Corporate Meaning in Hindi | कॉर्पोरेट की सम्पूर्ण जानकारी

बिज़नेस जगत में कॉर्पोरेट (Corporate) शब्द का बहुत ही ज्यादा उपयोग किया जाता हैं। साथ ही शेयर मार्केट में भी हम कई बार कॉर्पोरेट का नाम सुनते रहते हैं।

लेकिन अधिकतर लोगों को कॉर्पोरेट (Corporate) शब्द की सही जानकारी ही नहीं होती। यदि आप बिज़नेस या स्टॉक मार्केट से सम्बन्ध रखते हैं तो आपको निश्चित तौर पर कॉर्पोरेट शब्द का अर्थ पता होना चाहिए।

तो आज इस पोस्ट में हम कॉर्पोरेट शब्द को विस्तार से समझने वाले हैं। इसमें कॉर्पोरेट का अर्थ क्या होता हैं, कॉर्पोरेट मीनिंग, Corporate Meaning in Hindi With Example और कॉर्पोरेट के प्रकार शामिल रहेंगे।

Corporate Meaning in Hindi (कॉर्पोरेट का अर्थ)

Corporate Meaning in Hindi

Corporate का हिंदी अर्थ “निगमित” या निगम होता है। साथ ही कॉर्पोरेट को कई लोग “समष्टिगत” के नाम से भी जानते हैं। इसका सीधा सा मतलब किसी बड़ी कम्पनी या आर्गेनाइजेशन से होता है। इसी वजह से हम कंपनी से सम्बंधित जगत को कॉर्पोरेट जगत (Corporate World) भी कहते हैं। यदि कोई व्यक्ति किसी बिज़नेस से जुड़ा हुआ हैं मतलब की वो उसके लिए काम करता हैं तो भी हम उसे कॉरपोरेट कह सकते हैं। इस तरह बिज़नेस वर्ल्ड में कॉर्पोरेट का काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता हैं।

मार्केट में बड़ी कम्पनियां जैसे की रिलायंस, Tata ग्रुप, Adani ग्रुप जैसी कम्पनियों से यदि कोई व्यक्ति जुड़ा हुआ हैं तो हम उसे Corporate कह सकते हैं। लेकिन दूसरी ओर यदि कोई ऐसी कंपनी है, जो साइज में छोटी है साथ ही उसका प्रॉफिट भी कम है, तो उस बिज़नेस से जुड़े किसी व्यक्ति को हम कॉरपोरेट नहीं कह सकते।

कॉर्पोरेट क्या है – What is Corporate in Hindi?

Corporate किसी कंपनी या किसी संगठन को कहा जाता हैं। इसका मुख्य काम कंपनी की सभी आवश्यक गतिविधियों को संचालित करना होता है। कॉर्पोरेट एक सिंगल एंटिटी के रूप में कार्य करता हैं। साथ ही इसे कानून के द्वारा मान्यता भी प्राप्त होती है। जैसे की कोई कंपनी भारतीय कंपनी अधिनियम या कोई अन्य अधिनियम द्वारा रजिस्टर्ड हो सकती हैं।

इस तरह कॉर्पोरेट एक लीगल एंटिटी होती है जो अपने मालिकों (शेयरधारकों) और मैनेजर्स (बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स) से अलग होता हैं। मतलब की कंपनी के सभी निर्णय स्वयं कंपनी के नाम से स्वतंत्र रूप से किये जाते हैं। लगभग सभी बड़े बिज़नेस कॉर्पोरेट की श्रेणी में आते हैं।

एक निगम या कॉर्पोरेट की विशिष्ट विशेषता उसका सीमित दायित्व (limited liability) होता है। कंपनी के शेयरधारक डिविडेंड और स्टॉक प्राइस बढ़ने से लाभ कमाते हैं बावजूद इसके वो कंपनी के ऋणों के लिए व्यक्तिगत रूप से उत्तरदायी नहीं होते हैं।

इस तरह आपको समझ में आया होगा की कॉर्पोरेट बिज़नेस वर्ल्ड से जुड़ा हुआ शब्द हैं जो की सामान्यतः कंपनी के लिए प्रयोग किया जाता हैं।

कॉर्पोरेट का उदाहरण (Example of Corporate in Hindi)

अगर बिलकुल आसान भाषा में समझा जाए तो सभी बड़ी कंपनिया जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित हैं वो कॉर्पोरेट की श्रेणी में आती हैं। इसके लिए आपको राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की अनेक कंपनिया मिल जाएगी।

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यदि भारतीय कॉर्पोरेट कंपनी का उदाहरण देखा जाए तो आपको रिलायंस और टाटा ग्रुप की कंपनी देखने को मिल जाएगी। इसके अलावा आपको अडानी ग्रुप भी एक बड़े कॉर्पोरेट के रूप में देखने को मिल जाएगा। इनके आपको अनेक बिज़नेस देखने को मिल जाएंगे जिसमें विभिन्न सेक्टर की कम्पनिया शामिल हैं।

दूसरी ओर यदि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कॉर्पोरेट के उदाहरण देखें तो आपको माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल, अमेज़न, पेप्सी, गूगल आदि बिज़नेस देखने को मिल जाएंगे। इनका ऑपरेशन स्केल काफी बड़ा हैं जिसमें हज़ारों की तादाद में कर्मचारी काम करते हैं।

उम्मीद हैं की इन उदाहरणों से आपको Corporate Meaning in Hindi समझ में आया होगा।

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कॉर्पोरेट की विशेषताएं (Characteristics of Corporate in Hindi)

एक कॉर्पोरेट की निम्न विशेषताएं होती हैं –

  • पेशेवर प्रबंधन: कॉर्पोरेट कंपनियाँ प्रोफेशनल मैनेजमेंट के द्वारा चलती हैं जो यह मैनेजमेंट ही विभिन्न कार्यों को संचालित करने और नियंत्रित करने में मदद करता है।
  • विशाल संगठनात्मक संरचना: कॉर्पोरेट आमतौर पर बड़ी संगठनात्मक संरचना से बना होता हैं। इसमें स्टेकहोल्डर्स की संख्या काफी ज्यादा होती हैं।
  • लीगल एंटिटी: इनके पास अपने विशिष्ट अधिकार और कर्तव्य होते हैं। इसलिए यह कानूनी रूप से एक व्यक्तिगत लीगल एंटिटी के रूप में मान्यता प्राप्त होती हैं।
  • प्रोडक्ट फोकस: कॉर्पोरेट कंपनियाँ अपने उत्पादों या सेवाओं की गुणवत्ता के द्वारा ग्राहक संतुष्टता पर ध्यान देने की कोशिश करती हैं।
  • विशिष्ट ब्रांड: इनका एक लोगो या विशिष्ट ब्रांडिंग होती हैं।
  • सामाजिक जिम्मेदारी: अधिकांश कॉर्पोरेट सामाजिक और पर्यावरणिक जिम्मेदारिया भी निभाते हैं।
  • बाजार में प्रतिस्थान: कॉर्पोरेट कंपनियाँ अपने उत्पादों या सेवाओं को बाजार में स्थापित करने और प्रतिस्थान प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

कॉर्पोरेट के प्रकार (Types of Corporate in Hindi)

चलिए अब कॉर्पोरेट का अर्थ समझने के बाद कॉर्पोरेट के प्रकार समझ लेते हैं। वैसे कॉर्पोरेट के विभिन्न प्रकार होते हैं, लेकिन हम कुछ महत्वपूर्ण प्रकारों को हम देख लेते हैं:

  1. सार्वजनिक कंपनियाँ: ये कंपनियाँ अपने शेयर्स को सार्वजनिक मार्केट में लिस्ट करके पूंजी इकट्ठा करती हैं। इनके शेयर खरीदकर आप किसी कंपनी में भाग ले सकते हैं।
  2. निगमित कंपनियाँ: ये कंपनियाँ सरकार द्वारा स्थापित की जाती हैं और इनकी पूंजी भी सरकारी अनुदान से आती है। इन्हें PSU कंपनी भी कहा जाता हैं।
  3. नॉन प्रॉफिट कंपनियाँ: ये कंपनियाँ लाभ कमाने के उद्देश्य से स्थापित नहीं की जाती। बल्कि यह समाज सेवाएँ प्रदान करने का उद्देश्य रखती हैं, जैसे नौकरी प्रशिक्षण आदि।
  4. ब्रांच कंपनियाँ: यह बड़ी कंपनियों की उपकेंद्र होती हैं जो उनके उत्पादों या सेवाओं की वितरण नेटवर्क को बढ़ावा देती हैं।
  5. मल्टीनेशनल कंपनियाँ: ये कंपनियाँ एक देश के बाहर अन्य देशों में भी व्यापारिक गतिविधियों करती हैं।
  6. प्राइवेट लिमिटेड कंपनियाँ: इन कंपनियों की संरचना ऐसी होती है जो की शेयर मार्केट में लिस्ट नहीं होती।
  7. पब्लिक लिमिटेड कंपनियाँ: इन कंपनियों को सार्वजनिक बाजार में लिस्ट किया जाता है और इनके शेयर सार्वजनिक खरीददारी के लिए उपलब्ध होते हैं।
  8. होल्डिंग कंपनियाँ: ये कंपनियाँ सब्सिडियरी कंपनियों की होल्डिंग कम्पनिया होती हैं।

अगर कॉर्पोरेट के प्रकार की एक समरी तैयार की जाए तो यह निम्न प्रकार होगी –

  1. Limited Liability Company (LLC)
  2. General Partnership
  3. Sole Proprietorship
  4. Limited Partnership
  5. Co-operative
  6. Non-Profit Corporation
  7. Public Benefit Corporation
  8. Statutory Corporation
  9. Benefit Corporation
  10. Municipal Corporation
  11. Holding Company
  12. Parent Company
  13. Subsidiary Company
  14. State-Owned Enterprise
  15. Virtual Corporation
  16. Nationalized Corporation
  17. Crown Corporation
  18. Hybrid Corporation

यह सब कॉर्पोरेशन अलग-अलग उद्देश्य से स्थापित हो सकते हैं।

कॉर्पोरेट सेक्टर क्या होता हैं (Corporate Sector Meaning in Hindi)

कॉर्पोरेट सेक्टर वह भाग होता हैं जिसमें निजी व्यक्तियों या संगठनों (organization) द्वारा संचालित की जाने वाली व्यापारिक गतिविधियों का समूह होता हैं। इस तरह कॉर्पोरेट सेक्टर एक इंडस्ट्री से सम्बंधित होता हैं। कॉर्पोरेट सेक्टर में विभिन्न प्रकार के उद्योग, वाणिज्यिक सेवाएं, वित्तीय संस्थान, बीमा, वित्तीय बाजार और अन्य व्यवसायिक क्षेत्र शामिल हो सकते हैं।

मुख्य रूप से कॉर्पोरेट सेक्टर में आने वाले व्यवसायों के पीछे लाभ कमाने का उद्देश्य होता हैं और ये व्यापारिक गतिविधियाँ समाज में रोजगार के अवसर प्रदान करती हैं। इन संस्थानों में भारी संख्या में कर्मचारी काम करते हैं।

कॉर्पोरेट सेक्टर की गतिविधियाँ विशिष्ट नियमों, विधियों, और नियंत्रणों के तहत होती हैं जो सरकार द्वारा रेगुलेट किए जाते हैं। इसमें वित्तीय प्रतिष्ठान, उत्पादन, प्रबंधन और विपणन जैसे कई पहलुओं को शामिल किया जाता है।

कॉर्पोरेट सेक्टर अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि यह रोजगार प्रदान करता हैं और आर्थिक विकास में सहयोग करता हैं।

अगर आसान भाषा में समझे तो कोई बड़ी कंपनी जो की एक बड़े स्केल पर अपना कार्य कर रही हैं और जिसमें कई लोग काम करते हैं वो कॉर्पोरेट सेक्टर होता हैं।

कॉर्पोरेट वर्ल्ड क्या हैं (Corporate World Meaning in Hindi)

कॉर्पोरेट वर्ल्ड का मतलब होता है व्यवसायिक दुनिया या व्यवसायिक संसार। कॉर्पोरेट वर्ड एक ऐसा स्थान होता है जहाँ पर बिज़नेस, फाइनेंस, निवेश, उत्पादन और सेवाएँ संचालित होती हैं। कॉर्पोरेट वर्ल्ड में सभी बड़ी और छोटी कंपनियाँ प्रोडक्ट और सर्विसेज प्रदान करती हैं। इसमें वित्तीय सौदे शामिल होते हैं जिसकी वजह से लोगों को भारी संख्या में रोजगार भी मिलता हैं।

देखा जाये तो कॉर्पोरेट वर्ल्ड में कॉर्पोरेट से सम्बंधित सभी व्यक्ति और स्टेक होल्डर शामिल रहते हैं। इसके कुछ उदाहरण हैं –

  • बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स
  • मैनेजमेंट
  • कंपनिया
  • कर्मचारी
  • शेयर होल्डर्स

कॉर्पोरेट वर्ल्ड में कंपनियों के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और उच्च स्तर के मैनेजमेंट के द्वारा निर्णय लिया जाता है कि कंपनी को कैसे चलाया जाए, कैसे नए प्रोडक्ट्स और सेवाएँ विकसित की जाएं और कैसे कंपनी की वित्तीय स्थिति को सुधारा जाए।

व्यवसायिक दुनिया में विभिन्न शाखाएँ और क्षेत्र हो सकते हैं जैसे कि –

  • वित्तीय सेवाएँ
  • निवेश
  • बिजनेस स्ट्रैटेजी
  • मार्केटिंग
  • उत्पादन
  • मानव संसाधन प्रबंधन

कॉर्पोरेट वर्ल्ड में अधिकतर कंपनियाँ लाभ कमाने का लक्ष्य रखती हैं। साथ ही इन्हें अपने शेयरधारकों को भी मुनाफा प्रदान करना होता है। हालांकि, कुछ कंपनियाँ सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों को भी महत्व देती हैं और सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति संवेदनशील होती हैं। कॉर्पोरेट वर्ल्ड में नैतिकता और नियमों की पालना होती हैं।

Example of Corporate World in Hindi

चलिए कॉर्पोरेट वर्ल्ड को एक आसान उदाहरण से समझते हैं –

  • मान लेते हैं की आपने और आपके कुछ मित्रों ने मिलकर एक केमिकल कंपनी बनाई।
  • अब आप इस कंपनी के लिए मैनेजमेंट हायर करेंगे, कर्मचारी और वर्कर्स रखेंगे। साथ ही आपकी उनको सैलरी का भुगतान भी करना होगा।
  • आप उत्पादन के लिए प्लांट लगाएंगे, सम्बंधित अप्रूवल लेंगे।
  • आप कंपनी के लिए समय-समय पर मीटिंग्स, AGM आदि रखेंगे।
  • कंपनी के लिए ऑडिटर नियुक्त करेंगे और कंपनी के फाइनेंसियल स्टेटमेंट्स प्रकाशित करेंगे।

इस प्रकार आप यह सब जो गतिविधिसे यां करेंगे वो सभी कॉर्पोरेट वर्ल्ड का हिस्सा होगी। कॉर्पोरेट वर्ल्ड काफी जटिल और परिवर्तनशील वाला होता हैं।

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भारत की सबसे बड़ी कॉर्पोरेट कंपनिया

भारत के सबसे बड़े कॉर्पोरेट ग्रुप निम्न हैं –

  • TATA GROUP
  • RELIANCE INDUSTRIES LIMITED
  • ADANI GROUP
  • MAHINDRA GROUP
  • INFOSYS
  • HDFC BANK
  • ICICI BANK
  • STATE BANK OF INDIA
  • LARSEN & TOUBRO
  • HINDUSTAN UNILEVER LIMITED
  • WIPRO LIMITED
  • BAJAJ AUTO
  • ITC LIMITED
  • ASIAN PAINTS
  • HCL TECHNOLOGIES
  • KOTAK MAHINDRA BANK
  • MARUTI SUZUKI INDIA LIMITED
  • HERO MOTO CORP

Incorporate Meaning in Hindi

कॉर्पोरेट के अलावा इनकॉर्पोरेट भी होता हैं जिसका मतलब भी आपके लिए जानना जरुरी हो जाता हैं।

एक बिजनेस या ऑर्गनाइजेशन को एक लीगल एंटिटी (legal entity) के रूप में स्थापित करना ही इनकॉर्पोरेट होता है। किसी कंपनी को इनकॉर्पोरेट करने की प्रोसेस राज्य सरकार के माध्यम से होती है जिसमें कंपनी के नाम, उद्देश्य, ओनरशिप और मैनेजमेंट की जानकारी देकर क़ानूनी मान्यता ली जाती हैं।

बिलकुल आसान भाषा में किसी बिज़नेस का अस्तित्व में आना ही इनकॉर्पोरेट या इन्कॉर्पोरशन कहलाता हैं।

कोई भी बिज़नेस या ऑर्गनाइजेशन इंकॉर्पोरेट होने के बाद, अपने आप में एक अलग इकाई (unit) बन जाता हैं। इसका मतलब हैं की इसका एक अलग अस्तित्व बन जाता हैं। इसमें कंपनी अपने शेयरहोल्डर्स, कर्मचारी, मैनेजमेंट और अन्य हितधारको से भी स्वतंत्र हो जाती हैं।

Example of Incorporate in Hindi

मान लेते हैं कि आपके पास एक फार्मा कंपनी के मालिक है जो “क्लीन फार्मा” के नाम से काम-काज करती है। अब आपने “क्लीन फार्मा” रजिस्टर्ड करने का फैसला किया। इसके लिए आपको अपने बिज़नेस को इंकॉर्पोरेट करना होगा। ऐसा करने से यह बिज़नेस एक कानूनी इकाई (legal entity) बन जाएगा है जो की अपने मालिकों से अलग रहेगा। मतलब की आपसे इसका अस्तित्व अलग रहेगा।

किसी भी बिज़नेस को क़ानूनी इकाई बनाने के लिए आपको तय कानूनों और मानकों (standards) से गुजरना होगा।

Non Corporate Meaning in Hindi

नॉन कॉर्पोरेट का सीधा सा मतलब हैं एक छोटा बिज़नेस जिसका स्वयं में कोई अलग से अस्तित्व नहीं हैं और वो कोई लीगल एंटिटी भी नहीं हैं। इसमें आमतौर पर ऐसे बिज़नेस आते हैं जो की छोटे पैमाने पर काम-काज करते हैं और इनमें कर्मचारियों की संख्या भी बहुत ही कम होती हैं।

उदाहरण के लिए यदि आप किसी मार्केट में कोई दूकान चलाते हैं जो की बुक स्टोर, जनरल स्टोर या गारमेंट्स स्टोर हो सकता हैं। यह सभी बिज़नेस छोटे बिज़नेस होते है जिन्हें कॉर्पोरेट नहीं कहा जा सकता।

Corporate घोटाले क्या होते हैं?

जहाँ पर भी बड़े स्केल पर बिज़नेस होता हैं और स्टेकहोल्डर्स की संख्या काफी बड़ी होती हैं वहां पर घोटाला (fraud) होने की सम्भावना भी बढ़ जाती हैं।

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कॉर्पोरेट घोटाले उन अवैध (illegal) और अनैतिक क्रियाओं को कहा जाता है जो किसी कॉर्पोरेट संरचना या कंपनी के अंदर होते हैं और जिससे अवैध लाभ प्राप्त किया जा सकता हैं। यह फ्रॉड किसी भी स्तर पर हो सकते हैं मैनेजमेंट से लेकर कर्मचारियों तक।

जैसे यस बैंक घोटाला, सत्यम कंप्यूटर घोटाला, PNB घोटाला आदि प्रमुख स्कैम के उदाहरण हैं।

कॉर्पोरेट घोटाले अनेक प्रकार के हो सकते हैं इसमें से कुछ प्रमुख निम्न प्रकार हैं –

  • वित्तीय घोटाला: इसमें कंपनी के वित्तीय सूचनाओं को छिपाने या जालसाजी से प्रदर्शित करने जैसे काम शामिल होते हैं। इस धोखाधड़ी में पैसो का गबन भी शामिल हो सकता हैं।
  • कॉर्पोरेट सुपारी: इसमें किसी कंपनी की उच्च नौकरियों के लिए जालसाजी की जाती हैं।
  • जालसाजी और चोरी: इस प्रकार के फ्रॉड में जालसाजी या चोरी के रूप में किसी कंपनी की महत्वपूर्ण जानकारी, प्रौद्योगिकी, या उत्पाद की चोरी की जाती है और उसे भारी दामों पर अन्य कंपनियों के साथ साझा किया जाता है।
  • अनैतिक व्यवहार: हाई मैनेजमेंट के द्वारा अपने पद का गलत उपयोग भी घोटाले में शामिल होता हैं।

कॉर्पोरेट घोटालों के कारण बिज़नेस वर्ल्ड में विश्वास की कमी हो सकती है और इसके परिणामस्वरूप कई व्यक्तियों को वित्तीय नुकसान भी हो सकता है। यहाँ तक कि कुछ कॉर्पोरेट घोटालों के परिणामस्वरूप कुछ कंपनियाँ बंद तक भी हो सकती हैं।

FAQ’s on Corporate Meaning in Hindi

  1. कॉर्पोरेट का हिंदी में क्या अर्थ होता हैं?

    कॉर्पोरेट को हिंदी में निगम कहा जाता हैं। निगम का सम्बन्ध किसी संगठन या कंपनी से होता हैं। मतलब की जो कंपनी बड़े स्केल पर व्यापार करती हैं वो कॉर्पोरेट की श्रेणी में आती हैं।

  2. कॉर्पोरेट कंपनी क्या है?

    जो कंपनी लार्ज स्केल पर काम-काज करती हैं वो कॉर्पोरेट कंपनी मानी जा सकती हैं। इसमें कंपनी की समस्त गतिविधियाँ शामिल रहती हैं जो की उसके संचालन के लिए आवश्यक होती हैं।

  3. कॉर्पोरेट ऑफिस क्या होता हैं?

    सभी बड़ी कंपनियों या निगमों का एक मुख्यालय (हेड ऑफिस) होता हैं। यह जो हेड ऑफिस होता हैं उसे ही कॉर्पोरेट ऑफिस कहा जाता हैं। जैसे की BSNL की भारत वर्ष में शाखाएं मौजूद हैं लेकिन इसका कॉर्पोरेट ऑफिस दिल्ली में स्थित हैं।

  4. कॉरपोरेट गवर्नेंस क्या है?

    कॉरपोरेट गवर्नेंस किसी कंपनी के मैनेजमेंट और बोर्ड रेगुलेशंस होते हैं। ये कंपनी के के प्रदर्शन, जवाबदेही और पारदर्शिता में सुधार लाते है। कॉरपोरेट गवर्नेंस का अच्छे से पालन करने से कंपनी दीर्घकाल में अच्छा कर पाती हैं।

  5. कॉर्पोरेट कल्चर क्या हैं?

    कॉर्पोरेट कल्चर एक कंपनी या संगठन की मूल विचारधारा को दर्शाता हैं। इसमें मूल्य, आदर्श, और व्यवहार का पैटर्न होता है। मतलब की किस प्रकार का वातावरण कंपनी के लिए आदर्श वातावरण बनाएगा। कॉर्पोरेट कल्चर कंपनी के सभी स्तरों पर आदर्शों, विचारों, और व्यवहारों की मान्यता को दर्शाता है और कंपनी की पहचान और भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

  6. कॉरपोरेट ब्रांडिंग क्या होती है?

    कॉर्पोरेट ब्रांडिंग किसी कंपनी का ब्रांड या चिह्न होता है। यह कंपनी की एक अलग पहचान बनाता हैं।

  7. कॉरपोरेट टैक्स क्या होता है?

    कॉर्पोरेट टैक्स कंपनी के द्वारा चुकाया गया टैक्स होता हैं जो की सरकार को दिया जाता हैं। जब कोई कंपनी लाभ कमाती हैं तो उसकी जिम्मेदारी बनती हैं की वो देश के आर्थिक विकास के लिए टैक्स का भुगतान करें।

  8. कॉर्पोरेट टैक्स कौन लगाता है?

    कॉर्पोरेट टैक्स भारत सरकार के द्वारा लगाया जाता हैं।

Conclusion of ‘Corporate in Hindi’

जब भी आप किसी कंपनी को सही से समझने की कोशिश करते हैं तो आपके सामने कई अलग-अलग शब्द निकलकर आते हैं। इन्हीं में से कॉर्पोरेट भी एक शब्द होता हैं जो की बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। 

तो आज आपने इस पोस्ट में जाना की कॉर्पोरेट क्या होता हैं, Corporate Meaning in Hindi और कॉर्पोरेट से जुड़े महत्वपूर्ण शब्द। यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अपने सोशल मीडिया अकॉउंटस पर जरूर शेयर करें। 

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नमस्कार दोस्तों ! मैं राज कुमार बैरवा पूंजी गाइड ब्लॉग का फाउंडर हूँ। मैं पूंजी गाइड ब्लॉग पर शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड, पर्सनल फाइनेंस से सम्बंधित जानकारियां शेयर करता हूँ।

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