7 टिप्स से अपने पैसो को कैसे बढ़ाये – How to grow Your Money

दोस्तों, क्या आपको पता हैं की आपका पैसा आपके बैंक अकाउंट में रखे-रखे कम होता रहता हैं।

सुनकर आश्चर्य हुआ ना? ऐसा कैसे हो सकता हैं?

जी हां,  औसत मुद्रास्फीति की दर लगभग 6% वार्षिक रहती हैं। जबकि आपके बैंक के सेविंग अकाउंट पर 3 से 3.50% की दर से वार्षिक ब्याज मिलता हैं। अगर आपके बैंक अकाउंट में साल भर के लिए ₹100 पड़े हैं तो एक वर्ष बाद रहेंगे तो वे ₹100 ही। परन्तु उन ₹100 की वैल्यू वास्तव में ₹97 ही होगी।

पैसों की क्रय शक्ति समय के अनुसार घटती रहती हैं। जो चीज आप 10 साल पहले ₹100 में खरीद सकते थे वह आज आप वापस ₹100 में नहीं खरीद पाओगे।

इस समस्या का कोई समाधान?

एक सक्षम और वित्तीय रूप से समझदार व्यक्ति के रूप में आपको अपने पैसों का सही इस्तेमाल करना होगा। साथ ही कुछ वित्तीय नियम अपनाने होंगे जिससे आप मुद्रास्फीति को बीट करके अपने पैसों को ग्रो कर सकें।

आज इस आर्टिकल के माध्यम से मैं आपको 7 ऐसे पॉइंट बताऊंगा जिनकी मदद से आप अपने पैसों को सही इस्तेमाल करना सीखेंगे साथ ही अपने पैसे को ग्रो भी कर पाएंगे।

How to grow Your Money

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1. निवेश की शुरुवात करें – Start Investing

या तो आप बिना सोचे-समझे जैसा की सभी करते हैं पैसे कमाने के पीछे भागते रहे। या स्मार्ट इन्वेस्टर की भांति कमाए हुए पैसों को काम पर लगाए जो आपको ओर पैसा कमा के दे।

अगर आपको अपने पैसों को ग्रो करना है तो आपको आज से ही निवेश की शुरुआत करनी होगी। सेविंग अकाउंट में रखे पैसे बढ़ने के बजाय घट जाते हैं जबकि FD इन्फ्लेशन के आसपास ही रिटर्न दे पाती हैं। इसलिए आपको अपने लक्ष्य के अनुसार और अपनी रिस्क लेने की क्षमता के आधार पर इन्वेस्टमेंट शुरू कर देना चाहिए।

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आप अपनी आपातकालीन आवश्यकताओं के लिए एक इमरजेंसी फंड बनाए जिसे आप फिक्स्ड डिपाजिट, रेकरिंग डिपाजिट या बैंक अकाउंट के रूप में रख सकते हैं। जो आपके जरूरत के समय काम आ सके।

इमरजेंसी फण्ड आप अपनी मासिक आय का 3 से 4 गुना रख सकते हैं।

इसके अलावा आप अतिरिक्त पैसों को जिनकी आपको निकट भविष्य में आवश्यकता नहीं हैं उन्हें निवेश करें। आपको मैं कुछ निवेश विकल्प बता रहा हूं जिन्हें आप अपनी सहूलियत के हिसाब से चुन सकते हैं।

म्यूचुअल फंड, स्टॉक्स, रियल स्टेट, गोल्ड, PPF, NPS.  इन सब निवेश के विकल्पों में से आप अपना निवेश शुरू कर सकते हैं। इनमें से कुछ ऐसे निवेश प्लान हैं जिनमें आप टैक्स सेविंग भी कर सकते हैं। जिससे आपका टैक्स तो बचेगा ही साथ ही इन्वेस्ट किए हुए पैसे पर आपको रिटर्न भी मिलेगा। सीधे तौर पर ये आपको डबल बेनिफिट देता हैं।

लेकिन ऐसा नहीं की आप कहीं भी आँख बंद करके निवेश कर दे। पहले निवेश के बारे में सहीं जानकारी प्राप्त करें और सही विश्लेषण करें फिर निवेश करें।

Golden Rules of Saving –

  1. आपकी इनकम या सैलरी प्राप्त होते ही सबसे पहले इन्वेस्टमेंट के लिए पैसे निकाले, बाद में खर्च करें। ऐसा करने से आप फ़िज़ूल खर्चो से बचोगे साथ ही आपकी बचत भी होने लगेगी।
  2. आपको अपनी आय का न्यूनतम 20% सेव करना चाहिए। अगर आपकी आय ₹20,000 है तो आप हर महीने ₹4,000 निवेश कर सकते हैं या बचा सकते हैं।
  3. अपनी आय में वृद्धि के साथ-साथ अपनी सेविंग को भी जरूर बढ़ाएं। जो आपके गोल्स को जल्दी प्राप्त करने में मदद करेगा।
  4. आपको अपनी उम्र के मुताबिक ही रिस्क लेना चाहिए। अगर आपकी उम्र कम है जैसे की 20 से 45 वर्ष तो आप ज्यादा रिस्क लेने वाले निवेश विकल्पों में निवेश कर सकते हैं। वही ज्यादा उम्र वाले व्यक्तियों को फिक्स रिटर्न या बहुत ही कम रिस्क वाले इंस्ट्रूमेंट में निवेश करना चाहिए।

2. अपने निवेश को नियमित रखें – Regular your Investment

हम में से अधिकांश निवेशक शुरुआत में किसी निवेश प्लान को लेकर काफी उत्साहित रहते हैं। लेकिन हम बिना निवेश प्लान के बारे में सही जानकारी लिए और पर्याप्त समय दिए अपने लक्ष्य और सपने संजो लेते हैं।

ये मानव प्रकति रही हैं की किसी काम को अति उत्साही होकर शुरु करना जैसे कि व्यायाम प्रारंभ करना, किसी नई भाषा को सीखना शुरू करना। परंतु कुछ समय पश्चात इन कामों से हाथ खींच लेना।

पैसों के मामले में ऐसा करना आप को बहुत बड़ा नुकसान दे सकता है। सेविंग में भी बून्द-बून्द से घड़ा भरता हैं। ऐसा नहीं हैं की आप अचानक से अमीर बन जायेंगे। अधिकतर निवेश ऑप्शन जो मार्केट पर आधारित रहते हैं उनको समय देना ही होता हैं। उनके रिटर्न्स कम समय में नेगेटिव भी हो सकते हैं।

इसलिए अगर आपने किसी निवेश विकल्प में इन्वेस्टमेंट प्रारंभ किया है तो आपको उसको नियमित रखना होगा। साथ ही उसे पर्याप्त समय भी देना होगा। आप किसी निवेश में नियमित रूप से निवेश करेंगे तो आपको रूपी कॉस्ट एवरेजिंग का फायदा भी मिलता हैं।

3. निवेश की जल्दी शुरुवात करें – Start Early

जे. पी लिविंगस्टन, न्यूयॉर्क की एक महिला जो मात्र 28 वर्ष की उम्र की में लगभग 17 करोड़ की संपत्ति के साथ रिटायर हो गई।

यह प्रेरणादायक है परंतु कहीं आप यह आर्टिकल 28 वर्ष की उम्र के बाद तो नहीं पढ़ रहे।

इसमें बिल्कुल भी निराशा की बात नहीं है। आपकी उम्र चाहे कुछ भी हो जब आप अपने पैसे के बारे में जागरूक हुए तब से शुरुआत करें। अगर आप एक स्टूडेंट हैं तो अपनी पॉकेट मनी का कुछ हिस्सा जरूर सेव करना चाहिए। ये थोड़ा कठिन जरूर हैं परन्तु आप थोड़ा अनचाहे खर्चे काटकर बचा तो सकते ही हैं।

निवेश की जल्दी शुरुआत करने से आपके निवेश को समय ज्यादा मिलता हैं और आपके पैसे की कंपाउंडिंग तेजी से होती हैं।

मान लीजिये आपने प्रति महीना ₹2,000 की SIP 30 वर्ष की उम्र में शुरू की। आपको अपनी 50 वर्ष की उम्र में रिटायर होना हैं। यहां पर 12% की दर से आप 50 वर्ष की उम्र में 20 लाख रुपए के साथ रिटायर हुए।

परंतु अगर आपने यह निवेश 20 वर्ष की उम्र में प्रारंभ किया होता तो आपके निवेश को 30 वर्ष का समय मिलता। यहां पर आपकी मैच्योरिटी होती 70 लाख रूपये। यहाँ पर 50 लाख का अंतर पैदा हो गया हैं जो की बहुत बड़ा होता हैं। इससे आपको शायद समय की कीमत का अंदाजा हो गया होगा।

4. अपने निवेश को विविधता प्रदान करें – Diversify Portfolio

अंग्रेजी में एक कहावत हैं – “Don’t put all your eggs in one Bucket”

इसका मतलब है कि कभी भी आंख बंद करके अपना संपूर्ण निवेश किसी भी एक इन्वेस्टमेंट प्लान में ना करें। ऐसा करने से जोखिम की मात्रा बहुत ही अधिक हो जाती हैं।

अपने पैसो को को हमेशा अलग-अलग जगह निवेश करें। अगर आप मार्केट (स्टॉक मार्केट, म्यूच्यूअल फण्ड, रियल स्टेट) में निवेश कर रहे हो तो आपको कुछ फिक्स्ड ब्याज दर वाले निवेश विकल्पों में भी अपना कुछ पैसा डालना चाहिए।

आपके पोर्टफोलियो में म्यूच्यूअल फंड, शेयर्स, रियल स्टेट, गोल्ड, पीपीएफ, बांड्स का सांमजस्य आपके पोर्टफोलियो को विविधता प्रदान करते हैं। इससे रिस्क सभी क्षेत्रों में बंटकर काफी कम हो जाती हैं। किसी एक निवेश प्लान में इन्वेस्ट किये गए पैसे डूबने पर भी आपके अन्य निवेश आपके लॉस को कवर करने के लिए तैयार रहते हैं।

5. ऋणों से बचें – Say no to Debts

अगर देखा जाए तो हमारा ऋण या लोन हमारे अमीर बनने में सबसे बड़ा रोड़ा होता हैं। लगातार ऋण का बोझ ढ़ोने के कारण हम बचत करने के बारे में सोच भी नहीं पाते।

एक तरफ से देखा जाए तो लोन लेना हमारे लिए अति आवश्यक हो जाता है जैसे कि एजुकेशन लोन, होम लोन। इसलिए मैंने इस आर्टिकल के प्रारम्भ में ही बताया हैं की आपको जल्दी निवेश की शुरुवात करनी चाहिए जिससे आप अपने गोल्स के लिए निवेश के द्वारा राशि इकट्ठी कर सकें।

फिर भी जहां तक हो सके लोन से अपने आपको बचना चाहिए। अगर आप ने लोन ले भी लिया है तो उसकी EMI ऐसी होनी चाहिए जिसे चुकाने के बाद भी आपके लिए बचत के लिए कुछ पैसे बच पाएं।

अगर लोन के अलावा अन्य छोटे-मोटे ऋणों (debts) की बात की जाए तो हम अपनी लाइफ को विलासिता पूर्ण (luxurious) बनाने के लिए ऋण लेते हैं जैसे कि बड़ा टी.वी, वॉशिंग मशीन, महंगा फोन आदि।

ऐसी लग्जरी वाली चीजे हमारे शौक पूरा कर सकती हैं साथ ही हमें रिश्तेदारों और पड़ोसियों में इज्जत दिला सकती हैं। परंतु साथ में हमें वित्तीय रूप से कमजोर भी बनाती हैं। ये सब विलासितापूर्ण चीजे आपको एक नया स्टैण्डर्ड देती हैं जिससे आप चाहकर भी नीचे नहीं आ सकते।

इसलिए आपको ऐसे ऋण जो फ़िजूल के खर्चों के लिए गए हैं उनसे दूरी बनानी चाहिए। ऐसे पैसों को आप निवेश करके ग्रो कर सकते हैं।

6. हेल्थ इंश्योरेंस रखे – Health Insurance

हेल्थ इंश्योरेंस आपकी वेल्थ को ग्रो करने का कोई डायरेक्ट तरीका नहीं हैं। परंतु हेल्थ इंश्योरेंस आपकी सेविंग को बनाये रखने के लिए असरदार जरूर हैं। हेल्थ इंश्योरेंस वह जरिया हैं जो आपके अनचाहे बड़े हॉस्पिटलों के खर्चों से आपको बचा सकता हैं।

अगर किसी के घर में कोई परिवार के सदस्य को क्रिटिकल बीमारी हो गई है। ऐसी स्थिति में अस्पताल और बेड का खर्चा बहुत महंगा पड़ सकता हैं। ये बीमारी का खर्च उस परिवार की पूरी सेविंग खत्म कर सकता हैं। साथ ही इसमें कर्जा होने की सम्भावना भी रहती हैं।

यही अगर आपने अपने लिए हेल्थ इंश्योरेंस लिया हैं तो यह सब खर्चा आपका बच जायेगा। अस्पताल और बीमारियों के भारी खर्च के झंझट में पड़ने से बढ़िया हैं की आप अपने लिए समझदारी से एक हेल्थ कवर जरूर ले।

7. फ़िज़ूल खर्चों में कटौती करें – Cut down spending

वेल्थ क्रिएट करने का यह मेरा अंतिम और महत्वपूर्ण फार्मूला हैं। ऐसा नहीं है कि आप बिल्कुल कंजूस बन कर अपनी लाइफ के अच्छे दिनों को यूँही गँवा दें। आपको जरूरी और गैर जरूरी खर्चों के बीच के अंतर को समझना होगा जैसे कि बाहर खाना खाना। इसमें कमी करना आपके स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होगा और आपके पैसे भी बचाएगा।

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आपको आवश्यक चीजों में निश्चित तौर पर पैसा खर्च करना हैं। परन्तु जिन चीजों के बिना भी आप आसानी से काम चला सकते हैं उन पर खर्च करने का कोई तुक नहीं बनता।

अगर आप ऐसे छोटे-छोटे फिजूल खर्चों को करने से बचेंगे तो आप कुछ समय में ही अपने बजट में सुधार महसूस करेंगे। आप इन अतिरिक्त बचे हुए पैसों को कहीं निवेश कर सकते हैं या किसी अन्य उपयोगी काम में प्रयोग ले सकते हैं।

फिजूल खर्चों में कटौती से सम्बंधित मैं एक बात कहना चाहूंगा की ऐसा नहीं हैं की आपने खर्चो में कटौती की ये बात पहले कभी नहीं सुनी होगी। परन्तु आपने इसको अमल में नहीं लिया तभी आज आप ये आर्टिकल पढ़ रहे हैं। इसलिए इसकी आदत जरूर डाले और परिवर्तन देखे।

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निष्कर्ष

अमीर हम सब बनना चाहते हैं परंतु हम में से अधिकांश बस अमीर कैसे बने सोचते रहते हैं और अमीर बनने के लिए शॉर्टकट ढूंढते रहते हैं। अपने पैसों को ग्रो करने के लिए आपको मेहनत करनी होगी। अपने कमाये हुए पैसों से पैसे कमाना सीखना होगा।

अगर आप बस ज्यादा पैसे कमाने के पीछे भागोगे और और कमाए पैसों का सहीं इस्तेमाल करोंगे तो आपको कई दिक्क़तो का सामना करना पड़ सकता हैं। इसलिए अपने पैसे तो नियमित रूप से निवेश कीजिए जो आपको अच्छा रिटर्न बना कर दें।

दोस्तों, अगर यह पैसो के सही उपयोग और वेल्थ बनाने की जानकारी आपको पसंद आई हो तो इसे अपने साथियों के साथ जरूर शेयर करें।

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नमस्कार दोस्तों ! मैं राज कुमार बैरवा पूंजी गाइड ब्लॉग का फाउंडर हूँ। मैं पूंजी गाइड ब्लॉग पर शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड, पर्सनल फाइनेंस से सम्बंधित जानकारियां शेयर करता हूँ।

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