डिजिटल गोल्ड क्या हैं | क्या आपको इसमें निवेश करना चाहिए?

लोग वर्षों से गोल्ड में निवेश कर रहे हैं और आज भी गोल्ड इन्वेस्टमेंट इतना ही लोकप्रिय हैं। वर्तमान मार्केट में निवेश के कई विकल्प आ जाने के बाद भी गोल्ड इन्वेस्टमेंट की उपस्थिति बनी हुई हैं।

पिछले कुछ समय से डिजिटल क्रांति काफी ज्यादा विस्तारित हुई हैं जिसका असर गोल्ड निवेश पर भी हुआ हैं। अब गोल्ड फिजिकल के साथ-साथ डिजिटल रूप में भी मिलने लगा हैं।

What is Digital Gold digital gold kya hai

आज हम Digital Gold के कई महत्वपूर्ण सवालों के बारे में बात करेंगे जैसे की डिजिटल गोल्ड क्या हैं (What is Digital Gold), ये कैसे काम करता हैं और डिजिटल गोल्ड के फायदे और नुकसान। साथ में इस आर्टिकल के अंत में हम बात करेंगे की क्या आपको डिजिटल गोल्ड में निवेश करना चाहिए या नहीं।

डिजिटल गोल्ड क्या हैं (What is Digital Gold in Hindi)

अगर बिलकुल आसान भाषा में बात की जाए तो डिजिटल गोल्ड फिजिकल गोल्ड में इन्वेस्ट करने का एक तरीका हैं। जैसे आप किसी दुकान से गोल्ड खरीदते हैं ठीक वैसे ही आप ऑनलाइन प्लेटफार्म से डिजिटल गोल्ड खरीद सकते हैं।

ऑनलाइन गोल्ड को सेलर कस्टमर के लिए स्वयं स्टोर करके रखता हैं। आप मात्र ₹1 का भी शुद्ध 24 कैरेट गोल्ड खरीद और बेच सकते हैं।

इस प्रकार डिजिटल गोल्ड को ख़रीदना एक ऐसा वर्चुअल तरीका हैं जिससे आप बिना किसी फिजिकल डिलीवरी के सोना खरीदकर उसमें निवेश कर सकते हैं। इसमें वास्तविक स्वामित्व आपके पास ही रहता हैं परन्तु जितना सोना आपने ख़रीदा हैं उतना सोना सर्विस प्रोवाइडर आपके लिए वॉल्ट में सुरक्षित रख देता हैं।

डिजिटल गोल्ड कैसे खरीदें (How to buy Digital Gold)

भारत में मुख्य रूप से तीन डिजिटल गोल्ड सेलर हैं।

  1. MMTC (Govt.)
  2. Safe Gold
  3. Augmont

ये तीनों कंपनिया गोल्ड खरीदती हैं और उनके प्लेटफार्म की तरफ से निवेशकों के गोल्ड को सुरक्षित रखती हैं। निम्न प्लेटफॉर्म्स की मदद से आप ई-गोल्ड खरीद सकते हैं –

  • Paytm
  • Phone pe
  • Google Pay
  • Airtel Payments Bank
  • Amazon.in
  • Tanishq

आप इनमें से किसी भी प्लेटफार्म पर जाकर डिजिटल गोल्ड खरीद कर उसमें निवेश कर सकते हैं। इनमें आप अपने गोल्ड को तुरंत बेच कर तुरंत भी बेच सकते हैं।

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डिजिटल गोल्ड के फायदे और नुकसान

इस डिजिटल जगत में डिजिटल गोल्ड निवेश के रूप में फिजिकल गोल्ड से आगे बढ़ रहा हैं। परंतु किसी भी इन्वेस्टमेंट प्लान को चुनते समय उसके फायदे और नुकसान के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए जिससे की आप अपने लिए सर्वोत्तम निर्णय ले सके।

डिजिटल गोल्ड के फायदे (Benefits of Digital Gold)

(i) कोई मेकिंग चार्जेस नहीं – अगर आप फिजिकल गोल्ड खरीदते हो तो आपको 10 से 15% तक का मेकिंग चार्ज देने पड़ सकते हैं परंतु डिजिटल गोल्ड में आपको गोल्ड की वास्तविक डिलीवरी तो उठानी होती नहीं हैं। इससे आपकी 10 से 15% की अतिरिक्त लागत बच जाती हैं।

(ii) कोई न्यूनतम निवेश नहीं – डिजिटल गोल्ड में कोई भी न्यूनतम निवेश की आवश्यकता नहीं हैं। आप मात्र ₹1 का भी गुणवत्तापूर्ण सोना खरीद सकते हैं। वही फिजिकल गोल्ड में आपको ऐसी कोई सुविधा नहीं मिलती।

(iii) डिजिटल गोल्ड खरीदने पर आपको चोरी का कोई डर नहीं रहता जबकि फिजिकल गोल्ड में चोरी का खतरा हमेशा बना रहता हैं।

(iv) निवेशक जब चाहे अपने डिजिटल गोल्ड की फिजिकल डिलीवरी ले सकता हैं।

(v) डिजिटल गोल्ड को ऑनलाइन लोन में कोलेट्रल (collateral) के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता हैं।

(vi) निवेशक जब चाहे अपने गोल्ड इन्वेस्टमेंट को 24×7 मार्केट रेट पर बेच सकता हैं।

(vii) गोल्ड आपके पोर्टफोलियो को डायवर्सिफिकेशन प्रदान करता हैं।

डिजिटल गोल्ड के नुकसान (Drawbacks of Digital Gold)

डिजिटल गोल्ड में निवेश करने के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं जिनका आपको ध्यान होना आवश्यक हैं।

(i) रेगुलेटर की अनुपस्थिति – डिजिटल गोल्ड के ट्रांजैक्शंस की देखरेख के लिए कोई नियामक नहीं हैं। जो इसे थोड़ा रिस्की बनाता हैं। जबकि ईटीएफ गोल्ड के लिए सेबी और सॉवेरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए आरबीआई नियामक हैं।

कोई रेगुलेटर नहीं होने की वजह से NSE ने अपने मेंबर्स पर डिजिटल गोल्ड को बेचने पर प्रतिबंध लगा दिए हैं जिससे Upstox, groww जैसे प्लेटफॉर्म अब डिजिटल गोल्ड की सेवाएं नहीं दे पाएंगे।

(ii) जब भी आप अपने डिजिटल गोल्ड की डिलीवरी लेना चाहते हैं तो आपको 3% GST देना होता हैं जो इसकी लागत बढ़ जाती हैं।

(iii) होल्डिंग चार्जेज – कुछ डिजिटल पार्टनर्स आपसे गोल्ड को vault में होल्ड करने के चार्ज भी वसूल करते हैं।

(iv) डिलीवरी और मेकिंग चार्जेस – अगर आप अपने डिजिटल गोल्ड की डिलीवरी लेना चाहते हैं तो आपको मेकिंग चार्जेज और डिलीवरी चार्ज देने होते हैं। ये डिजिटल गोल्ड का एक बहुत बड़ा नुकसान हैं।

(v) होल्ड करने की निर्धारित सीमा – डिजिटल गोल्ड में निवेश करने का एक अन्य बड़ा नुकसान हैं कि निवेशक इसे indefinite पीरियड के लिए होल्ड नहीं कर सकते। अधिकांश डिजिटल गोल्ड सर्विस प्रोवाइडर्स गोल्ड को डिजिटल रूप में होल्ड करने की एक निश्चित अवधि रखते हैं। इस अवधि के बाद या तो अपने डिजिटल गोल्ड को बेचना होगा या उसकी फिजिकल डिलीवरी होगी।

क्या डिजिटल गोल्ड इन्वेस्टमेंट में कोई लॉक-इन-पीरियड होता हैं?

डिजिटल गोल्ड निवेश में कोई भी लॉक इन पीरियड नहीं होता हैं। निवेशक जब चाहे अपने गोल्ड को बेच सकता हैं वो भी बिना किसी पेनल्टी के। 

क्या डिजिटल गोल्ड इन्वेस्टमेंट सेफ हैं?

वैसे डिजिटल गोल्ड में कोई रेगुलेटरी अथॉरिटी नहीं हैं। परंतु फिर भी ये सुरक्षित निवेश माना जा सकता हैं। इसकी मुख्य वजह हैं MMTC जो एक सरकारी एजेंसी हैं जो इस फील्ड में कार्य कर रही हैं। 

आप जो भी गोल्ड खरीदते हैं वह आपके वॉलेट में सुरक्षित रहता हैं जिससे धोखाधड़ी की संभावना कम रहती हैं। 

लेकिन कोई नियामक नहीं होने की वजह से इसमें थोड़ी जोखिम अवश्य बन जाती हैं।   

क्या आपको डिजिटल गोल्ड में निवेश करना चाहिए?

इस सवाल का उत्तर सभी निवेशकों के लिए अलग अलग हो सकता हैं। अगर आपको गोल्ड इन्वेस्टमेंट करना हैं और आप उसे फिजिकल फॉर्म में खरीदना चाहते हैं तो इसमें बिल्कुल भी समझदारी नहीं होगी। इसमें आपको मेकिंग चार्जेस, जीएसटी, डिस्मेंटलिंग चार्जेज आदि देने होते हैं जिससे आपको कोई फायदा नहीं होता।

अब इसका दूसरा विकल्प हैं डिजिटल गोल्ड। इसमें आपको फिजिकल गोल्ड जैसे चार्ज तो पे नहीं करने पड़ते परंतु डिलीवरी लेते समय आपको मेकिंग चार्जेस और GST देने होते हैं।

गोल्ड एक सेफ इन्वेस्टमेंट माना जाता हैं इस वजह से इसके रिटर्न भी कम होते हैं। इसलिए अगर आप एक ऐसे इन्वेस्टर हैं जो बहुत ही कम रिस्क लेना पसंद करते हैं तो आप डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं।

डिजिटल गोल्ड को होल्ड करने का निश्चित समय, रेगुलेटर की अनपस्थिति और स्प्रेड चार्जेज इसकी आकर्षकता को कम कम करते हैं।

इसलिए अगर आप एक ऐसे निवेशक हैं जिसकी उम्र कम हैं और लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं उनके लिए डिजिटल गोल्ड में निवेश अच्छा विकल्प नहीं माना जा सकता।

अगर आपको गोल्ड में ही निवेश करना हैं तो आप गोल्ड ईटीएफ या सॉवरेन गोल्ड बांड स्कीम में निवेश कर सकते हैं। ये डिजिटल गोल्ड की सभी कमियों को दूर करके अधिक रिटर्न बना कर देता हैं।

FAQ

  1. डिजिटल गोल्ड खरीदने के लिए कौनसा एप्प सही हैं?

    आप किसी भी विश्वसनीय एप्प के साथ डिजिटल गोल्ड खरीद सकते हैं जैसे की Paytm , Phone Pay, Google Pay आदि।

  2. क्या डिजिटल गोल्ड इन्वेस्टमेंट जोखिम भरा हैं?

    डिजिटल गोल्ड का सबसे बड़ा जोखिम हैं की इसका कोई नियामक (रेगुलेटर) नहीं हैं। बाकी रिटर्न के हिसाब से इसकी अतिरिक्त लागतें इसकी कॉस्ट को बढ़ाती हैं।

  3. क्या डिजिटल गोल्ड फिजिकल गोल्ड से बेहतर हैं?

    अगर आप मात्र निवेश के लिए गोल्ड खरीद रहे हैं तो फिर डिजिटल गोल्ड एक अच्छा विकल्प होता हैं।

  4. क्या डिजिटल गोल्ड खरीदने के लिए Kyc करवाने की आवश्यकता हैं?

    आप बिना Kyc के भी डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं।

  5. क्या minor डिजिटल गोल्ड खरीद सकता हैं?

    एक माइनर या अवयस्क ऑनलाइन सोना नहीं खरीद सकता।

  6. क्या बिना पैन कार्ड के डिजिटल गोल्ड में निवेश किया जा सकता हैं?

    अधिकतर प्लेटफॉर्म्स 2 लाख रुपये तक बिना पैन कार्ड के निवेश का विकल्प देते हैं। इससे अधिक निवेश के लिए आपको पैन कार्ड की आवश्यकता होती हैं।

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नमस्कार दोस्तों ! मैं राज कुमार बैरवा पूंजी गाइड ब्लॉग का फाउंडर हूँ। मैं पूंजी गाइड ब्लॉग पर शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड, पर्सनल फाइनेंस से सम्बंधित जानकारियां शेयर करता हूँ।

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