Top up SIP क्या होती हैं | टॉप अप सिप क्यों करें

SIP म्यूचुअल फंड में निवेश करने का सबसे लोकप्रिय तरीका हैं। SIP के माध्यम से हम सामान्यतः प्रत्येक महीने एक निश्चित तारीख को म्यूच्यूअल फंड स्कीम में पैसा जमा करवाते हैं।

अगर आज आपने ₹1,000 की SIP की शुरुआत की तो क्या आप चाहेंगे की 5 वर्ष बाद भी आप की एसआईपी की राशि ₹1,000 ही रहे। आप चाहेंगे की की जैसे-जैसे आपकी आय बढ़े आप थोड़ा-थोड़ा अपनी SIP की राशि को भी बढ़ाते जाये।

इसलिए अगर आप अपनी SIP की राशि को समय के अनुसार बढ़ाना चाहते हैं तो आपको Top up SIP की सही जानकारी होनी आवश्यक हैं।

आज हम म्यूच्यूअल फंड बेसिक में Top up SIP के बारे में ही बात करेंगे जिसमें शामिल होगा Top up SIP क्या हैं, टॉप अप SIP के फायदे और टॉप अप SIP कैसे काम करती हैं।

Top up SIP क्या होती हैं (What is Top up SIP in Hindi)

What is Top up SIP in Hindi

एक आम व्यक्ति हमेशा अपनी जिम्मेदारियों के बोझ तले दबा होता हैं। इसलिए उसे अपने वित्तीय लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए ही निवेश करना होता हैं।

समय के अनुसार जैसे-जैसे आपकी सैलरी या आय बढ़ती हैं उसके अनुसार आप अपने एसआईपी अमाउंट को बढ़ा सकते हैं। अपनी पुरानी म्यूच्यूअल फण्ड SIP की राशि को बढ़ाना ही Top up SIP कहा जाता हैं। जैसे कि आपकी पहले से ₹1,000 की एसआईपी चल रही हैं और 2 वर्ष बाद आपकी आय में कुछ इजाफा हुआ। इसके चलते आपने अपनी सिप ₹1000 से बढ़ाकर ₹1500 कर दी। इस प्रकार आपकी पहले से चल रही SIP के अमाउंट में वृद्धि करने को ही टॉप अप एसआईपी कहा जाता है।

Top up SIP क्यों करें?

SIP के माध्यम से निवेश करना आपके भविष्य के लिए बहुत बढ़िया होता हैं। साथ ही अगर आपने SIP पर टॉप अप करवाया हैं तो ये आपको अपने लक्ष्य पर जल्दी पहुंचने में भी सहायता करता हैं। नॉर्मल SIP और टॉप अप SIP के रिटर्न्स में लम्बे समय में काफ़ी ज्यादा अंतर हो जाता हैं। चलिए स्टेप अप सिप को एक उदाहरण की सहायता से समझते हैं –

 
SIP की राशि₹5,000₹5,000
टॉप अप प्रति वर्षNIL₹500
निवेश की अवधि20 वर्ष20 वर्ष
रिटर्न (अनुमानित)15%15%
परिपक्वता राशि (Maturity amt)75.8 लाख1.15 करोड़

इस उदाहरण में आपने देखा की X और Y दोनों ने ₹5,000 की एसआईपी 20 वर्षों के लिए की शुरू की। Y ने ₹500 प्रति वर्ष स्टेप अप SIP चुनी जबकि एक्स ने कोई टॉप अप प्लान नहीं लिया। टॉप अप प्लान में ₹5,000 प्रति वर्ष यानी कि हर वर्ष ₹5,000 में ₹500 जुड़ते जाएंगे जैसे कि ₹5500, ₹6000, ₹6500.

X को 20 वर्ष बाद ₹75.80 लाख जबकि Y को ₹ 1.15 करोड़ मिलें। यहां पर आप ही सोचिए अगर आपने ₹5,000 की एसआईपी की शुरुआत की तो क्या आप अगले 20 वर्ष तक उसी ₹5000 को जारी रखेंगे। इसीलिए समझदारी इसी में हैं की आप अपनी क्षमता के अनुसार समय-समय पर SIP को बढ़ाते रहें।

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टॉप अप सिप के फायदे

(i) इनकम बढ़ने पर ज्यादा सेविंग – समय के साथ अगर आपकी सैलरी या आय में इजाफा होता हैं तो आप अपनी एसआईपी को टॉप अप करवा सकते हैं। ऐसा करने से आप अपनी सेविंग को पहले के मुकाबले बढ़ा सकते हैं।

(ii) मुद्रास्फीति से बचाव – मुद्रास्फीति (inflation) के कारण समय के अनुसार आपके पैसों की वैल्यू कम होती रहती हैं। अगर औसत मुद्रास्फीति की दर 6% भी मानी जाए तो आप वार्षिक 6% से ज्यादा अपनी सिप में वृद्धि करके मुद्रास्फीति से पार पा सकते हैं। इस प्रकार आप  Step up SIP की मदद से मुद्रास्फीति की समस्या से निज़ात पा सकते हैं।

(iii) वित्तीय लक्ष्यों को जल्दी प्राप्त करने में सहायक एसआईपी आपके long-term लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता करती हैं। अगर आप अपनी SIP को टॉप अप करवाते हैं तो आप अपने लक्ष्य को कम समय में प्राप्त कर सकते हैं या ज्यादा मेच्योरिटी राशि प्राप्त कर सकते हैं।

(iv) फास्ट कंपाउंडिंग – SIP अपनी पॉवर ऑफ़ कम्पाउंडिंग की वजह से जाना जाता हैं। यदि आप अपनी SIP को स्टेप अप करवाते हैं तो आपके निवेश की कंपाउंडिंग तेज होने लगती। तेज कम्पाउंडिंग की वजह से आपका पैसा पहले की अपेक्षा तेज गति से ग्रो होने लगता हैं।

(v) नई SIP करवाने की आवश्यकता नहीं – यदि आपकी आय में वृद्धि होती हैं या कोई नया आय स्त्रोत बन जाता हैं जिसका कुछ हिस्सा आप म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने के बारे में सोचते हैं। ऐसी स्थिति में अगर आप किसी नई म्युचुअल फंड स्कीम में एसआईपी करवाते हो तो ये टाइम कंजूमिंग हो सकता हैं साथ ही पोर्टफोलियो ओवरलैप की समस्या भी उत्पन्न कर सकता हैं। नई SIP करवाने से बढ़िया विकल्प हैं की आप अपनी वर्तमान एसआईपी को ही टॉप अप करवा ले।

SIP Top up के नुकसान

स्टेप अप SIP के बेनिफिट्स के साथ-साथ कुछ नुकसान भी हैं। इनका आपको विशेष रूप से ध्यान रखना होता हैं।

अधिकांश फण्ड हाउस आपको एक बार टॉप अप SIP अमाउंट तय करने के बाद उसे बदलने की अनुमति नहीं देते। अगर आपको अपनी टॉप अप राशि बदलनी हैं तो आपको असुविधा हो सकती हैं।

कुछ फण्ड हाउस अपने निवेशकों को सिप टॉप अप करवाने की सुविधा नहीं दते हैं। अगर आपको SIP की राशि बढ़ानी हैं तो आपको एक नई SIP चालू करनी होगी।

नॉर्मल SIP और Top up SIP में क्या अंतर हैं?

किसी नॉर्मल SIP में आपके पास स्टेप अप एसआईपी की सुविधा नहीं होती। अगर आपकी ₹1,000 की एसआईपी हैं और आप उसे ₹1,500 करना चाहते हैं तो नॉर्मल SIP में आपको ₹500 की एक नई SIP चालू करनी होगी। इस प्रकार आपके पास में एक ही स्कीम की दो SIP हो जाएगी।

परंतु टॉप अप SIP में आपको नई SIP शुरू करने की आवश्यकता नहीं हैं। आप अपनी पुरानी स्कीम में ही एसआईपी की राशि बढ़ा सकते हैं। यह SIP उसी डेट को डेबिट होगी जिस दिन पुरानी एसआईपी डेबिट होती थी।

Top up SIP – Key Points

  • एसआईपी शुरू करवाते समय आपको टॉप अप SIP का विकल्प चुनना होता हैं। कुछ फंड हाउस बाद में भी आपको यह सुविधा देते हैं।
  • अधिकांश ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी न्यूनतम ₹500 या ₹500 के मल्टीपल में ही SIP बढ़ाने की सुविधा देती हैं।
  • कुछ फण्ड हाउस एक निश्चित प्रतिशत के रूप में भी टॉप अप की सुविधा देते हैं।
  • अधिकतर मामलों में Top up SIP करने के बाद टॉप अप डिटेल्स में बदलाव नहीं किया जा सकता।
  • टॉप अप एसआईपी के मामले में अलग से ECS डेबिट मैंडेट नहीं भरना होता हैं। बैंक ऑटो डेबिट में आप स्वयं इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से ऑटो पे लिमिट को चेंज कर सकते हैं।

SIP को टॉप अप कैसे करें?

अधिकांश म्यूच्यूअल फंड हाउस आपको एसआईपी शुरू करते समय ही SIP Top up की सुविधा के बारे में पूछते हैं। आप उसी समय टॉप अप की राशि और समय अंतराल चुन सकते हैं। यह सबसे सरल तरीका भी हैं।

दूसरे तरीके में आप एसआईपी टॉप अप फॉर्म भरकर अपने नजदीकी फण्ड हाउस ऑफिस में जमा करवा सकते हैं। मैं आपको कुछ फण्ड हाउस के SIP Top up फॉर्म का लिंक दे रहा हूँ जिनका आप अवलोकन कर सकते हैं –

निष्कर्ष 

म्यूच्यूअल फंड में इन्वेस्ट करने का सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान बहुत ही अच्छा तरीका हैं। अगर SIP को सही प्लानिंग के साथ में किया जाए तो ये आपको ओर अच्छे रिजल्ट दे सकती हैं। इसके लिए समय-समय पर आपको अपनी SIP को बढ़ाना आवश्यक हैं। इससे आप बढ़ती हुई मुद्रास्फीति के साथ भी अच्छी परिपक्वता राशि प्राप्त कर सकते हैं।

दोस्तों,  SIP Top up का ये आर्टिकल आपको अच्छा लगा हो तो इसे सोशल मीडिया नेटवर्क्स पर जरूर शेयर करें और अगर आपके कोई सवाल हो तो हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं।

  1. SIP Top-up का क्या मतलब हैं?

    अपनी पहले से चल रही किसी SIP को एक निश्चित अंतराल पर एक निश्चित राशि या प्रतिशत से बढ़ाना ही SIP Top-up कहलाता हैं।

  2. SIP Top-up और SIP Step-up में क्या अंतर हैं?

    SIP Top-up और SIP Step-up दोनों एक ही होते हैं।

  3. SIP Top-up कैसे करें?

    नई SIP शुरू करते समय आप टॉप अप का विकल्प चुन सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप SIP Top up का फॉर्म भरकर भी फण्ड हाउस के ऑफिस में जमा करवा सकते हैं।

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नमस्कार दोस्तों ! मैं राज कुमार बैरवा पूंजी गाइड ब्लॉग का फाउंडर हूँ। मैं पूंजी गाइड ब्लॉग पर शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड, पर्सनल फाइनेंस से सम्बंधित जानकारियां शेयर करता हूँ।

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