट्रेडिंग करने के लिए निम्न स्टेप्स फॉलो कर सकते हैं:

1. एक ट्रेडिंग ऐप चुनें: सबसे पहले स्टेप में, आपको अपने मोबाइल फोन के लिए एक ट्रेडिंग ऐप चुननी होगी। आप Zerodha, Upstox,  Angel One, 5Paisa में से किसी एक को चुन सकते हैं।

2. एकाउंट खोलें: आपकी चुनी हुई ट्रेडिंग ऐप में ट्रेडिंग खाता खोलें।

3. ट्रेड के लिए पैसा जमा करें: अपने ट्रेडिंग खाते में अपने बैंक से पैसा जमा करें ताकि आप ट्रेडिंग कर सकें।

4. एनालिसिस करें: ट्रेडिंग के लिए स्टॉक चुनने के लिए एनालिसिस करें।

5. ट्रेडिंग करें: आप अपनी ट्रेडिंग ऐप में लॉग-इन करें और अपने स्टॉक को buy या sell करें।

इस तरह आप मोबाइल से ट्रेडिंग कर सकते हैं। हालाँकि आपको अपने सौदे पर निरंतर नजर रखनी होगी और टारगेट पूरा होने पर सौदा काटना होगा।

ये भी पढ़ें:

ट्रेडिंग करने से पहले किन बातों का ध्यान रखें?

आपको अपनी ट्रेडिंग जर्नी शुरू करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि ट्रेडिंग काफी ज्यादा रिस्की होती हैं और आपकी एक लापरवाही आपका बड़ा नुकसान करवा सकती हैं।

इसलिए ट्रेडिंग करने से पहले आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

1. ज्ञान और अध्ययन

आपको ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त करने के लिए, वित्तीय बाजारों, स्टॉक मार्केट और ट्रेडिंग के नियम को सही से समझना होगा। इसके लिए आपको नवीनतम बाजार समाचार, रिसर्च रिपोर्ट्स, और आर्थिक समीक्षा को नियमित रूप से पढ़ना चाहिए और अपडेटेड रहना चाहिए।

2. ट्रेडिंग के लक्ष्य

आपको यह पता होना चाहिए कि आपका ट्रेडिंग का लक्ष्य क्या है। मतलब की क्या आप फुल टाइम ट्रेडिंग करेंगे या शॉर्ट टर्म। साथ ही आप किस प्रकार की ट्रेडिंग करेंगे।

यदि आपके लक्ष्य पहले से निश्चित होंगे तो आपके सफल होने के चान्सेस बढ़ जाएंगे।

3. नुकसान सहने की क्षमता

शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग काफी ज्यादा रिस्की होती हैं इसलिए आपको ये पहले से पता होना चाहिए की आप कितना नुकसान सहन कर सकते हैं। इससे आप अतिउत्साही होकर ट्रेडिंग नहीं करेंगे।

आपको अपनी रिस्क लेने कि क्षमता का पता होना जरुरी हैं।

4. कम क्वांटिटी में ट्रेडिंग शुरू करे

शुरुवाती दौर में आपको कम मात्रा में ट्रेडिंग की शुरवात करनी चाहिए। धीरे-धीरे आप सीखते हुए अपनी ट्रेडिंग क्वांटिटी को बढ़ा सकते हैं।

अगर आप जल्दबाजी में अधिक में मात्रा में ट्रेडिंग कर लेते हैं। साथ ही किसी कारणवश आपका ट्रेड भी गलत पड़ जाता हैं। तो इस स्थिति में आप अपना पूरा पैसा एक साथ ही गंवा देंगे।

इसलिए एक नए ट्रेडर के रूप में कम क्वांटिटी के साथ ट्रेड करना अच्छा माना जाता हैं।

5. स्टॉप लॉस का जरूर इस्तेमाल करें

प्रत्येक ट्रेडर के लिए जरुरी हैं की ट्रेडिंग करते समय स्टॉप लॉस जरूर लगाए। स्टॉप लॉस लगाने से आपका नुकसान सीमित (limited) हो जाता हैं।

अगर आसान भाषा में समझें तो स्टॉप लॉस लगाने के बाद एक लिमिट के बाद आपको नुकसान नहीं होता हैं। बल्कि स्टॉप लॉस हिट होने पर आपका सौदा स्क्वायर ऑफ हो जाता हैं।

उदाहरण के लिए:

  • आपने कोई स्टॉक ₹100 में खरीदा है। अब आपका एनालिसिस ये कहता हैं जब ये शेयर ₹90 पर आये तो ये अपने आप ही sell हो जाए। क्योंकि आप ₹10 से ज्यादा नुकसान नहीं लेना चाहते हैं।
  • इसके लिए आप ₹90 पर एक stop-loss आर्डर लगा सकते हैं।
  • अब किसी कारण आपका शेयर ₹70 पर आ जाता है तो भी आपका नुकसान केवल ₹10 ही होगा।
  • क्योंकि स्टॉप लॉस के कारण आपका सौदा तो ₹90 पर ही कट गया होगा।
  • इस तरह आपने स्टॉप लॉस नहीं लगाया होता तो आपका नुकसान बहुत अधिक हो गया होता।

इसलिए ट्रेडिंग करते समय स्टॉप लॉस जरूर प्रयोग करें।

6. लिक्विड शेयर में ट्रेडिंग करें

कई बार आप ऐसा शेयर चुन लेते हैं जिसमें लिक्विडिटी की मात्रा बहुत ही कम होती हैं। इसलिए जब आपको शेयर बेचना या खरीदना होता हैं तो आपके ऑर्डर के लिए खरीददार या विक्रेता मौजूद नहीं होते।

7. लोन लेकर ट्रेडिंग न करें

आपको कभी भी लोन लेकर या उधार के पैसो का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग नहीं करने चाहिए। जैसा की हम जानते हैं की ट्रेडिंग में वोलैटिलिटी बहुत अधिक होती हैं। इसलिए यहां पर प्रॉफिट की कोई गारंटी नहीं होती।

लोन को चुकता करने के लिए आपके पैसा एक निश्चित समय होता हैं। यदि इस पीरियड में आप भुगतान नहीं कर पाते हैं तो आपको अपना ट्रेड नुकसान में बेचना पड़ सकता हैं।

इससे आपका नुकसान बढ़ जाता हैं। इसलिए हमेशा उसी धन से ट्रेडिंग करें जो आपका स्वयं का हैं और जिसकी आवश्यकता आपको निकट भविष्य में नहीं हैं।

FAQ on Trading kaise kare

  1. मैं ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकता हूँ?

    आपको सबसे पहले एक ट्रेडिंग खुलवाना होगा जो आप किसी भी स्टॉक ब्रोकर के साथ में खुलवा सकते हैं। उसके बाद आपक उनकी एप्प के माध्यम से इंट्राडे, स्विंग ट्रेडिंग या ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं।

  2. ट्रेडिंग करने के लिए सबसे बढ़िया एप्प कौनसी होती हैं?

    1. Upstox
    2. Zerodha
    3. Angel One
    ओर भी कई मोबाइल एप्प्स मौजूद हैं। लेकिन इन तीनों को ट्रेडर्स के द्वारा सबसे अधिक पसंद किया जाता हैं।

  3. मैं ट्रेडिंग से एक दिन का कितना पैसा कमा सकता हूँ?

    शेयर मार्किट ट्रेडिंग से पैसा कमाने कि कोई लिमिट नहीं हैं। यदि आपमें हुनर है स्किल हैं तो आप बहुत अधिक पैसा कमा सकते हैं। हालाँकि ट्रेडिंग में रिस्क भी बहुत अधिक मौजूद होता हैं।

  4. क्या मोबाइल से ट्रेडिंग की जा सकती हैं?

    हां, निश्चित तौर पर शुरुवाती दौर में मोबाइल एप्प से ट्रेडिंग की जा सकती हैं। जब बाद में आपकी Trading पर पकड़ हो जाती हैं तो आप कंप्यूटर पर शिफ्ट कर सकते हैं।

  5. क्या मैं ट्रेडिंग को करियर बना सकता हूं?

    हाँ, निश्चित तौर पर ट्रेडिंग को एक करियर ऑप्शन की तरह लिया जा सकता हैं। लेकिन इसके लिए आपको स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग को गहराई से समझना होगा। इसके लिए आप ट्रेडिंग सीखने का कोर्स भी कर सकते हैं।

निष्कर्ष

पहले के ज़माने के मुकाबले अभी के समय ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान हो चुका हैं। आज के समय में इतने सारे संसाधन हैं की आप घर बैठे जान सकते हैं की ट्रेडिंग कैसे करें। 

तो आज आपने इस आर्टिकल में समझा की आप ट्रेडिंग कैसे कर सकते हैं या ट्रेडिंग कैसे करें। यदि ये जानकारी आपको पसंद आई हो तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करे। 

यदि आपके कोई सवाल या सुझाव हैं तो आप मुझे कमेंट करके बता सकते हैं।

ये भी पढ़ें:

5/5 - (4 votes)

नमस्कार दोस्तों ! मैं राज कुमार बैरवा पूंजी गाइड ब्लॉग का फाउंडर हूँ। मैं पूंजी गाइड ब्लॉग पर शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड, पर्सनल फाइनेंस से सम्बंधित जानकारियां शेयर करता हूँ।

Leave a Reply

Punji Guide