ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें | स्टेप बाय स्टेप गाइड [2024]

शेयर मार्केट से पैसा कमाने के लिए ऑप्शन ट्रेडिंग बहुत ही लोकप्रिय तरीका हैं। इसमें आप कम समय में ही अच्छा पैसा कमा सकते हैं। लेकिन साथ ही ऑप्शन ट्रेडिंग में रिस्क भी काफी ज़्यादा रहती हैं।

इसलिए आपको ऑप्शन ट्रेडिंग बेसिक सही से समझने चाहिए। यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के बाद ट्रेडिंग करते हैं तो आपके सफल होने की संभावना अधिक हो जाती हैं। लेकिन अधिकतर लोग इसका उल्टा करते हैं। वे बिना ऑप्शन ट्रेडिंग सीखें ही इसमें कूद पड़ते हैं, जिसमें उनकों नुकसान के सिवा कुछ हांसिल नहीं होता।

लेकिन दोस्तों, यदि आप हमारे पूंजी गाइड ब्लॉग के नियमित पाठक हैं तो आपने देखा होगा हैं हम हमेशा अर्निंग से ज़्यादा लर्निंग पर ध्यान देते हैं। इसलिए स्टॉक मार्केट में आपको कोई भी कदम उठाने से पहले सीखना जरुरी होता हैं।

Option Trading kaise sikhen hindi

तो आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे की ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें? इसलिए आर्टिकल के अंत तक जरूर बने रहिये। 

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें (Option Trading kaise Sikhen)

आज के समय में ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए कई विकल्प मौजूद हैं। आप ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए बुक्स, ऑनलाइन कोर्स, सेमिनार, ब्लॉग्स, ट्रेडिंग यूट्यूब चैनल्स आदि उपयोग कर सकते हैं। ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको नियमित प्रैक्टिस की आवश्यकता भी होती हैं। जितना आप प्रैक्टिस करेगें उतना आपका अनुभव बढ़ेगा और आप उतने एक्सपर्ट होते चले जाएंगे। किसी भी तरह की ट्रेडिंग करने से पहले उसे सीखना बहुत जरुरी होता हैं। 

यदि आप स्टॉक मार्केट में एक ट्रेडर की तरह करियर बनाना चाहते हैं तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग सीखनी चाहिए। ऑप्शन ट्रेडिंग में आपको शुरुवात में सीखने के लिए अधिक समय देना होगा।

ऑप्शन ट्रेडिंग में आपको पहले बेसिक से शुरुवात करनी होगी उसके बाद आपको टेक्निकल नॉलेज भी प्राप्त करने पर ध्यान फोकस करना होगा।

लेकिन इस आर्टिकल के माध्यम से आपको शुरू से ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें की विस्तारित जानकारी दूंगा। इससे कोई भी नया व्यक्ति ऑप्शन ट्रेडिंग के बारें में आसानी से सीख सकता हैं।

1. ऑप्शन ट्रेडिंग के बेसिक्स सीखें

यदि आपको ऑप्शन ट्रेडिंग को सही से सीखना हैं तो आपको सबसे पहले इसके बेसिक्स को क्लियर करना होगा। हालाँकि अधिकतर लोग यहाँ पर ही मात खा जाते हैं। वे बेसिक पर ध्यान केंद्रित न करके सिर्फ पैसा कमाने के चक्कर में रहते हैं। इससे फायदा कम और नुकसान अधिक होने की सम्भावना होती हैं।

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ऑप्शन ट्रेडिंग के बेसिक में शुरुवात में आप निम्न जानकारियां जुटा सकते हैं:

  • ऑप्शन ट्रेडिंग के बेसिक नियम क्या होते है।
  • वास्तव में ऑप्शन ट्रेडिंग किस तरह काम करती हैं।
  • ट्रेडिंग में ऑप्शन Buyer और ऑप्शन seller कौन होते है।
  • ऑप्शन Buyer और ऑप्शन seller में क्या अंतर होता है।
  • कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन क्या होते है।
  • बाउंड और अनबाउंड ऑप्शन क्या होते हैं।
  • कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन कैसे काम करते हैं।
  • प्रीमियम क्या होता हैं।
  • स्ट्राइक प्राइस क्या होती हैं और इससे क्या प्रभाव पड़ता हैं।
  • मार्केट की अनिश्चितता और मार्केट वोलैटिलिटी किस तरह ऑप्शन प्रीमियम की कीमतों पर असर डाल सकती है।

अब आपके मन में ये ख्याल आ रहा होगा कि ये तो काफी मुश्किल काम हैं। लेकिन दोस्तों, ये इतना  मुश्किल नहीं हैं। आप ये जानकारी सिर्फ कुछ ही समय में सीख सकते हैं। इसके लिए आप ब्लॉग और आर्टिकल का सहारा ले सकते हैं।

मैंने आपके लिए ऑप्शन ट्रेडिंग के कुछ बेसिक पॉइंट नीचे दिए हैं जो आपकी लर्निंग को मजबूत करेंगे–

  1. कॉल ऑप्शन (CE) तब ख़रीदा जाता हैं जब हमें लगता है कि शेयर मार्केट बढ़ेगा। जबकि पुट ऑप्शन (PE) हम तब खरीदते हैं जब हमें लग रहा होता है कि अब मार्केट गिरेगा।
  2. लेकिन यदि आप एक option seller हैं तो मार्केट बढ़ने की आशंका होने पर आप put option को बेच सकते हैं। दूसरी ओर मार्केट गिरने की आशंका होने पर आप call option को बेच सकते हैं।
  3. स्टॉक मार्केट में लगभग 80% ट्रेडर ऑप्शन बायर हैं जबकि सिर्फ 20% ट्रेडर ही ऑप्शन सेलर हैं। इसका एक सीधा सा कारण हैं की ऑप्शन बाय करने के लिए कम पैसों की जरुरत होती हैं जबकि ऑप्शन सेल करने के लिए बहुत ज़्यादा पैसों की आवश्यकता होती हैं।
  4. निफ़्टी और बैंक निफ्टी इंडेक्स में ऑप्शन्स की weekly expiry होती है जो कि हर सप्ताह गुरुवार के दिन होती हैं।
  5. बाकी सभी स्टॉक्स या शेयर्स में मंथली एक्सपायरी होती हैं जो प्रत्येक महीने के अंतिम सप्ताह के गुरुवार के दिन होती है।
  6. ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय आपको लोट साइज में शेयर या इंडेक्स खरीदने पड़ते हैं।
  7. स्टॉक मार्केट में सभी शेयर का लोट साइज अलग-अलग होता है।
  8. जैसे की किसी शेयर का एक लॉट साइज 100 शेयर हैं और इसका प्रीमियम ₹50 चल रहा हैं तो आपको एक लॉट का कॉल या पुट ख़रीदने के लिए प्रीमियम के 100 x ₹50 = ₹500 देने होंगे।
  9. एक्सपायरी वाले दिन मतलब की गुरुवार के दिन प्रीमियम के प्राइस में अनिश्चितता या वोलैटिलिटी सबसे अधिक होती है। इस दिन प्रीमियम में काफी ज्यादा उठा-पटक देखने को मिलती हैं।
  10. इसी उठा-पटक से बचने के लिए आपको अपने आर्डर में स्टॉप लॉस जरूर लगाना चाहिए
  11. आप किसी भी ऑप्शन को सिर्फ एक्सपायरी डेट तक ही होल्ड कर सकते हैं। एक्सपायरी डेट के बाद प्रीमियम पूरी तरह समाप्त हो जाता हैं।

उम्मीद हैं की आपको यहाँ तक समझ में आया होगा की ऑप्शन ट्रेडिंग के बेसिक को कैसे सीखा जा सकता हैं।

2. ऑप्शन ट्रेडिंग की बेसिक टर्म्स को जानें

ऑप्शन ट्रेडिंग एक वित्तीय विनिमय प्रणाली है जिसमें एक्सचेंज के लिए ऑप्शन के दायित्व या अधिकारों को खरीदा और बेचा जाता है। मैं आपको ऑप्शन से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण टर्म्स बताता हूँ जो आपके ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने में बहुत काम आएगी।

1. ऑप्शन की परिभाषा: ऑप्शंस एक कॉन्ट्रेक्ट होता है जो किसी Underlying Asset से जुड़ा होता है जैसे की शेयर या इंडेक्स। ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट एक निर्धारित समय अवधि के लिए होते हैं, जो की सप्ताह से लेकर महीनों तक का हो सकता है।

जब आप कोई ऑप्शन बाय करते हैं, तो आपके पास उस स्टॉक को ख़रीदने या बेचने का (जैसे भी हो) अधिकार होता है, लेकिन आप इसके लिए बाध्य नहीं होते हैं। यदि आप ऑप्शन की डेट पर अपना ट्रेड एक्सेक्यूट नहीं करते तो इस “ऑप्शन का प्रयोग” करना कहते हैं।

2. कॉल ऑप्शन: कॉल ऑप्शन में आपको अधिकार मिलता हैं कि आप किसी स्टॉक या सिक्योरिटी को एक निश्चित समय के भीतर एक निर्दिष्ट मूल्य पर खरीद सकते हैं। कॉल ऑप्शन में खरीदना आपका अधिकार होता हैं न की दायित्व। कहने का मतलब हैं कि आप चाहे तो उस शेयर को ख़रीद सकते हैं या नहीं भी।

3. पुट ऑप्शन: पुट ऑप्शन एक प्रकार का ऑप्शन है जिसमें विक्रेता को एक निश्चित मूल्य पर सिक्योरिटी या शेयर बेचने का अधिकार होता है।

4. स्ट्राइक प्राइस: स्ट्राइक प्राइस वह मूल्य होता है जिस पर विक्रेता अपने ऑप्शन का प्रयोग कर सकता है। यानि की स्ट्राइक प्राइस पर शेयर ख़रीदा और बेचा जा सकता हैं।

5. ऑप्शन प्राइस: विकल्प प्राइस वह मूल्य है जिस पर एक ऑप्शन ख़रीदा या बेचा जा सकता है।

6. प्रीमियम: ऑप्शन खरीदने के लिए या ऑप्शन बेचने के लिए प्रीमियम का भुगतान किया जाता है।

7. बाउंड और अनबाउंड ऑप्शन: बाउंड ऑप्शन एक ऐसा ऑप्शन होता है जिसमें ऑप्शन के अधिकार की  निश्चित सीमा होती है, जबकि अनबाउंड ऑप्शन में कोई सीमा नहीं होती।

8. इन-और-आउट-ऑफ-द-मनी (ITM, ATM, OTM): ये ट्रेडिंग इंडिकेटर ऑप्शन के मूल्यांकन को व्यक्त करने के लिए प्रयोग किये जाते है।

9. लीवरेज: ऑप्शन ट्रेडिंग में लीवरेज का उपयोग किया जाता हैं। इसमें आप कम राशि के साथ अधिक क्वांटिटी में ट्रेड कर सकते हैं। ये स्टॉक ब्रोकर द्वारा ऑफर किया जाता हैं।

10. ओपन इंटरेस्ट: यह उन ऑप्शन को दर्शाता है जिन्हें एक निर्धारित समय अवधि के लिए बाजार में live रखा गया है। ओपन इंटरेस्ट डिमांड और सप्लाई का इंडिकेटर होता हैं।

11. वॉलेटिलिटी: वॉलेटिलिटी एक मापक है जो जो मार्केट की अस्थिरता को दर्शाता हैं।

ये परिभाषाएं आपको ऑप्शन ट्रेडिंग की बेसिक जानकारी प्राप्त करने में काफी मदद करेगी।

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3. ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए बुक्स पढ़ें

ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए बुक्स का महत्व अत्यंत प्रमुख है। बुक्स से हमें बहुत ही अच्छी जानकारी प्राप्त होती हैं जो की हमारे ज्ञान को विस्तारित करने में काफी मदद करती हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए बुक्स इसलिए महत्वपूर्ण बन जाती हैं:

  • एक अच्छी बुक आपको ऑप्शन ट्रेडिंग अच्छी तरह से समझने में मदद करेगी। यह आपको मूल अवधारणाओं, तकनीकी शब्दावली, विनियमों और स्ट्रैटेजीज को समझाएगी।
  • अच्छी बुक्स आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के विभिन्न पहलुओं का विस्तारपूर्वक वर्णन करेगी। इससे आपको पूरी ऑप्शन प्रक्रिया की समझ प्राप्त होगी, जैसे कि ऑप्शन के प्रकार, ऑप्शन चेन एवं ग्रीक्स।
  • बुक्स आपको वास्तविक उदाहरणों के माध्यम से ऑप्शन ट्रेडिंग के प्रैक्टिकल की जानकारी प्रदान करती हैं। यह उदाहरण आपको विभिन्न ट्रेडिंग स्ट्रैटेजीज की समझ पैदा करेंगे और आपकी नजरियों को क्लियर करेंगे।

इसलिए, बुक्स ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में गहराई से समझने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण संसाधन हैं। अच्छी बुक्स आपको स्पष्ट और मार्गदर्शक दिशा प्रदान करेंगी, जो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग में सफलता दिला सकती हैं।

आप ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए बेस्ट बुक्स की जानकारी यहां से प्राप्त कर सकते हैं।

4. ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए यूट्यूब और ब्लॉग की मदद लें

यदि आपको सही से ऑप्शन ट्रेडिंग सीखनी हैं तो आपको जहां से भी जानकारी मिलें वहां से ग्रहण करने का प्रयास करना चाहिए। आज के इंटरनेट के युग में आपको बहुत सी जानकारिया मुफ्त में मिल जाती हैं।

यदि आपको पढ़कर सीखने का शौक हैं तो आप ब्लॉग्स की मदद ले सकते हैं। वही अगर आपको वीडियो के फॉर्म में जानकारी हांसिल करनी हैं तो आप कुछ अच्छे यूट्यूब चैनल्स को फॉलो कर सकते हैं।

मैं आपको कुछ अच्छे यूट्यूब चैनल के नाम बताता हूँ जो की आपकी ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें की समस्या का समाधान कर सकते हैं।

  1. POWER OF STOCKS (Subasish Pani)
  2. Ghanshyam Tech (Art of Trading)
  3. V.P FINANCIALS (Rohit Rohra)
  4. Intraday Hunter
  5. Nifty Prediction.
  6. Trade With Trend – Raunak A.
  7. AYUSH THAKUR
  8. THE INDIAN TRADER

इस तरह आप अपनी मेहनत प्लस ब्लॉग्स और यूट्यूब की मदद से Option Trading अच्छे से सीख सकते हैं।

5. ऑप्शन चैन की समझ लें

ऑप्शन चेन (Option Chain) एक अत्यंत महत्वपूर्ण उपकरण है जो ऑप्शन ट्रेडर्स को मार्केट में उपलब्ध ऑप्शन के जानकारी प्रदान करता है। ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको ऑप्शन चैन की अच्छी समझ होना आवश्यक हैं।

यह ट्रेडर्स को विभिन्न ऑप्शन की सीमाओं, एक्सचेंज मूल्यों, ग्रीक्स (Greeks) आदि की जानकारी प्रदान करता है।

ऑप्शन चेन में आपको शेयर बाजार में उपलब्ध सभी ऑप्शन के विनिमय मूल्य, विशेषताएं और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो जाएगी। आप इसे अन्य टूल्स के साथ उपयोग करके बाजार का आकलन कर सकते हैं। साथ ही वॉलेटिलिटी और ऑप्शन ट्रेडिंग की रणनीतियों का विश्लेषण भी कर सकते हैं।

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ऑप्शन चेन को समझने के लिए निम्नलिखित टर्म्स को समझना महत्वपूर्ण है:

  1. एक्सपायरी डेट
  2. स्ट्राइक प्राइस
  3. पुट ऑप्शन
  4. कॉल ऑप्शन
  5. बिड प्राइस
  6. आस्क प्राइस
  7. प्रीमियम (Premium)
  8. ओपन इंटरेस्ट (Open Interest)
  9. वॉल्यूम (Volume)

ऑप्शन चेन अच्छे से समझने के लिए, आप विभिन्न वेबसाइटों और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्मों का उपयोग कर सकते हैं, जहां ऑप्शन चैन की जानकारी उपलब्ध होती है। आप ऑप्शन चैन का विश्लेषण करके बाजार का अच्छा आकलन कर सकते हैं और अधिक डीप निर्णय ले सकते हैं जो की आपको ऑप्शन ट्रेडिंग में सफलता के पास ले जाएगा।

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6. ऑप्शन ग्रीक्स के बारें में जानकारी हांसिल करें

ट्रेडर को ऑप्शन चैन के साथ-साथ ऑप्शन ग्रीक्स की भी जानकारी होनी जरुरी हैं। ऑप्शन ग्रीक्स ऑप्शन ट्रेडिंग में उपयोग होने वाले पांच महत्वपूर्ण पॉइंट्स हैं जो ऑप्शन के मूल्य और चाल को प्रभावित करते हैं।

इसलिए आपको ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए ऑप्शन ग्रीक की अच्छी जानकारी होनी चाहिए। ऑप्शन ग्रीक्स निम्नलिखित हैं:

  1. डेल्टा (Delta): डेल्टा ऑप्शन की कीमत के साथ संबंधित होता है। यह ऑप्शन के मूल्य के बदलाव को दर्शाता है जब शेयर की कीमत बदलती है। एक कॉल ऑप्शन का डेल्टा 0 से 1 तक हो सकता है, जबकि एक पुट ऑप्शन का डेल्टा -1 से 0 तक हो सकता है।
  2. गामा (Gamma): गामा ऑप्शन के डेल्टा के साथ संबंधित होता है। इस तरह गामा सिर्फ डेल्टा में होने वाले बदलाव को दर्शाता है।
  3. थीटा (Theta): थीटा हमें यह बताता है कि एक्सपायरी में जितना समय बचा हुआ हैं, उसके आधार पर प्रीमियम की प्राइस में कितना बदलाव होगा?
  4. वेगा (Vega): वेगा ऑप्शन के मूल्य के साथ संबंधित होता है और मार्केट की वोलैटिलिटी के आधार पर प्रीमियम के मूल्य में बदलाव को इंगित करता है।
  5. रो (Rho): रो ऑप्शन के मूल्य के साथ संबंधित होता है और ऑप्शन के मूल्य में ब्याज के परिवर्तन की दर को दर्शाता है।

इस तरह ये ऑप्शन ग्रीक्स ट्रेडर्स को ऑप्शन के मूल्य और एक्सचेंज के प्रति संवेदनशीलता की समझ पैदा करते हैं। इससे आप ऑप्शन की चाल को सही से समझ सकते हैं।

7. ऑप्शन ट्रेडिंग चार्ट पढ़ना सीखें

ऑप्शन ट्रेडिंग को डंग से समझने के लिए आपको ट्रेडिंग चार्ट को सही से पढ़ना सीखना होगा। क्योंकि ऑप्शन ट्रेडिंग में चार्ट का रोल बहुत ही महत्वपूर्ण होता हैं।

आपको मार्केट के आंकड़ों को विभिन्न चार्ट तकनीकों के माध्यम से अध्ययन करना होगा जैसे कि चार्ट पैटर्न, रिट्रेसमेंट्स, और अन्य तकनीकी इंडिकेटर्स। आपको चार्ट पर प्रदर्शित होने वाले आंकड़े और इंडिकेटर्स को समझने की कोशिश करनी चाहिए।

ऑप्शन चार्ट पढ़ने और समझने के लिए आप निम्नलिखित स्टेप्स का पालन कर सकते हैं:

  • सबसे पहले चार्ट के प्रकार को समझें। सामान्यतः, ट्रेडिंग में प्रयुक्त चार्ट विधियाँ कैंडलस्टिक, बार और लाइन चार्ट शामिल होती हैं।
  • चार्ट की अवधि को समझें। आमतौर पर ये 15 मिनट पर बढ़िया माना जाता हैं।
  • चार्ट इंडिकेटर्स को सही से समझने का प्रयास करें। आप मूविंग एवरेज, स्टोकास्टिक, या रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • चार्ट पर पैटर्न देखें और समझें। ये पैटर्न अपेक्षित बाजार के मूवमेंट के बारे में जानकारी देते हैं और आपको सही निर्णय लेने में मदद कर सकते हैं।

ध्यान रखियें दोस्तों, चार्ट पढ़ना और समझना एक कला हैं जो की समय और अनुभव के साथ निखरती हैं।

8. टेक्निकल एनालिसिस करना सीखें

आप चाहे किसी भी प्रकार की ट्रेडिंग कर रहे हो चाहे वो स्विंग ट्रेडिंग हो या इंट्राडे ट्रेडिंग आपको किसी भी प्रकार की ट्रेडिंग सीखने के लिए टेक्निकल एनालिसिस सीखना बहुत आवश्यक हो जाता हैं।

टेक्निकल एनालिसिस का अर्थ होता है बहुत सारे चार्ट पेटर्न्स समझना, इंडिकेटर्स, प्राइस एक्शन, मूविंग एवरेज, सपोर्ट और  रेजिस्टेंस, वॉल्यूम आदि को समझकर पता लगाना की प्राइस ऊपर की ओर जायेगा या नीचे।

लेकिन ऑप्शन ट्रेडिंग में टेक्निकल एनालिसिस कि मुख्य भूमिका ओर अधिक हो जाती हैं। क्योंकि ऑप्शन ट्रेडिंग में आपको ऑप्शन प्रीमियम के चार्ट को भी एनालिसिस करना पड़ता है, जिसमें की साधारण चार्ट की अपेक्षा अधिक मूवमेंट देखी जाती है।

ऑप्शन ट्रेडिंग में टेक्निकल एनालिसिस सीखने के कुछ फायदे हैं:

  • प्राइस चार्ट के अध्ययन से आप प्राइस मूवमेंट का पता लगा सकते हैं।
  • उच्च और निम्न स्तर, समर्थन और प्रतिरोध स्तर, और वॉल्यूम जैसे चार्ट स्तरों का अध्ययन करके आप सही निर्णय ले सकते हैं।
  • चार्ट पैटर्न के आधार पर, आप मूल्य की संभावित दिशा का अनुमान लगा सकते हैं। यह आपको सटीक एंट्री और एग्जिट स्तर को तय करने में मदद कर सकता हैं।
  • अगर आपको सही से चार्ट पढ़ना आता हैं तो आप स्टॉक वोलैटिलिटी का सही अंदाजा लगा सकते हैं।
  • टेक्निकल एनालिसिस आपको बाजार की चाल जानने में मदद करते हैं।

याद रखें दोस्तों, टेक्निकल एनालिसिस को सीखने के लिए अनुभवशीलता और निपुणता की आवश्यकता होती है, इसलिए आपको यह समझने के लिए समय देने की जरूरत होगी।

9. ट्रेडिंग इमोशंस को समझें

ट्रेडिंग में साइकोलॉजी का बहुत महत्व होता हैं। जो ट्रेडर अपने मन पर नियंत्रण रख पाता हैं वो सही निर्णय सही समय पर लेता हैं।

ये पॉइंट आपको जितना महत्वहीन लग रहा हैं उतना ही ये महत्वपूर्ण हैं। जब आपके ऑप्शन की प्राइस बहुत तेजी से ऊपर-नीचे होती हैं तो आप आसानी से अपने इमोशन को कण्ट्रोल नहीं कर पाते हैं जिससे आप गलत निर्णय ले सकते हैं।

डर या उत्साह ट्रेडिंग के एक अलग पहलु हैं जो की आपमें और सफलता के बीच में दूरी बढ़ाने का काम करते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग में इमोशन (भावना) एक महत्वपूर्ण पहलू है, जो ट्रेडर के ट्रेडिंग निर्णयों पर सीधा प्रभाव डाल सकता है।

इमोशन ट्रेडिंग में निम्न तरीकों से आपको परेशान कर सकता हैं:

  • भय (Fear): भय ट्रेडर्स के ट्रेडिंग निर्णयों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता हैं। भय के कारण ही ट्रेडर लाभदायक मौके पर प्रॉफिट बनाने से चूक सकते हैं या अच्छा निवेश का मौका गंवा सकते हैं।
  • उत्साह (Greed): उत्साह भी एक ट्रेडर के व्यापारिक निर्णयों पर अवांछित प्रभाव डाल सकता है। अधिक उत्साह होने के कारण ट्रेडर अत्यधिक रिस्क लेने के लिए तैयार हो सकते हैं।
  • भ्रम (Confusion): भ्रम ट्रेडर को सही निर्णय लेने से रोक सकता है।

इसलिए आपको इन इमोशनल प्रभावों का सामना करना चाहिए और इन्हें नियंत्रित करने के लिए उचित मार्गदर्शन और ट्रेड नीतियों का पालन करना चाहिए।

यदि आप अपने इमोशन पर क़ाबू पा लेते हैं तो आप ऑप्शन ट्रेडिंग में अच्छी सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

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10. ऑप्शन ट्रेडिंग की प्रैक्टिस करें

आप अपनी रणनीति को अमल में लाने के लिए व्यापारिक प्रैक्टिस करनी चाहिए। मार्केट क्लोज़्ड के समय के दौरान मॉक ट्रेडिंग अकाउंट पर ट्रेडिंग का अभ्यास करें। जहां आप वास्तविक बाजार के नियमों को लागू कर सकते हैं और बिना वास्तविक पैसों की हानि के अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।

प्रैक्टिस ही आपको ऑप्शन ट्रेडिंग में अच्छी सफलता दिला सकती हैं। इसलिए आपको ऑप्शन ट्रेडिंग प्रैक्टिस को हलके में नहीं लेना चाहिए।

11. ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए कोर्स करें

यदि आप बहुत जल्दी ऑप्शन ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं तो फिर आप ऑनलाइन कोर्स की मदद ले सकते हैं।

आज के समय में ऑप्शन ट्रेडिंग को सीखने के लिए कई ऑनलाइन कोर्स उपलब्ध हैं जो आपको मार्केट की नीतियों, रणनीतियों और ट्रेडिंग के मूल सिद्धांतों के बारे में जानकारी देते हैं।

यहां मैंने कुछ प्रमुख ऑनलाइन कोर्स की सूची दी है:

  • Udemy: Udemy आपको विभिन्न स्तरों पर ऑप्शन ट्रेडिंग कोर्स प्रदान करता है। यहां आपको अनुभवी ट्रेडर्स के नेतृत्व में ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने का मौका मिलेगा।
  • Elearnmarkets: Elearnmarkets एक अन्य लोकप्रिय ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो ऑप्शन ट्रेडिंग संबंधित कोर्स करवाता है। इस प्लेटफॉर्म पर आप व्यापारिक समझ, विश्लेषण तकनीकें, ट्रेडिंग रणनीतियां और ट्रेडिंग के मूल सिद्धांतों को सीख सकते हैं।
  • NSE India: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ऑनलाइन पोर्टल पर भी आप ऑप्शन ट्रेडिंग का कोर्स प्राप्त कर सकते हैं। यहां आपको ऑप्शन की नीतियां, प्रावधान, रणनीतियां, और व्यापारिक उपायों को सीखने का अवसर मिल जाता हैं। अधिक जानकारी के लिए आप गूगल कर सकते हैं।
  • Coursera: Coursera भी एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो ट्रेडिंग संबंधित कोर्स ऑफर करता है। यहां आपको बेसिक से एडवांस ट्रेडिंग तक के सभी विषयों पर कोर्सेज मिल जाएंगे।

यहां मैंने बस कुछ उदाहरण बताये हैं। अभी के समय कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और वेबसाइट्स मौजूद हैं जो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए सामग्री प्रदान करते हैं। इन कोर्सों की मदद से आप ट्रेडिंग के बेहतरीन तथ्यों, रणनीतियों, और ट्रेडिंग के मूल सिद्धांतों को समझ सकते हैं।

साथ ही आप स्वयं को ट्रेडिंग दुनिया में सफल बनाने के लिए तैयार कर सकते हैं। लेकिन आपको किसी फ़र्ज़ी या स्केम वाले कोर्स के चक्कर में फसनें से बचना चाहिए।

FAQ on Option Trading kaise Sikhen

  1. ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

    आज के समय में ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए कई कोर्स उपलब्ध हैं जिन्हें ज्वाइन करके आप ऑप्शन ट्रेडिंग सीख सकते हैं। इसके अलावा आप बुक्स, ब्लॉग्स, यूट्यूब आदि की मदद से भी ऑप्शन ट्रेडिंग सीख सकते हैं। आपको कभी भी ऑप्शन ट्रेडिंग को बिना सीखें नहीं करना चाहिए।

  2. मैं ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरुवात कैसे कर सकता हूँ?

    ऑप्शन ट्रेडिंग करने के आपको एक डीमैट एंड ट्रेडिंग अकाउंट की जरुरत होती हैं। इसे खुलवाने के बाद आप ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं। आप अपने स्टॉक ब्रोकर की मोबाइल एप्प या ट्रेडिंग प्लेटफार्म से ट्रेडिंग कर सकते हैं।

  3. ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए कौन सा ऐप सबसे अच्छा है?

    आप Upstox, ज़ेरोधा, एंजेल वन जैसे डिस्काउंट ब्रोकर्स के साथ में अपनी ट्रेडिंग की शुरुवात कर सकते हैं। ये एप्प्स बहुत ही कम ब्रोकरेज के साथ में अच्छी ट्रेडिंग फैसिलिटी ऑफर करती हैं।

  4. ऑप्शन ट्रेड करने के लिए मुझे कितना पैसा चाहिए?

    ऑप्शन ट्रेडिंग में वैसे कोई निश्चित राशि नहीं हैं। लेकिन आपको एक अच्छा अमाउंट चाहिए होगा जिससे आप एक अच्छा सौदा ले सकें। याद रखिये की ऑप्शन ट्रेडिंग में बहुत ही ज्यादा रिस्क मौजूद होती हैं।

नया ट्रेडर ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें का निष्कर्ष

ऑप्शन ट्रेडिंग जितनी आकर्षक होती हैं उतनी ही रिस्की भी होती हैं। इसलिए मैं आपसे उम्मीद करता हूँ की यदि आपने ऑप्शन ट्रेडिंग करने का फैसला किया हैं तो पहले आप ऑप्शन ट्रेडिंग सीखेंगे फिर इसे करने का प्रयास करेंगे। 

तो दोस्तों, आज आपने जाना की की ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें, Option Trading kaise Sikhen. जानकारी पसंद आई हो तो कृपया इसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर जरूर शेयर करें। 

आपके सवाल और सुझाव कमेंट बॉक्स में आमंत्रित हैं। 

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नमस्कार दोस्तों ! मैं राज कुमार बैरवा पूंजी गाइड ब्लॉग का फाउंडर हूँ। मैं पूंजी गाइड ब्लॉग पर शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड, पर्सनल फाइनेंस से सम्बंधित जानकारियां शेयर करता हूँ।

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