“इस पोस्ट में हम कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न को विस्तार से समझेंगे। इसमें हम Candlestick Pattern in Hindi के साथ-साथ सभी कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न को समझेंगे।”
यदि किसी व्यक्ति को शेयर मार्केट ट्रेडिंग के द्वारा प्रॉफिट कमाना हैं तो उसे कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न्स के बारें में अच्छी जानकारी होनी चाहिए। कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न्स समझने के बाद आप इन्हें ट्रेडिंग में लागू करके अच्छा प्रॉफिट बना सकते हैं।
जैसा की हम सब जानते हैं की ट्रेडिंग में टेक्निकल एनालिसिस का बहुत महत्व हैं। जब हमें अच्छे से कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न पढ़ने आते हो तो हमारा टेक्निकल एनालिसिस सही होने के चान्सेस बढ़ जाते हैं।
कैंडलस्टिक चार्ट का इस्तेमाल स्टॉक्स, फॉरेक्स, करेंसी और कमोडिटी ट्रेडिंग आदि में प्राइस के उतार-चढ़ाव (मूवमेंट) का पता लगाने के लिए किया जाता है। लेकिन प्रमुख समस्या आती हैं जब हमें चार्ट में बहुत सारे अलग-अलग पैटर्न दिखाई देते हैं। इसमें हम दुविधा में पड़ जाते हैं की कौनसा प्राइस एक्शन फॉर्म हो रहा हैं।
लेकिन आज इस पोस्ट में हम सभी कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न्स (Candlestick Pattern in Hindi) को एक-एक करके विस्तार से समझने वाले हैं। इसलिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ते रहिये जिसमें आपको कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न्स की बहुत ही अच्छी जानकारी मिलेगी।
शेयर मार्केट में कैंडलस्टिक चार्ट पेटर्न क्या होते हैं?
जब भी हम किसी स्टॉक या सिक्योरिटी के चार्ट को कैंडल पैटर्न में देखते हैं तो हमें दो प्रकार की कैंडल दिखाई देती हैं। इसमें एक लाल होती हैं जबकि दूसरी हरी होती हैं। इस हरी और लाल कैंडल का पैटर्न ही कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न्स कहलाता हैं। कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न्स बुलिश और बेयरिश प्रकार के हो सकते हैं। जब स्टॉक में बुलिश पैटर्न बनता हैं तो स्टॉक की कीमत ऊपर की ओर जाती हैं। ठीक वैसे ही जब बेयरिश पैटर्न बनता हैं तो स्टॉक की प्राइस नीचे की ओर आती हैं।
कैंडलस्टिक पेटर्न कितने प्रकार के होते हैं (Types of Candlestick Pattern in Hindi)
कैंडलस्टिक पैटर्न को आगे समझने से पहले कैंडलस्टिक पैटर्न के प्रकार पता होने चाहिए। मुख्य रूप से कैंडलस्टिक पैटर्न दो प्रकार के होते हैं –
- बुलिश कैंडलस्टिक पेटर्न (Bullish)
- बियरिश कैंडलस्टिक पेटर्न (Bearish)
बुलिश कैंडलस्टिक पेटर्न – जब बुलिश पैटर्न बनता हैं शेयर या सिक्योरिटी का प्राइस ऊपर की ओर जाता हैं।
बियरिश कैंडलस्टिक पेटर्न – बियरिश पेटर्न बनने पर स्टॉक की कीमत में गिरावट आती है।
इनके अलावा कैंडल की संख्या के अनुसार भी कैंडलस्टिक पैटर्न के तीन प्रकार होते हैं –
- Single Candlestick pattern – इस कैंडलस्टिक पेटर्न में सिर्फ एक कैंडल की आवश्यकता पड़ती है।
- Two Candlestick pattern: इस कैंडलस्टिक पेटर्न को फॉर्म होने के लिए कम से कम दो कैंडल की जरूरत होती है।
- Three Candlestick pattern: इस कैंडलस्टिक पेटर्न को बनने के लिए कम से कम 3 कैंडल की जरूरत पड़ती हैं।
आगे हम इन सभी कैंडलस्टिक पेटर्न के प्रकारों को विस्तार में समझेंगे। साथ ही हम जानेंगे की कैसे इन चार्ट्स का उपयोग करके हम ट्रेंड का पता कर सकते हैं।
कैंडलस्टिक पेटर्न के प्रकार (Types of Candlestick Pattern in Hindi)
जैसे की ऊपर हमने समझा की कैंडलस्टिक पैटर्न में बुलिश और बेयरिश दोनों प्रकार के पैटर्न बनते हैं जो की निम्न प्रकार हैं –
Bullish Candlestick Pattern in Hindi | Bearish Candlestick Pattern in Hindi |
---|---|
बुलिश मारुबोजू | बियरिश मारुबोजू |
हैमर | हैंगिंग मैन |
इनवर्टेड हैमर | शूटिंग स्टार |
ड्रैगनफ्लाई डोजी | ग्रेवस्टोन डोजी |
बुलिश स्पिनिंग टॉप | बियरिश स्पिनिंग टॉप |
बुलिश इंगल्फिंग | बियरिश इंगल्फिंग |
बुलिश हरामी | बियरिश हरामी |
मॉर्निंग स्टार | इवनिंग स्टार |
पियरसिंग लाइन | डार्क क्लाउड कवर |
Candlestick Pattern in Hindi
अब हम इन सभी कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न्स को एक-एक करके विस्तार से समझेंगे जो की आपकी ट्रेडिंग में बहुत ज्यादा मदद करेंगे। साथ में इन सभी कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न के चित्र भी प्रस्तुत करूँगा जिससे आपको इन्हें समझने में काफी मदद मिलेगी।
1. Bullish Marubozu Candlestick Pattern in Hindi
बुलिश मारुबोजू पैटर्न एक सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न होता हैं जो की टेक्निकल एनालिसिस में बुलिशनेस का पता करने के लिए इस्तेमाल किया जाता हैं।
आमतौर पर बुलिश मारुबोजू एक बड़ी लॉन्ग ग्रीन कैंडल होती हैं। जिसमें ऊपर और नीचे कोई shadow नहीं होती हैं या होती भी हैं तो न के बराबर।
यह पैटर्न तब बनता हैं जब low प्राइस एकदम ओपन प्राइस के बराबर होती हैं और हाई प्राइस एकदम क्लोज प्राइस के बराबर होती हैं। इस तरह यदि बुलिश मारुबोजू पैटर्न बनता हैं तो यह बुलिशनेस का बहुत ही स्ट्रांग साइन माना जाता हैं।
- जब इस प्रकार की कैंडल बनती हैं तो माना जाता हैं की बायर्स, सेलर्स पर हावी हो चुके हैं।
- इस पैटर्न बनने के बाद स्टॉक में अच्छी तेजी देखी जाती हैं।
2. Bearish Marubozu Candlestick Pattern in Hindi
बेयरिश मारुबोजू पैटर्न एक सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न होता हैं जो की टेक्निकल एनालिसिस करते समय बेयरिशनेस का पता करने के लिए उपयोग किया जाता हैं।
आमतौर पर बेयरिश मारुबोजू एक बड़ी लॉन्ग लाल रंग (रेड) की कैंडल होती हैं। जिसमें ऊपर और नीचे कोई शैडो नहीं होती हैं या न के बराबर होती हैं।
यह पैटर्न तब बनता हैं जब हाई प्राइस एकदम ओपन प्राइस के बराबर होती हैं और लो प्राइस एकदम क्लोज प्राइस के बराबर होती हैं। इस तरह यदि बेयरिश मारुबोजू पैटर्न बनता हैं तो यह बेयरिशनेस का बहुत ही मजबूत साइन माना जाता हैं।
- जब इस प्रकार की कैंडल बनती हैं तो माना जाता हैं की सेलर्स, बायर्स पर हावी हो चुके हैं।
- इस पैटर्न बनने के बाद स्टॉक में आमतौर पर गिरावट देखी जाती हैं।
3. Hammer Candlestick Pattern in Hindi
यह कैंडलस्टिक पैटर्न तब बनता हैं जब कैंडल में स्मॉल बॉडी हो जिसमें कोई भी upper shadow ना हो या ना के बराबर हो। साथ ही इसके एक लॉन्ग lower shadow बनती हैं।
आमतौर पर यह कैंडलस्टिक पैटर्न डाउनट्रेंड के बॉटम पर बनता हैं उसके बाद स्टॉक में बहुत ही अच्छा बुलिश रिवर्सल देखा जाता हैं। यहाँ पर हैमर का मतलब ‘हथोड़ा’ होता हैं यानी की यह कैंडल बिलकुल हथौडे के आकार की बनती है।
हैमर पैटर्न की पहचान आप निम्न पॉइंट्स से कर सकते हैं –
- इस कैंडल में upper shadow ना के बराबर होती हैं जबकि लोअर शैडो बड़ी होती हैं।
- यह लोअर शैडो, बॉडी का कम से कम दोगुना होना चाहिए।
- हैमर कैंडल लाल या हरे रंग किसी की भी हो सकती हैं। लेकिन बुलिश सिग्नल के लिए हरी कैंडल बनना जरुरी हैं।
- हैमर पैटर्न हमेशा डाउनट्रेंड में बनता हैं।
अगर ये सभी कंडीशंस पूरी होती हैं तो हैमर पैटर्न वैलिड माना जायेगा और इसके बाद स्टॉक में अपट्रेंड चालू हो सकता हैं। ग्रीन हैमर कैंडल बनने पर यह माना जाता हैं की अब स्टॉक बायर्स की पकड़ में आ चुका हैं।
हैमर पैटर्न बनने पर ट्रेड लेने की रणनीति:
यदि हैमर पैटर्न बनने के बाद अगली कैंडल भी बुलिश पैटर्न की बनती हैं तो वहां फ्रेश ट्रेड लिया जा सकता हैं। ऐसी स्थिति में ये माना जाएगा की अब स्टॉक की प्राइस बढ़ने वाली हैं।
4. Hanging Man Candlestick Pattern in Hindi
यदि आप नीचे दिए गए कैंडलस्टिक पैटर्न देखेंगे तो आपको हैमर पैटर्न और हैंगिंग मैन कैंडलस्टिक पैटर्न में कुछ अंतर नहीं दिखाई देगा। हालाँकि ग्रीन कैंडल के साथ बना पैटर्न बुलिश सिग्नल देता हैं जबकि रेड कैंडल के साथ बना पैटर्न बेयरिश सिग्नल देता हैं।
यह कैंडलस्टिक पैटर्न भी तब बनता हैं जब कैंडल में स्मॉल बॉडी हो जिसमें कोई भी upper shadow ना हो या ना के बराबर हो। साथ ही इसमें भी एक लॉन्ग lower shadow बननी चाहिए हैं।
आमतौर पर यह कैंडलस्टिक पैटर्न अपरट्रेंड पर बनता हैं उसके बाद स्टॉक में बड़ा बेयरिश रिवर्सल देखा जाता हैं। हैंगिंग मैन कैंडलस्टिक पैटर्न में भी हैमर बिलकुल हथौडे के आकार की बनती है। बस यह लाल रंग की होनी चाहिए।
हैमर पैटर्न की पहचान आप निम्न पॉइंट्स से कर सकते हैं –
- इस कैंडल में upper shadow ना के बराबर होती हैं जबकि लोअर शैडो बड़ी होती हैं।
- यह लोअर शैडो, बॉडी का कम से कम दोगुना होना चाहिए।
- हैंगिंग मैन कैंडल कैंडल लाल या हरे रंग किसी की भी हो सकती हैं। लेकिन बेयरिश सिग्नल के लिए लाल कैंडल बनना जरुरी होता हैं।
- हैंगिंग मैन कैंडल पैटर्न हमेशा अपरट्रेंड में बनता हैं।
अगर ये सभी कंडीशंस पूरी होती हैं तो हैंगिंग मैन कैंडल पैटर्न वैलिड माना जायेगा और इसके बाद स्टॉक में डाउनट्रेंड चालू हो सकता हैं।
हैंगिंग मैन कैंडल पैटर्न बनने पर ट्रेड लेने की रणनीति:
यदि हैंगिंग मैन कैंडल पैटर्न बनने के बाद अगली कैंडल भी नीचे की ओर बंद होती हैं तो वहां पोजीशन शॉर्ट की जा सकती हैं। ऐसी स्थिति में ये माना जाएगा की अब स्टॉक की प्राइस गिरने वाली हैं।
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5. Inverted Hammer Candlestick Pattern in Hindi
इनवर्टेड हैमर बिलकुल हैमर पैटर्न का उल्टा होता हैं। मतलब की इसमें “उल्टा हथोड़ा” बनता हैं। इस कैंडल में स्मॉल बॉडी बनती हैं जिसमें बहुत ही छोटी लोअर शैडो बनती हैं जबकि अपर शैडो बड़ी बनती हैं।
यह अपर शैडो बॉडी की साइज से कम से कम दोगुना होनी चाहिए। इस तरह यह कैंडल बिलकुल उलटे उल्टे हथोड़े जैसी बनती हैं।
आपको Inverted Hammer Candlestick Pattern को परखने के लिए निम्न पॉइंट्स देखने होते हैं –
- यह कैंडल स्टॉक के डाउनट्रेंड में बनती हैं। मतलब की उस समय शेयर की प्राइस गिर रही होती हैं।
- यह कैंडल लाल या हरी या दोनों हो सकती हैं। लेकिन यदि यह ग्रीन कैंडल बनाती हैं तो यह स्ट्रांग बुलिश सिग्नल माना जाता हैं।
- इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न बनने के बाद जो अगली कैंडल बनती हैं, वह भी इस कैंडल से ऊपर बननी चाहिए।
यदि ऊपर बताई गई सभी कंडीशन एक साथ पूरी होती हैं तो इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न बनने के चान्सेस बहुत अधिक हो जाते हैं।
इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न बनने पर स्टॉक का डाउनट्रेंड, अपट्रेंड में बदल जाता हैं। यानी की उस स्टॉक का ट्रेंड रिवर्स हो जाता हैं। इसीलिए यह पैटर्न एक reversal candlestick pattern माना जाता है। यह कैंडल दर्शाता हैं की ख़रीदार स्टॉक को ऊपर की ओर पुश कर रहे हैं जो स्टॉक के ट्रेंड रिवर्सल को बताता हैं।
6. Shooting Star Candlestick Pattern in Hindi
शूटिंग स्टार पैटर्न एक बेयरिश रिवर्सल पैटर्न हैं। मतलब की इस पैटर्न के बनने के बाद प्राइस में गिरावट देखी जा सकती हैं।
शूटिंग स्टार पैटर्न में निम्न शर्ते पूरी होनी चाहिए –
- यह पैटर्न बनते समय स्टॉक अपट्रेंड में होता हैं। मतलब की उस समय शेयर की प्राइस बढ़ रही होती हैं।
- कैंडल की अपर शैडो बॉडी की कम से कम दोगुना होनी चाहिए।
- बॉडी का कलर हरा या लाल दोनों में से कुछ भी हो सकता हैं। लेकिन रेड कैंडल से बना शूटिंग स्टार पैटर्न स्टॉक में गिरावट का स्ट्रांग सिग्नल होता हैं।
इस पैटर्न में बायर्स अपना कण्ट्रोल स्क्रिप्ट से खो देते हैं और स्टॉक सेलर्स की पकड़ में आ जाता हैं। जब किसी स्टॉक में शूटिंग स्टार पैटर्न बनता हैं तो उसमें पोजीशन को शॉर्ट करके पैसा कमाया जा सकता हैं।
शूटिंग स्टार पैटर्न और इनवर्टेड हैमर पैटर्न बिलकुल एक जैसे होते हैं।
लेकिन इनवर्टेड हैमर पैटर्न डाउनट्रेंड में बनता हैं जबकि शूटिंग स्टार पैटर्न अपट्रेंड में बनता हैं। इनवर्टेड हैमर पैटर्न बुलिश सिग्नल देता हैं जबकि इनवर्टेड हैमर पैटर्न बेयरिश सिग्नल देता हैं।
7. Doji Candlestick Pattern in Hindi
डोजी कैंडल तब बनती हैं जब ओपनिंग प्राइस और क्लोजिंग प्राइस लगभग एक ही होती हैं। चाहे फिर उस दिन स्टॉक की प्राइस कितनी ही ऊपर-नीचे हुई हो। ऊपर की शैडो और नीचे की शैडो अलग-अलग हो सकती हैं।
Doji Candlestick Pattern बताता हैं की बायर्स और सेलर्स लगभग बराबर हैं जो स्टॉक की प्राइस को ज्यादा मूव नहीं होने दे रहे हैं।
काफी ट्रेडर्स डोजी कैंडल को प्राइस रिवर्सल के लिए महत्वपूर्ण इंडिकेटर मानते हैं। लेकिन वास्तविक प्राइस एक्शन को समझने के लिए डोजी कैंडल को सही तरीक़े से ऑब्ज़र्व करना पड़ता हैं।
उदाहरण के लिए:
- यदि डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न अपट्रेंड के टॉप में बना हो तो यह प्राइस को नीचे की ओर ले जा सकता हैं।
- अगर डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न डाउनट्रेंड के बॉटम में बना हो तो यह प्राइस को ऊपर की ओर ले जा सकता हैं।
इस तरह डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न बुल्स और बेयर्स के बीच प्राइस वार को दर्शाती हैं।
आगे डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न को चार भागों में विभाजित कर सकते हैं जो कि इस प्रकार हैं।
Standard Doji Candlestick Pattern
यह एक बेसिक डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न होता हैं जो की अपट्रेंड के टॉप पर या डाउनट्रेंड के बॉटम पर बनता हैं। इस पैटर्न के बनने के बाद प्राइस में रिवर्सल देखा जा सकता है। इसका निशान प्लस या क्रॉस जैसा बनता हैं।
Long Leg Doji
इस कैंडलस्टिक पैटर्न में ऊपर और नीचे की शैडो लंबी होती हैं। यह दिखने में बेसिक डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न जैसा ही दिखता हैं लेकिन इसकी shadows थोड़ी लम्बी होती हैं।
Dragonfly Doji Candlestick Pattern in Hindi
ड्रैगनफ्लाई डोजी कैंडल में बहुत लम्बी लोअर शैडो होती हैं जबकि बहुत ही छोटी अपर शैडो होती हैं। इसकी आकृति इंग्लिश लेटर “T” के समान होती हैं।
यह एक बुलिश रिवर्सल कैंडलस्टिक पैटर्न होता हैं जिसके बनने पर स्टॉक प्राइस ऊपर जाने की उम्मीद रहती हैं।
Dragonfly Doji Candlestick Pattern बनने इसमें अलग-अलग तरीके से ट्रेड किया जा सकता हैं –
- अगर ड्रैगनफ्लाई डोजी कैंडल uptrend में बनती है तो इसे हैंगिंग मैन पैटर्न के जैसे ट्रेड किया जाएगा।
- यदि यह कैंडल downtrend में बनती हैं तो इसे हैमर पैटर्न की तरह ट्रेड किया जा सकता हैं।
Gravestone Doji Candlestick Pattern in Hindi
यह कैंडलस्टिक पैटर्न, ड्रैगनफ्लाई डोजी कैंडल का विपरीत होता हैं। मतलब की इसमें बहुत लम्बी अपर शैडो होती हैं जबकि बहुत ही छोटी लोअर शैडो होती हैं। यह एक बेयरिश रिवर्सल कैंडलस्टिक पैटर्न होता हैं जिसके बनने पर स्टॉक प्राइस नीचे की ओर जाने की उम्मीद रहती हैं।
Gravestone Doji Candlestick Pattern बनने पर निम्न तरीकें से ट्रेड किया जाता हैं –
- यदि यह कैंडल uptrend में बनती है तो इसे शूटिंग स्टार पैटर्न के जैसे ट्रेड किया जाएगा।
- अगर ग्रेवस्टोन डोजी कैंडल downtrend में बनती हैं तो इसे इनवर्टेड हैमर पैटर्न के जैसे ट्रेड किया जाएगा।
8. Bullish Engulfing Candlestick Pattern in Hindi
इस पैटर्न में दो कैंडल बनती हैं जो की बुलिश रिवर्सल पैटर्न बनाती हैं जो की बताती हैं कि जो डाउनट्रेंड अभी चल रहा हैं वो समाप्त हो चुका हैं और अपट्रेंड की शुरुवात हो चुकी हैं।
बुलिश इंगलफ़िंग कैंडलस्टिक पैटर्न निम्न स्थिति में बनता हैं –
- आमतौर पर इसमें पहले दिन एक स्मॉल रेड बेयरिश कैंडल बनती हैं। यह कैंडल ऑनगोइंग डाउनट्रेंड के साथ ही बनती हैं।
- जबकि अगले दिन एक लॉन्ग ग्रीन कैंडल बनती हैं जो की पुरानी कैंडल को कवर (engulf) कर लेती हैं।
अगर यह स्थिति पैदा होती हैं तो यह माना जाता हैं की स्टॉक अब buyers के कण्ट्रोल में आ चुका हैं और वे प्राइस को ऊपर की ओर ले जाने का प्रयास करेंगे।
इस तरह यदि किसी स्टॉक में बुलिश इंगलफ़िंग कैंडलस्टिक पैटर्न बनता है तो उसमें buy पोजीशन बनाई जा सकती हैं।
9. Bearish Engulfing Candlestick Pattern in Hindi
यह पैटर्न बुलिश इंगलफ़िंग कैंडलस्टिक पैटर्न का बिलकुल विपरीत पैटर्न हैं। इस पैटर्न में भी दो कैंडल बनती हैं जो की बेयरिश रिवर्सल पैटर्न बनाती हैं जो बताती हैं कि जो अपट्रेंड अभी चल रहा हैं वो समाप्त हो चुका हैं और डाउनट्रेंड की शुरुवात हो चुकी हैं।
बेयरिश इंगलफ़िंग कैंडलस्टिक पैटर्न निम्न स्थिति में बनता हैं –
- आमतौर पर इसमें पहले दिन एक स्मॉल ग्रीन बुलिश कैंडल बनती हैं। यह कैंडल ऑनगोइंग अपट्रेंड के साथ ही बनती हैं।
- वही अगले दिन एक लॉन्ग रेड कैंडल बनती हैं जो की पुरानी ग्रीन कैंडल को कवर (engulf) कर लेती हैं।
अगर यह स्थिति पैदा होती हैं तो यह माना जाता हैं की स्टॉक अब sellers के कण्ट्रोल में आ चुका हैं और वे अब प्राइस को ऊपर की ओर ले जाने का प्रयास करेंगे।
इस तरह यदि किसी स्टॉक में बेयरिश इंगलफ़िंग कैंडलस्टिक पैटर्न बनता है तो उसमें पोजीशन शॉर्ट की जा सकती हैं।
10. Bullish Harami Candlestick Pattern in Hindi
बुलिश हरामी पैटर्न भी दो कैंडल से मिलकर बनता हैं। यह कैंडलस्टिक पैटर्न बताता हैं की वर्तमान में डाउनट्रेंड ख़त्म हो चुका हैं और अपट्रेंड की शुरुवात हो चुकी हैं।
इस कैंडलस्टिक पैटर्न का नाम जापानी शब्द “हरामी” से लिया गया हैं जिसका मतलब होता हैं “Pregnant Woman”. क्योंकि इन कैंडल्स की आकृति प्रेगनेंट वुमन जैसी बनती हैं।
Bullish Harami Candlestick Pattern कि पहचान आप निम्न पॉइंट्स को देखकर कर सकते हैं –
- स्टॉक का ट्रेंड डाउनट्रेंड होना चाहिए। मतलब कि शेयर की प्राइस गिर रही होनी चाहिए।
- इसी Downtrend में एक बड़ी रेड कैंडल बननी चाहिए। इस कैंडल के बाद एक छोटी ग्रीन कैंडल बननी चाहिए।
- इस ग्रीन कैंडल की shadows उसकी बॉडी से छोटी होनी चाहिए।
- जो लाल कैंडल के बाद नेक्स्ट ग्रीन कैंडल बनती हैं, वह रेड कैंडल की बॉडी के अंदर ही बननी चाहिए। कहने का मतलब हैं की रेड कैंडल के द्वारा अगली ग्रीन कैंडल को पूरा कवर कर लेना चाहिए।
- आदर्शतौर पर बड़ी कैंडल की बॉडी साइज (रेड कैंडल), ग्रीन कैंडल की बॉडी की कम से कम चार गुना होनी चाहिए।
अगर यह सभी शर्ते पूरी होती हैं तो यह माना जाएगा की स्टॉक में बुलिश हरामी पैटर्न बन चुका हैं।
साथ ही बुलिश हरामी पैटर्न तब बढ़िया काम करेगा जब ग्रीन कैंडल की अपर और लोअर शैडो रेड कैंडल के बाहर नहीं जाए।
बुलिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न बताता हैं की अब buyers स्टॉक में कण्ट्रोल ले रहें हैं और शेयर प्राइस को ऊपर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं।
11. Bearish Harami Candlestick Pattern in Hindi
यह कैंडलस्टिक पेटर्न बुलिश हरामी पैटर्न का बिल्कुल विपरीत पैटर्न है। बेयरिश हरामी पैटर्न भी दो कैंडल से मिलकर बनता हैं। यह कैंडलस्टिक पैटर्न बताता हैं की स्टॉक का अपट्रेंड ख़त्म हो चुका हैं और डाउनट्रेंड की शुरुवात हो चुकी हैं।
Bearish Harami Candlestick Pattern कि पहचान आप निम्न पॉइंट्स को देखकर कर सकते हैं –
- स्टॉक का ट्रेंड अपट्रेंड में होना चाहिए। मतलब कि शेयर की प्राइस बढ़ती हुई होनी चाहिए।
- इसी अपट्रेंड में एक बड़ी ग्रीन कैंडल बननी चाहिए। इस कैंडल के बाद एक छोटी रेड कैंडल बननी चाहिए।
- इस रेड कैंडल की shadows उसकी बॉडी से छोटी होनी चाहिए।
- जो ग्रीन कैंडल के बाद अगली रेड कैंडल बनती हैं, वह ग्रीन कैंडल की बॉडी के अंदर ही बननी चाहिए। यानि की ग्रीन कैंडल के द्वारा अगली रेड कैंडल को पूरा कवर कर लेना चाहिए।
- आदर्शतौर पर बड़ी कैंडल की बॉडी साइज (ग्रीन कैंडल), रेड कैंडल की बॉडी की कम से कम चार गुना होनी चाहिए।
यदि यह सभी शर्ते पूरी होती हैं तो यह माना जाएगा की अब शेयर में बेयरिश हरामी पैटर्न बन चुका हैं।
साथ ही बेयरिश हरामी पैटर्न तब बढ़िया काम करेगा जब रेड कैंडल की अपर और लोअर शैडो ग्रीन कैंडल के बाहर नहीं जाए।
बेयरिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न बताता हैं की अब स्टॉक सेलर्स के कण्ट्रोल में आ चुका हैं और अब यह स्टॉक प्राइस को नीचे की ओर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं।
12. Piercing Line Candlestick Pattern in Hindi
यह पैटर्न दो कैंडल से मिलकर बना होता हैं। यह एक बुलिश पैटर्न होता हैं जिसके बनने के बाद स्टॉक में अपट्रेंड देखा जाता हैं।
इस पैटर्न में पहले दिन ट्रेंड के साथ में एक बड़ी रेड कैंडल बनती हैं उसके बाद अगले दिन एक स्ट्रांग ग्रीन कैंडल बनती हैं। यह ग्रीन कैंडल पिछले दिन के low से से नीचे ओपन होती हैं लेकिन कैसे भी करके पिछले दिन के मिडरेंज से ऊपर क्लोजिंग देती हैं।
Piercing Line Candlestick Pattern बनने के लिए निम्न शर्ते पूरी होनी चाहिए–
- स्टॉक डाउनट्रेंड में होना चाहिए।
- डाउनट्रेंड में एक बड़ी रेड कैंडल के बाद एक ग्रीन कैंडल बननी चाहिए।
- ग्रीन कैंडल पहली रेड कैंडल के नीचे ओपन होनी चाहिए। साथ ही ग्रीन कैंडल, रेड कैंडल के मिड से ऊपर बंद होनी चाहिए।
यदि दूसरी कैंडल में एवरेज वॉल्यूम से ज्यादा वॉल्यूम देखी जाती हैं तो यह स्ट्रांग बुलिश सिग्नल माना जाएगा। Piercing Line Candlestick Pattern पर स्टॉक बायर्स के नियंत्रण में आ जाता हैं और शेयर प्राइस में बढ़ोत्तरी की उम्मीद की जा सकती हैं।
13. Dark Cloud Cover Candlestick Pattern in Hindi
यह पैटर्न Piercing Line कैंडलस्टिक पेटर्न का बिलकुल उल्टा हैं। यह भी पैटर्न भी दो कैंडल से मिलकर बनता है। लेकिन डार्क क्लाउड कवर पैटर्न बेयरिश सिग्नल देता हैं। मतलब कि इस कैंडलस्टिक पैटर्न बनने के बाद स्टॉक प्राइस गिर सकती है।
निम्न परिस्थितियों में डार्क क्लाउड कवर पैटर्न बन सकता हैं –
- स्टॉक अपट्रेंड में होना चाहिए।
- पहले दिन इसमें एक बड़ी ग्रीन कैंडल बनती हैं जो की स्टॉक के अपट्रेंड के साथ बनती हैं।
- अगले दिन एक स्ट्रांग रेड कैंडल बनती हैं जो की प्रीवियस डे के हाई पर ओपन होती हैं। लेकिन रेड कैंडल की क्लोजिंग प्रीवियस डे के हाई के मिड के नीचे होती हैं।
अगर यह सभी कंडीशंस पूरी होती हैं तो यह डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न बनता हैं। यदि दूसरी कैंडल में एवरेज वॉल्यूम से ज्यादा वॉल्यूम देखी जाती हैं तो यह स्ट्रांग बेयरिश सिग्नल माना जाएगा। Dark Cloud Cover Candlestick Pattern बनने पर स्टॉक सेलर्स के नियंत्रण में आ जाता हैं और शेयर प्राइस गिरने लगती हैं।
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14. Morning Star Candlestick Pattern in Hindi
- मॉर्निंग स्टार पैटर्न तीन कैंडल से मिलकर बनता हैं।
- यह पैटर्न एक बुलिश रिवर्सल पैटर्न होता हैं जिसमें की अपट्रेंड की शुरुवात होती हैं।
इस पैटर्न में पहले दिन आमतौर पर एक बड़ी रेड कैंडल बनती हैं। यह कैंडल चल रहे बेयरिश पैटर्न के साथ ही बनती हैं। इस कैंडल के बाद गैप डाउन में एक स्मॉल बॉडी के साथ कैंडल बनती हैं। यह दूसरी कैंडल ग्रीन या रेड कोई सी भी हो सकती हैं।
दूसरी कैंडल के बाद तीसरी कैंडल के रूप में एक बड़ी ग्रीन कैंडल बनती हैं। यह ग्रीन कैंडल पहली कैंडल के ऊपर या मिड रेंज में जाकर बंद होती हैं।
मॉर्निंग स्टार पैटर्न बताता हैं की किस तरह बायर्स अब सेलर्स पर हावी हो चुके हैं। यदि यह पैटर्न डाउनट्रेंड के बॉटम में बनता हैं तो यह बुलिश रिवर्सल का एक स्ट्रांग साइन माना जाता हैं।
अगर तीसरी कैंडल में एवरेज वॉल्यूम से ज्यादा वॉल्यूम नज़र आती हैं तो यह बुलिश पैटर्न का स्ट्रांग सिग्नल होता हैं। इस तरह मॉर्निंग स्टार पैटर्न बनने से प्राइस में अच्छी बढ़ोत्तरी देखी जा सकती हैं।
Morning Star Candlestick Pattern बनने के लिए निम्न कंडीशन पूरी होना आवश्यक हैं–
- स्टॉक पहले से डाउनट्रेंड में होना चाहिए।
- डाउनट्रेंड में ही एक बड़ी रेड कैंडल बननी चाहिए।
- दूसरी कैंडल के रूप में एक स्मॉल बॉडी वाली कैंडल बननी चाहिए।
- तीसरी कैंडल के रूप में पहले वाली कैंडल के बराबर साइज की या उससे बड़ी ग्रीन कैंडल बननी चाहिए। साथ ही इसमें अच्छे वॉल्यूम होने चाहिए।
इस तरह मॉर्निंग स्टार पैटर्न बनने से स्टॉक में बाय पोजीशन ली जा सकती हैं।
15. Evening Star Candlestick Pattern in Hindi
- यह मॉर्निंग स्टार का विपरीत पैटर्न हैं।
- इवनिंग स्टार पैटर्न तीन कैंडल से मिलकर बनता हैं।
- यह पैटर्न एक बेयरिश रिवर्सल पैटर्न होता हैं जिसमें स्टॉक में डाउनट्रेंड की शुरुवात होती हैं।
आमतौर पर इस पैटर्न में पहले दिन एक बड़ी ग्रीन कैंडल बनती हैं। यह कैंडल चल रहे बुलिश पैटर्न के साथ ही बनती हैं। इस कैंडल के बाद गैप अप में एक स्मॉल बॉडी के साथ कैंडल बनती हैं। यह दूसरी कैंडल ग्रीन या रेड कोई भी कलर की हो सकती हैं।
दूसरी कैंडल के बाद तीसरी कैंडल के रूप में एक बड़ी रेड कैंडल बनती हैं। यह रेड कैंडल पहली कैंडल के ऊपर या मिड रेंज में जाकर बंद होती हैं।
इवनिंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न बताता हैं कि किस तरह सेलर्स अब बायर्स पर हावी हो चुके हैं। यदि यह पैटर्न रेसिस्टेन्स के पास बनता हैं तो यह बेयरिश रिवर्सल का एक स्ट्रांग साइन माना जाता हैं।
यदि तीसरी कैंडल में एवरेज वॉल्यूम से ज्यादा वॉल्यूम नज़र आती हैं तो यह बेयरिश पैटर्न का स्ट्रांग सिग्नल होता हैं। इस तरह इवनिंग स्टार पैटर्न बनने से प्राइस में गिरावट देखी जा सकती हैं।
Evening Star Candlestick Pattern बनने के लिए निम्न कंडीशन पूरी होना आवश्यक हैं–
- स्टॉक पहले से अपट्रेंड में होना चाहिए।
- अपट्रेंड में ही एक बड़ी ग्रीन कैंडल बननी चाहिए।
- दूसरी कैंडल के रूप में एक स्मॉल बॉडी वाली कैंडल बननी चाहिए। (बुलिश या बेयरिश)
- तीसरी कैंडल के रूप में पहले वाली कैंडल के बराबर साइज की या उससे बड़ी रेड कैंडल बननी चाहिए। साथ ही इसमें अच्छे वॉल्यूम होने चाहिए।
इस तरह इवनिंग स्टार पैटर्न बनने से स्टॉक में पोजीशन शॉर्ट की जा सकती हैं।
16. Three White Soldier Candlestick Pattern in Hindi
- थ्री वाइट सोल्जर पैटर्न तीन कैंडल से मिलकर बनता हैं।
- यह पैटर्न एक बुलिश रिवर्सल पैटर्न होता हैं जिसमें डाउनट्रेंड के बाद अपट्रेंड की शुरुवात होती हैं।
इस पैटर्न में तीनों कैंडल बुलिश कैंडल होती हैं और पिछली कैंडल के क्लोजिंग से ऊपर बंद होती हैं। इसकी ख़ासियत होती हैं की सभी कैंडल्स लगभग एक जैसी हाइट की बनती हैं और लगभग छोटी शैडो बनाती हैं।
इस तरह वाइट सोल्जर पैटर्न बनने पर स्टॉक ऊपर की ओर भागता हैं।
16. Three Black Cows Candlestick Pattern in Hindi
- यह पैटर्न थ्री वाइट सोल्जर पैटर्न का विपरीत हैं।
- थ्री ब्लैक कोव्स पैटर्न तीन कैंडल से मिलकर बनता हैं।
- यह पैटर्न एक बेयरिश रिवर्सल पैटर्न होता हैं जिसमें अपट्रेंड के बाद डाउनट्रेंड की शुरुवात होती हैं।
इस पैटर्न में तीनों कैंडल बेयरिश कैंडल होती हैं और पिछली कैंडल के क्लोजिंग से नीचे बंद होती हैं। इसकी ख़ासियत होती हैं की सभी कैंडल्स लगभग एक जैसी हाइट की बनती हैं और छोटी शैडो बनाती हैं।
इस तरह Three Black Cows Candlestick Pattern बनने पर स्टॉक नीचे की ओर गिरता हैं।
17. Bullish Spinning Top Candlestick Pattern in Hindi
जब स्टॉक के बॉटम पर स्पिनिंग टॉप चार्ट बनता हैं तो इसे Bullish Spinning Top कहते हैं। इस कैंडलस्टिक पेटर्न के बनने पर स्टॉक प्राइस ऊपर की ओर जा सकती है।
लेकिन इस पैटर्न में अपर और लोअर shadow की लंबाई बॉडी के दोगुने से ज्यादा होनी चाहिए।
18. Bearish Spinning Top Candlestick Pattern in Hindi
जब स्टॉक में Spinning Top पैटर्न चार्ट के टॉप पर बनता है तो इसे Bearish Spinning Top कहा जाता हैं। इस कैंडलस्टिक पेटर्न के बनते ही स्टॉक प्राइस नीचे की ओर जा सकती है।
लेकिन इस पैटर्न में अपर और लोअर shadow की लंबाई बॉडी के दोगुने से ज्यादा होनी चाहिए।
19. Head and Shoulders Candlestick Pattern in Hindi
चार्ट एनालिसिस में हेड एंड शोल्डर पैटर्न बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल किया जाता हैं। यह पैटर्न बुलिश और बेयरिश दोनों के लिए प्रयोग किया जा सकता हैं।
हेड एंड शोल्डर पैटर्न में आपको तीन टॉप देखने को मिलेंगे। इसमें बीच वाला टॉप सबसे ऊपर होगा और अगल-बगल वाले दोनों टॉप उससे थोड़ा नीचे की ओर होंगे। इसमें जो बीच वाला टॉप होता हैं वह आदमी के सिर की तरह होता है और जो अगल-बगल वाले टॉप होते हैं वह कंधे की तरह दिखाई देते हैं। इसी वजह से इस पेटर्न को ‘हेड एंड शोल्डर कैंडलस्टिक पैटर्न‘ कहते है।
बुलिश पैटर्न में सबसे पहले प्राइस ऊपर की ओर जाना शुरू होती है फिर किसी रेजिस्टेंस से टकराकर नीचे चली जाती है। प्राइस फिर दोबारा नीचे सपोर्ट से ऊपर की ओर जाना शुरू हो जाती है।
हेड एंड शोल्डर पैटर्न दो प्रकार के होते हैं –
- Head and Shoulders – यह टॉप में बनता हैं।
- Inverse Head and Shoulders – यह बॉटम में बनता हैं।
वैसे हेड एंड शोल्डर पैटर्न चार्ट पैटर्न की स्टडी में आता हैं ना की कैंडलस्टिक पैटर्न में।
कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न कैसे पढ़ें?
यदि आपको कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न पढ़ना सीखना हैं तो आपको पहले इसे सही से समझना होगा। कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न को सीखने के लिए आप बुक्स, यूट्यूब वीडियोस का इस्तेमाल कर सकते हैं।
जब आप कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न की बेसिक जानकारी हांसिल कर ले उसके बाद आपको इसे स्वयं प्रैक्टिकल करके सीखना चाहिए। क्योंकि चार्ट पैटर्न में अनुभव ही आपको सबसे अधिक सीखा सकता हैं।
FAQ on Candlestick Pattern in Hindi
सबसे अच्छा कैंडलस्टिक पैटर्न कौनसा होता हैं?
डोजी कैंडल, हैमर पैटर्न सबसे महत्वपूर्ण कैंडलस्टिक पैटर्न माने जाते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा कैंडलस्टिक पेटर्न कौन सा है?
शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न इंट्राडे ट्रेडिंग में सबसे अच्छा माना जाता है।
बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न कौनसे हैं?
इनवर्टेड हैमर पैटर्न, मॉर्निंग स्टार पैटर्न, बुलिश हरामी पैटर्न, बुलिश मारबाज़ू आदि कुछ बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न हैं।
बेस्ट कैंडल स्टिक पैटर्न बुक कौनसी हैं?
प्राइस एक्शन ट्रेडिंग बुक कैंडलस्टिक पैटर्न सीखने के लिए काफी अच्छी बुक मानी जाती हैं।
निष्कर्ष “कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न”
चाहे आप किसी भी प्रकार की ट्रेडिंग करते हैं आपको कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न की आवश्यकता पड़ती ही हैं। इसलिए यदि कोई व्यक्ति ट्रेडिंग में अपना करियर बनाना चाहता हैं तो उसे निश्चित तौर पर कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न सीखने पर ध्यान फ़ोकस करना चाहिए।
तो दोस्तों, आज आपने इस पोस्ट में Candlestick Pattern in Hindi को विस्तार से समझा। यदि यह जानकारी आपको पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अपने सोशल मीडिया अकॉउंटस पर जरूर शेयर करें।
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