सकल लाभ क्या हैं | Gross Profit Meaning in Hindi

चाहे फिर आपको किसी शेयर का एनालिसिस करना हो या अकॉउंटिंग समझनी हो आपको ग्रॉस प्रॉफिट (Gross Profit) को समझना बहुत जरुरी हो जाता हैं।

यदि आपको किसी कंपनी का एनालिसिस करना हैं तो सबसे पहले उस कंपनी में आप यह देखेंगे की वो प्रॉफिट कमा रही हैं या नहीं। इसमें आपको कंपनी का ग्रॉस प्रॉफिट और नेट प्रॉफिट देखना होता हैं।

तो आज इस आर्टिकल में हम ग्रॉस प्रॉफिट क्या होता हैं, Gross Profit Meaning in Hindi और इससे सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां हांसिल करेंगे। इसलिए इस पोस्ट के अंत तक जरूर बनें रहिये।

Gross Profit Meaning in Hindi

Gross Profit Meaning in Hindi

ग्रॉस प्रॉफिट को हिंदी में सकल लाभ कहा जाता हैं। जब एक कंपनी अपने प्रोडक्ट बेचकर या सर्विस देकर रेवेन्यू बनाती हैं और उसमें से प्रोडक्ट बनाने या सर्विस देने की कॉस्ट घटाने के बाद जो बचता हैं वो ग्रॉस प्रॉफिट कहलाता हैं। ग्रॉस प्रॉफिट को कंपनी के इनकम स्टेटमेंट में दिखाया जाता हैं। ग्रॉस प्रॉफिट को ग्रॉस इनकम भी कहा जाता हैं।

अगर बिलकुल आसान भाषा में समझें तो कंपनी की सेल्स में कॉस्ट ऑफ़ गुड्स सोल्ड (COGS) घटाने के बाद जो बचता हैं वो ग्रॉस प्रॉफिट कहलाता हैं। COGS में कंपनी के वो सभी खर्चें आते हैं जो प्रोडक्ट बनाने और उसकी सेल्लिंग से डायरेक्ट जुड़ा होता हैं। इनडायरेक्ट खर्चें इसमें शामिल नहीं किये जाते।

इस तरह ग्रॉस प्रॉफिट हमें कंपनी के प्रॉफिट को बताता हैं। कोई कंपनी अच्छा करती हैं तो वो अच्छा प्रॉफिट भी बनाती हैं।

Gross Profit Meaning in Hindi with Example

चलिए ग्रॉस प्रॉफिट को समझने के लिए हम एक बिलकुल आसान उदाहरण देखते हैं।

मान लीजिए कि आपके पास एक फल विक्रेता है। आप मार्केट से फल खरीदते हैं और आप उन्हें ग्राहकों को बेचते हैं।

  • आपने 1000 किलोग्राम सेब 10 रुपये प्रति किलोग्राम के मूल्य पर खरीदें है, इसमें आपका कुल खर्च 10,000 रुपये होगा।
  • इसमें आपको सेब अपनी दुकान तक लाने के लिए 500 रुपये का भाड़ा देना पड़ा।
  • बाद में आपने सेब को 20 रुपये प्रति किलोग्राम के मूल्य पर बेचा है और 1000 किलोग्राम सेब बेच दिया है, इससे कुल आय 20,000 रुपये होती है।

अब, आपका ग्रॉस प्रॉफिट इस प्रकार निकाला जाएगा: (Gross Profit Formula)

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ग्रॉस प्रॉफिट = Total Income – Cost of Goods Sold
ग्रॉस प्रॉफिट = ₹20,000 – (₹10,000 + ₹500) = ₹9,500

इसका मतलब है कि आपने अपने बिज़नेस से सेब बेचकर ₹9,500 का ग्रॉस प्रॉफिट कमाया है। इसमें हमने माल को दुकान तक लाने का खर्चा भी घटाया हैं क्योंकि माल को बेचने के लिए दुकान तक लाना एक डायरेक्ट खर्चा हैं।

ग्रॉस प्रॉफिट निकालते समय इनडायरेक्ट खर्चें जैसे की टैक्स, वेतन आदि को नहीं घटाया जाता हैं। यदि इनडायरेक्ट खर्चें भी घटा दिए जाए तो नेट प्रॉफिट निकलकर आता हैं।

ग्रॉस प्रॉफिट कैसे निकालते है?

आपको ग्रॉस प्रॉफिट निकालने के लिए टोटल रेवेन्यू में से कॉस्ट ऑफ़ गुड्स सोल्ड घटाना होगा इसके बाद आपको ग्रॉस प्रॉफिट प्राप्त हो जायेगा।

सकल लाभ = कुल राजस्व – बेचे गए उत्पाद की लागत

Gross Profit = Total Revenue – Cost of Goods Sold
  • Total Revenue = इसे टोटल सेल्स भी कहा जाता हैं।
  • Cost of Goods Sold = इसमें माल या सर्विसेज बेचने के लिए सभी डायरेक्ट खर्चों को घटाया जाता हैं। इसमें लेबर, भाड़ा आदि शामिल रहते हैं।

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Cost of Goods Sold Meaning in Hindi

Cost of Goods Sold मतलब की बेचे गए माल की लागत। इस कॉस्ट में वो सभी खर्चें शामिल होते हैं जो की प्रोडक्ट बेचने के लिए डायरेक्ट किये जाते हैं। जैसे की लेबर कॉस्ट, मैटेरियल कॉस्ट, कच्चे माल की लागत आदि।

जो खर्चें sales से डायरेक्ट सम्बंधित नहीं होते वो Cost of Goods Sold में शामिल नहीं रहते। यहाँ पर यह बात देने योग्य हैं की ऑपरेटिंग प्रॉफिट और ग्रॉस प्रॉफिट अलग-अलग होते हैं। क्योंकि ऑपरेटिंग प्रॉफिट में कुछ इनडायरेक्ट खर्चें भी शामिल रहते हैं।

ग्रॉस प्रॉफिट आपको क्या बताता हैं?

ग्रॉस प्रॉफिट (Gross Profit) व्यवसाय के आर्थिक स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण माप होता है। ग्रॉस प्रॉफिट कंपनी की efficiency मापता हैं जो प्रोडक्ट बनाने से लेकर उसे बेचने तक शामिल रहती हैं।

यह आमतौर पर variable cost से रिलेट करता हैं। वेरिएबल कॉस्ट प्रोडक्शन के हिसाब से बदलती हैं। लेकिन फिक्स्ड कॉस्ट को ग्रॉस प्रॉफिट निकालने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाता।

किसी कंपनी का चयन करते समय आपको उसका ग्रॉस प्रॉफिट जरूर देखना चाहिए। साथ ही आपको ग्रॉस प्रॉफिट का ट्रेंड भी देखना चाहिए। साल दर साल बढ़ता हुआ ग्रॉस प्रॉफिट बहुत ही बढ़िया माना जाता हैं।

ग्रॉस प्रॉफिट देखकर हमें निम्न बातें पता चलती हैं –

  • कंपनी की रेवेन्यू का अंदाजा देता हैं।
  • ग्रॉस प्रॉफिट से हम लागतों का प्रारूप (Cost Structure) पता कर सकते हैं। मतलब की कंपनी को अपना प्रोडक्ट बेचने में किस-किस प्रकार के खर्चें करने पड़ रहे हैं।
  • Gross Profit देखकर हम पता सकते हैं कि कोई कंपनी प्रॉफिट भी कमा रही हैं या नहीं।
  • यह प्रॉफिट का बेंचमार्क बनाता हैं। मतलब की इस साल का ग्रॉस प्रॉफिट अगले साल का बेंचमार्क रहेगा।

इस तरह Gross Profit आपको किसी कंपनी के शेयर में निवेश करने या नहीं करने के निर्णय में काफी मदद करता हैं।

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ग्रॉस प्रॉफिट और नेट प्रॉफिट में अंतर

अब बात करते हैं की ग्रॉस प्रॉफिट और नेट प्रॉफिट में क्या अंतर होता हैं?

Difference Between Gross Profit and Net Profit:

पैरामीटरसकल लाभ (Gross Profit)शुद्ध लाभ (Net Profit)
परिभाषायह कुल रेवेन्यू से विनिर्माण व्यय घटाने के बाद प्राप्त होता है।यह सकल लाभ से सभी इनडायरेक्ट खर्चों, टैक्स और ब्याज को घटाने के बाद प्राप्त होता है।
उद्देश्यसकल लाभ लागत को कम करने में मदद करता है।शुद्ध लाभ कंपनी की दक्षता का अनुमान लगाने में सहायता करता है।
विश्वसनीयता सकल लाभ वास्तविक लाभ के बारे में सटीक जानकारी नहीं देता है।अधिक भरोसेमंद पैरामीटर है।
FORMULAसकल लाभ = कुल राजस्व – बेचे गए माल की लागतशुद्ध लाभ = सकल लाभ – अन्य व्यय

अकॉउंटिंग में पहले ग्रॉस प्रॉफिट निकाला जाता हैं जबकि नेट प्रॉफिट बाद में निकाला जाता हैं। ग्रॉस प्रॉफिट में इंटरेस्ट, टैक्स और अन्य खर्चें निकालने के बाद शुद्ध लाभ प्राप्त होता हैं।

Gross Meaning in Hindi

“Gross” शब्द का प्रयोग आमतौर पर किसी चीज की कुल या सम्पूर्ण मात्रा को बताने के लिए किया जाता है। यह शब्द विभिन्न जगह प्रयोग किया जा सकता है, जैसे कि वित्तीय लेखांकन में “ग्रॉस प्रॉफिट” (सकल लाभ)।

ग्रॉस शब्द का प्रयोग मात्रा, आकलन, या पूर्णता को दर्शाने के लिए किया जाता है। मतलब की ग्रॉस किसी मात्रा को मोटा-मोटा बताने के लिए प्रयोग किया जाता हैं।

जैसे के –

  • Gross Profit – इसके बाद Net Profit आता हैं।
  • Gross Revenue – इसके बाद Net Revenue आता हैं।
  • Gross Income – इसके बाद Net Income आती हैं।

FAQ’s on Gross Profit Meaning in Hindi

  1. सकल लाभ में कौन कौन से खर्चे शामिल होते हैं?

    सकल लाभ (Gross Profit) के लिए प्रोडक्ट बेचने या सर्विस देने तक सभी खर्चें घटाये जाते हैं। जैसे की निर्माण लागत, माल भाड़ा। इसमें प्रोडक्ट बेचने तक के सभी डायरेक्ट खर्चें शामिल रहते हैं। हालाँकि इसमें इनडायरेक्ट खर्चें नहीं घटाए जाते।

  2. ग्रॉस प्रॉफिट कैसे निकालते हैं?

    ग्रॉस प्रॉफिट या सकल लाभ निकालने के लिए सकल लाभ = कुल राजस्व – बेचे गए उत्पाद की लागत का फॉर्मूला इस्तेमाल किया जाता हैं। मतलब की सेल्स में प्रोडक्ट बेचने तक की कॉस्ट घटाने के बाद ग्रॉस प्रॉफिट निकलता हैं।

  3. शुद्ध लाभ कैसे निकालते हैं?

    नेट प्रॉफिट निकालने के लिए ग्रॉस प्रॉफिट में से सभी इनडायरेक्ट एक्सपेंस घटाए जाते हैं जिसमें ब्याज, टैक्स जैसे खर्चें शामिल रहते हैं। शुद्ध लाभ = सकल लाभ – अन्य व्यय

Gross Profit in Hindi Conclusion

शेयर मार्केट में किसी कंपनी में निवेश करने से पहले आपको कई महत्वपूर्ण पैरामीटर देखने होते हैं उन्हीं में से एक Gross Profit (सकल लाभ) होता हैं। इसलिए आपको ग्रॉस प्रॉफिट की सही जानकारी होनी जरुरी हैं। 

तो आज हमनें इस पोस्ट में Gross Profit Meaning in Hindi को विस्तार से समझा। यदि सकल लाभ की यह जानकारी आपको पसंद आई हो तो इसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर जरूर शेयर करें। 

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नमस्कार दोस्तों ! मैं राज कुमार बैरवा पूंजी गाइड ब्लॉग का फाउंडर हूँ। मैं पूंजी गाइड ब्लॉग पर शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड, पर्सनल फाइनेंस से सम्बंधित जानकारियां शेयर करता हूँ।

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