NAV Meaning in Hindi | 3 गलतफहमियां NAV के बारे में

आप में से मेरे कई दोस्त Mutual Fund NAV के बारे में अनजान हैं या उन्हें इसकी सही जानकारी नहीं हैं। यदि आप भी म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करते हैं तो आपके लिए म्यूचुअल फंड NAV को समझना बहुत महत्वपूर्ण हैं।

इस आर्टिकल के माध्यम से आज मैं आपको म्यूचुअल फंड NAV से संबंधित सभी सवालों का जवाब दूंगा। इसमें आप समझेंगे कि NAV क्या होता है, NAV Meaning in Hindi और NAV से सम्बंधित गलतफहमियां क्या है।

साथ ही मैं आपको NAV से सम्बंधित सभी सवालों का जवाब भी इस आर्टिकल में दूंगा।   

NAV Meaning in Hindi

NAV की फुल फॉर्म Net Asset Value होती है। NAV का मतलब म्यूचुअल फंड की एक यूनिट का भाव होता हैं। NAV को किसी म्यूच्यूअल फण्ड की एक यूनिट की बुक वैल्यू भी कहा जाता है। जिस प्रकार किसी एक शेयर या स्टॉक का मूल्य होता है वैसे ही किसी म्यूचुअल फण्ड स्कीम की NAV होती हैं। इस NAV के आधार पर ही निवेशक को म्यूचुअल फंड्स की यूनिट्स आवंटित की जाती हैं। 

NAV या Net Asset Value का मूल्य प्रत्येक ट्रेडिंग डे के अंत में निकाला जाता हैं जो की रोज़ बदलता रहता हैं। 

what is Mutual Fund NAV in Hindi

NAV क्या है | What is NAV in Mutual Funds in Hindi

अगर बात कि जाएं की NAV क्या होता है तो NAV म्यूचुअल फंड की एक यूनिट की रेट होती हैं। आप म्यूचुअल फंड में जो भी ट्रांसेक्शन करते हैं वो NAV के आधार पर ही किये जाते हैं। प्रत्येक म्यूचुअल फंड स्कीम की NAV अलग-अलग होती हैं। 

चलिए NAV in Hindi को एक बिलकुल आसान उदाहरण की सहायता से समझते हैं:

  • जैसे की आज आपने SBI Large Cap Fund में ₹1000 निवेश किये। 
  • और आज के दिन इस SBI Large Cap Fund की NAV ₹100 चल रही हैं। 
  • तो आपको अपने ₹1000 के निवेश के बदले इस फंड की 10 यूनिट प्राप्त होगी। (₹1000 / 100) 

इस उदाहरण की मदद से आपको NAV का मतलब जरूर समझ में आया होगा। 

NAV in Hindi – विशेषताएं

  • NAV किसी म्यूचुअल फंड की एक यूनिट की रेट होती हैं। 
  • NAV को एक्सपेंस रेश्यो घटाने के बाद निकाला जाता हैं। 
  • म्यूचुअल फंड NAV प्रत्येक दिन कैलकुलेट की होती हैं। 
  • मार्केट गिरने पर NAV भी गिरती है। जबकि मार्केट बढ़ने पर इसमें इजाफा होता हैं। 
  • म्यूचुअल फंड ख़रीदी और बिक्री NAV के आधार पर ही की जाती हैं। 

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Mutual Fund में यूनिट क्या होती हैं | Unit in Mutual Funds 

जैसे किसी कंपनी की सम्पूर्ण इक्विटी शेयर में विभाजित होती हैं। इस इक्विटी का एक शेयर सबसे छोटा हिस्सा होता हैं। वैसे ही म्यूचुअल फंड में पूरी एसेट यूनिट में बंटी होती हैं। 

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बहुत ज्यादा निवेश राशि होने के कारण म्यूचुअल फंड में जमा सम्पूर्ण पैसा यूनिट्स में विभाजित किया जाता हैं। फंड हाउस द्वारा निवेशकों को उनके द्वारा किए गए निवेश के आधार पर यूनिट जारी की जाती है।

ये यूनिट आपके करंट इन्वेस्टमेंट की वैल्यू ज्ञात करने के काम आती है। 

जैसे की आपके म्यूचुअल फंड फोलियो में 1000 यूनिट्स जमा हैं जबकि अभी इस म्यूचुअल फंड स्कीम की NAV ₹50 चल रही हैं। 

तो इसमें आपके पोर्टफोलियो की वैल्यू = 1000 यूनिट्स x ₹50 = ₹50,000 होगी। 

म्यूचुअल फंड में यूनिट निकालने का फॉर्मूला

आपके म्यूच्यूअल फण्ड निवेश पर आपको कितनी units आवंटित की जाएगी, इसकी गणना आप इस फॉर्मूले से कर सकते हैं।

यूनिट निकालने का फॉर्मूला:

Units = निवेशक द्वारा किया गया इन्वेस्टमेंट ÷ NAV

यहां यह बात ध्यान देने योग्य है कि किसी भी Mutual Fund की NAV सिर्फ एक यूनिट का ही मूल्य होता है। नीचे दी गई टेबल से आपको यूनिट का कांसेप्ट बिल्कुल क्लियर हो जाएगा –

 SBI Mutual Fund HDFC Mutual Fund 
आपके द्वारा किया गया निवेश₹ 10,000 ₹ 20,000 
Fund की NAV ₹ 20 ₹ 25 
आपको कितनी यूनिट्स मिलेगी500 यूनिट्स 400 यूनिट्स 

NAV कैसे निकाली जाती हैं | Mutual Fund NAV Calculation

किसी भी म्यूच्यूअल फंड की NAV उसके एक यूनिट का मूल्य या दाम होती है। एक म्यूच्यूअल फंड अनेक निवेशकों के जमा धन से मिलकर बना होता है। जो पैसा हम जमा करते हैं वह फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किया जाता है। फण्ड मैनेजर अपनी एक्सपर्ट सेवाओं के बदले हमसे Expenses Ratio के रूप में कॉस्ट चार्ज करते हैं जो 1-2% तक हो सकता हैं।

फंड मैनेजर ही यह तय करता है कि वह निवेशकों का पैसा कहां-कहां लगाएगा। सामान्यतः फंड मैनेजर आपका पैसा स्टॉक मार्केट, कॉरपोरेट्स बांड्स, गवर्नमेंट बॉन्ड्स में लगाता है। इन स्टॉक्स, बांड्स के मार्केट रिटर्न्स पर ही Mutual Fund की NAV निर्भर करती हैं।

NAV = (Total Asset of Mutual Fund – Total Exp. and Liabilities of Mutual Fund) ÷ Total Outstanding Units

यहाँ –

  • Total Asset of Mutual Fund = स्टॉक्स + बांड्स + Cash
  • Total Exp. and Liabilities of Mutual Fund = Management Fee या  Expenses Ratio + Redemption Claims of Mutual Funds
  • Total Outstanding Units = कुल यूनिट्स जो निवेशकों के पास में हैं। 

चलिए दोस्तों, NAV की Calculation को एक उदाहरण की सहायता से समझते हैं –

SBI Mutual Fund में 2023 में कई निवेशकों के मिलाकर कुल 1,00,000/- जमा थे। उस समय इस म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम के कुल 10,000/- के खर्चे या दायित्व थे। सभी निवेशकों को मिलाकर कुल 5000 यूनिट्स जारी की गई थी।  

यहाँ 2023 में NAV (Net Asset value) होगी =  ( ₹ 1,00,000 – ₹ 10,000) ÷ 5000 =  ₹18

मान लीजिये 2027 में ₹1,00,000 के निवेश की कीमत बढ़कर ₹2,00,000 हो गई और एक्सपेंसेस ₹20,000 . साथ में यूनिट की संख्या बढ़कर 7,000 हो गई अब यहाँ NAV क्या होगी?   

NAV in 2027 = ( ₹ 2,00,000 – ₹ 20,000) ÷ 7000 =  ₹25.71 

SIP या Lump sum में यूनिट्स किस प्रकार आवंटित होती हैं?

दोस्तों, आपने NAV क्या है तो समझ लिया। परन्तु अब सवाल उठता है कि आपके द्वारा किये गए इन्वेस्टमेंट पर यूनिट्स किस प्रकार आवंटित की जाती हैं।

चाहे आप SIP कर रहे हो या लम सम, जब भी आपका पैसा म्यूच्यूअल फंड कंपनी के पास पहुंचेगा उस दिन की NAV के आधार पर ही आपको यूनिट्स आवंटित की जाएगी। 

आपके द्वारा किये गए इंवेस्टमेंट् में Present NAV का भाग लगाकर आपको यूनिट्स allot की जाती हैं।

जैसे की आपकी 5,000 की SIP की क़िस्त गई हैं और उस समय आपकी स्कीम की NAV ₹100 थी। तो यहाँ आपको 50 यूनिट्स क्रेडिट की जाएगी। 

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NAV का क्या उपयोग हैं या NAV का क्या महत्व हैं

  • आपके म्यूच्यूअल फण्ड फोलियो में कुल क्रेडिट यूनिट्स और करंट NAV का गुणा ही आपके पोर्टफोलियो की Current value होती है। 
  • Present Portfolio Value = Total units × Present NAV
  • जब भी किसी निवेशक द्वारा Buy या sell के सौदे किये जाते हैं वे NAV के आधार पर ही किये जाते हैं।
  • Buy करते वक़्त units निकालने के लिए NAV का उपयोग किया जाता हैं।
  • Redemption transaction में NAV के द्वारा ही Redemption वैल्यू ज्ञात की जाती हैं।  
Mutual Fund NAV calculation

NAV से सम्बंधित गलतफहमियां 

NAV से सम्बंधित कुछ गलतफहमियां अगले 3 पॉइंट्स के माध्यम से बताई गई हैं। 

1. क्या म्यूचुअल फंड खरीदते वक्त NAV देखनी चाहिए?

कई निवेशक म्यूचुअल फंड NAV एवं Stock की प्राइस को एक जैसा ही समझते हैं। कहने का मतलब हैं कि जैसे कि कोई स्टॉक का मूल्य ज्यादा है तो वह overvalued दिखाई देता हैं या फिर किसी कम मूल्य वाले शेयर को undervalued देखकर ज्यादा रिटर्न की आशा में खरीदना।

परंतु म्यूचुअल फंड खरीदने से पहले NAV को check करने का कोई तुक नहीं बैठता। आइये इसे मैं एक आसान से उदाहरण की सहायता से बताने का प्रयास करता हूँ। 

 Aditya Birla Sun Life Frontline Eq. FundFranklin India Equity Fund 
Current NAV (as on 22.01.2021)277.24737.45
Fund Launch Date30 Aug- 200229 Sep- 1994
1 Year Return 18.67%23.06%
3 Year Return6.92%6.38%
5 Year Return13.64%12.80%

इस टेबल से आपको समझ में आ गया होगा कि NAV का फंड सलेक्शन से कोई संबंध नहीं है। ऊपर उदाहरण में आप देख सकते हैं कि बिरला सन लाइफ की NAV फ्रैंकलिन इंडिया फण्ड के मुकाबले काफी कम है। परन्तु इसका मतलब ये नहीं है कि Aditya Birla फंड undervalued हैं और वह Franklin India के मुकाबले ज्यादा returns देगा। यहाँ दोनों फंड्स ने लगभग एक जैसा प्रदर्शन किया हैं। 

इसलिए कभी भी म्यूच्यूअल फंड्स खरीदते समय NAV को चेक करना बिलकुल भी जरुरी नहीं हैं। Mutual Funds को evaluate करने में पास्ट परफॉरमेंस और रिटर्न्स ही देखे जाते हैं न की Net asset value. 

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2. क्या आपको ज्यादा NAV वाले म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए?

किन्ही दो या अधिक म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम्स की NAV का आपस में कम या ज्यादा होना किसी म्यूच्यूअल फंड की परफॉर्मेंस से कोई संबंध नहीं है। किसी शेयर प्राइस के जैसे NAV कभी भी undervalued या overvalued नहीं हो सकती। इसका सीधा सा कारण है कि NAV डिमांड और सप्लाई से कंट्रोल नहीं होती है। NAV मात्र AUM (Asset under Management) से कंट्रोल होती है। 

इसलिए Mutual Fund चुनते वक़्त NAV कितनी हैं, देखना आवश्यक नहीं हैं।   

3. क्या NAV भी स्टॉक प्राइस के जैसे गिरती है?

जैसा कि आप जानते हैं कि म्यूचुअल फंड अपना अधिकांश निवेश स्टॉक मार्केट में करते हैं। स्टॉक का मूल्य निरंतर बदलता रहता है। अगर निवेशित shares का मूल्य बढ़ेगा तो NAV भी बढ़ेगी और shares की प्राइस कम होगी तो NAV में भी गिरावट आएगी। इस प्रकार स्टॉक मार्केट के प्रदर्शन के आधार NAV लगातार घटती-बढ़ती रहती हैं। 

Stock Price और Mutual Fund NAV में क्या अंतर है?

जैसा कि मैंने पहले बताया स्टॉक प्राइस और म्यूचुअल फंड एनएवी में कोई सीधा संबंध नहीं है। आप जब भी किसी शेयर या स्टॉक को खरीदते हैं तो आप उसके मार्केट प्राइस पर खरीदते हैं। जबकि Mutual Funds में खरीदारी-बिकवाली बुक वैल्यू पर होती है। Mutual Funds में NAV ही बुक वैल्यू होती है।

किसी शेयर की प्राइस ट्रेडिंग सेशन के दौरान हर मिनट बदलती रहती है। जबकि म्यूच्यूअल फंड की NAV ट्रेडिंग डे के अंत पर ही निकाली जाती है। सेबी के निर्देशानुसार हर म्यूच्यूअल फण्ड हाउस अपनी प्रत्येक स्कीम की NAV हर दिन कैलकुलेट करके disclose करता हैं। 

किसी शेयर का मूल्य डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करता हैं। परन्तु NAV का मूल्य म्यूच्यूअल फण्ड की डिमांड और सप्लाई पर निर्भर नहीं करता।

किसी Mutual Fund की NAV कैसे देखें?

अगर आप भी किसी म्युचुअल फंड की NAV देखना चाहते हैं तो आप NAV इन प्लेटफार्म पर देख सकते हैं – मनीकंट्रोल, वैल्यू रिसर्च, फंड हाउस की ऑफिसियल वेबसाइट। 

Investment Timing का NAV से क्या सम्बन्ध हैं?

सेबी के नए नियमों के अनुसार 1 फरवरी 2021 से निवेशक को उस दिन की NAV आवंटित की जाएगी जब पैसा म्यूच्यूअल फंड हाउस के पास पहुंच जाएगा। अगर आप कोई भी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते हैं जो ट्रेडिंग डे के 3:00 बजे से पहले किया गया है तब आपको उसी दिन की NAV प्राप्त होगी।

अगर आपने 3:00 बजे के बाद ट्रांजैक्शन किया है तो अगले ट्रेडिंग डे की NAV अलॉटमेंट होगी। SIP के ऑटो डेबिट की स्थिति में पैसा जिस दिन में म्यूच्यूअल फंड कंपनी के पास पहुंचेगा उस दिन की NAV आवंटित की जाएगी। 

FAQ on NAV Meaning in Hindi

  1. म्यूचुअल फंड NAV का मतलब क्या होता है?

    NAV यानि की नेट एसेट वैल्यू। ये प्रत्येक म्यूचुअल फंड की एक यूनिट की रेट होती हैं। NAV के आधार पर ही म्यूचुअल फंड को ख़रीदा और बेचा जाता हैं।

  2. NAV की गणना कैसे की जाती है?

    म्यूचुअल फंड की NAV को कुल एसेट्स में से सभी खर्चें निकालने के बाद कुल यूनिट्स का भाग देकर निकाला जाता हैं। ये प्रक्रिया रोज़ की जाती हैं।

  3. म्यूचुअल फंड में यूनिट का क्या मतलब होता है?

    म्यूचुअल फंड में एक यूनिट सम्पूर्ण निवेश का सबसे छोटा हिस्सा होती हैं। जब भी म्यूचुअल फंड में कोई ट्रांसेक्शन किया जाता हैं तो वो यूनिट के आधार पर ही किया जाता हैं। म्यूचुअल फंड की कीमत यूनिट की संख्या और NAV के आधार पर बदलती रहती है।

  4. क्या डिविडेंड (लाभांश) NAV में शामिल होता हैं?

    नहीं, जब भी फंड हाउस डिविडेंड का भुगतान करता हैं तो वो NAV में घटा दिया जाता हैं। इसलिए आपको म्यूचुअल फंड ग्रोथ प्लान की NAV हमेशा डिविडेंड प्लान से ज़्यादा देखने को मिलेगी।

निष्कर्ष – म्यूच्यूअल फण्ड NAV क्या हैं?

दोस्तों, आपने आज जाना की NAV को ज्यादा तवज्जो देना आवश्यक नहीं हैं परन्तु फिर भी इसका बेसिक कांसेप्ट आपको जरूर पता होना चाहिए। 

आज इस आर्टिकल के माध्यम से आपने समझा की What is Mutual Fund NAV, NAV Meaning in Hindi और NAV calculation. अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में जरूर शेयर कीजिए। 

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नमस्कार दोस्तों ! मैं राज कुमार बैरवा पूंजी गाइड ब्लॉग का फाउंडर हूँ। मैं पूंजी गाइड ब्लॉग पर शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड, पर्सनल फाइनेंस से सम्बंधित जानकारियां शेयर करता हूँ।

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