Open Ended Mutual Fund Scheme क्या होती हैं?

आपने म्यूच्यूअल फंड्स से सम्बंधित Open Ended Mutual Fund Scheme का नाम तो सुना ही होगा। आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से Open Ended Mutual Funds के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

इसमें हम जानकारी प्राप्त करेंगे की Open Ended Mutual Fund Scheme क्या होती हैं, इसकी विशेषताएं और इस स्कीम के क्या फायदे और नुकसान हैं।

OPEN ENDED MUTUAL FUND SCHEME IN HINDI

what is Open Ended Mutual Fund Scheme

संरचना (structure) या Maturity के आधार पर किसी भी म्यूच्यूअल फण्ड को दो भागो में बांटा जा सकता हैं –

  • Open Ended Mutual Fund Scheme
  • Close Ended Mutual Fund Scheme

ओपन एंडेड म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम – What is Open Ended Mutual Fund Scheme

Open Ended Mutual Fund Meaning – जैसा की इसके नाम से ही पता चलता हैं इसमें Entry और Exist का कोई समय निर्धारित नहीं होता हैं। बिलकुल आसान भाषा में समझे तो वह म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम जिसमें किसी निवेशक द्वारा कभी भी Entry और Exist किया जा सके वह ओपन एंडेड स्कीम होती हैं।

यहाँ Entry और Exist का से मतलब हैं की कभी भी यूनिट्स ख़रीदी और बेचीं जा सकती हैं। ओपन एंडेड म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम में क्लोज एंडेड स्कीम के समान फ्रेश purchase और सेल पर कोई प्रतिबंध नहीं होता।

किसी भी ऑफिसियल NFO (New Fund Offer) के समाप्त होने के बाद ही Open Ended scheme लांच होती हैं। NFO पीरियड के समाप्त होने के बाद फण्ड में लगातार Buy और Sale शुरू हो जाती हैं। Open Ended Mutual Fund में कोई भी पूर्व निर्धारित Maturity पीरियड भी नहीं होता। इस प्रकार स्कीम में आप जब चाहे अपने निवेश को बेच सकते हैं।

Open Ended Mutual Fund Scheme की विशेषताएं

  • इस प्रकार की स्कीम में Entry और Exist, NAV के आधार पर होती हैं। किसी फण्ड की नेट एसेट वैल्यू प्रत्येक ट्रेडिंग डे के अंत पर निकाली जाती हैं।
  • ओपन एंडेड स्कीम में कोई भी लॉक-इन-पीरियड नहीं होता हैं।
  • इस प्रकार की स्कीम्स में SIP, लम सम, SWP, STP आदि करने की सुविधा उपलब्ध होती हैं।
  • Open Ended Mutual Fund में आप अपनी होल्डिंग की समस्त यूनिट्स को एक साथ बेच सकते हैं।
  • ओपन एंडेड स्कीम में फण्ड हाउस पर यूनिट जारी करने पर कोई भी प्रतिबन्ध नहीं होता। वे चाहे जितनी यूनिट्स जारी कर सकते हैं।
  • फण्ड हाउस द्वारा इस प्रकार की स्कीम्स में निवेशकों की रिडेम्पशन रिक्वेस्ट को पूरा करने के लिए कुछ हिस्सा नकद में रखा जाता हैं।
  • अधिकांश म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम्स ओपन एंडेड म्यूच्यूअल फण्ड की केटेगरी में ही आती हैं। इनकी लोकप्रियता क्लोज एंडेड स्कीम के मुकाबले ज्यादा हैं।

दोस्तों, यहाँ एक बात ध्यान देने योग्य हैं। जैसा की आपने पढ़ा हैं Open Ended Schemes of Mutual Fund में कोई भी लॉक-इन-पीरियड नहीं होता हैं। परन्तु फिर भी अधिकांश ओपन एंडेड म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश को सामान्यतः एक वर्ष के अंदर बेचने पर 1% का Exist Load देना पड़ता हैं।

ELSS Mutual Fund – Open Ended होते हैं या Close Ended

Close Ended Funds वो होते हैं जो NFO के द्वारा ऑफर किये जाते हैं। NFO के पीरियड के समाप्त होने पर इसमें न तो नया निवेश किया जा सकता न बेचा जा सकता हैं।

(i) Open Ended ELSS – इस प्रकार के फंड्स में 3 वर्ष का लॉक-इन-पीरियड होता हैं। लॉक-इन-पीरियड के ख़त्म होने के पश्चात निवेशक अपनी इच्छा अनुसार कभी भी अपना फण्ड बेच सकता हैं।

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लेकिन ओपन एन्ड ELSS में कभी भी नया निवेश किया जा सकता हैं।

(ii) Close Ended ELSS – ये केवल NFO के दौरान ही इन्वेस्ट करने का विकल्प देते हैं। इसमें NFO की समाप्ति के बाद नया निवेश करने का कोई विकल्प नहीं होता।

क्लोज एंड ELSS का निवेश 3 वर्ष के बाद redeem करवाया जा सकता हैं या जो भी समय फण्ड हाउस के द्वारा समय-समय पर निर्धारित किया गया हैं।

क्या Open Ended Fund को Close Ended Fund में बदला जा सकता हैं?

कई बार किसी फण्ड का साइज ज्यादा बड़ा हो जाने पर फण्ड मैनेजर या फण्ड हाउस द्वारा Open Ended फण्ड को Close Ended फण्ड में बदलने का निर्णय लिया जा सकता हैं। किसी म्यूच्यूअल फण्ड का AUM बहुत ज्यादा हो जाने पर फण्ड मैनेजर के पास नए स्टॉक्स में ओर अधिक निवेश करने के विकल्प कम हो जाते हैं।

ऐसी स्थिति में फण्ड हाउस उस स्कीम में सभी फ्रेश इन्वेस्टमेंट बंद कर सकता हैं।

परन्तु ऐसा होने पर फण्ड मैनेजर का निवेशकों की रिडेम्पशन रिक्वेस्ट को पूरा करने का दायित्व होता हैं।

ओपन एंडेड फण्ड के फायदे (Advantages of Open Ended Mutual Fund)

हम में से अधिकांश निवेशक ओपन एंडेड स्कीम में ही निवेश करना पसंद करते हैं, जिसके कई महत्वपूर्ण कारण हैं –

1. High Liquidity – ओपन एंडेड म्यूच्यूअल फण्ड का सबसे बड़ा फायदा हैं इसकी हाई लिक्विडटी। इस प्रकार के फण्ड को आप किसी भी ट्रेडिंग डे पर खरीद और बेच सकते हैं। अगर आपको निवेशित समय के दौरान कभी भी पैसो की आवश्यकता पड़ गई हो तो आप अपना इन्वेस्टमेंट आसानी से बेच सकते हैं।

इसमें Buy और Sale के ट्रांसेक्शन NAV (Net Asset Value) के आधार पर किये जाते हैं।

2. ट्रैक रिकॉर्ड रखने में आसानी – ओपन एंडेड फण्ड में लगातार Buying और selling होने के कारण फण्ड के प्रदर्शन का एक हिस्टोरिकल डाटा उपलब्ध रहता हैं। इस प्रकार फण्ड का ट्रैक रिकॉर्ड या रिटर्न एक निवेशक को फण्ड में निवेश करने के निर्णय लेने में सक्षम बनाता हैं।

3. Systematic Plans की उपलब्धताOpen Ended Funds में इन्वेस्टमेंट और विथड्रावल दोनों प्रकार के ट्रांसेक्शन के लिए Systematic Plans उपलब्ध रहते हैं। जैसे की SIP, SWP, STP आदि।

क्लोज एंडेड स्कीम्स में ऐसा कोई विकल्प मौजूद नहीं रहता हैं।

4. पेशेवर रूप से प्रबंधित प्लान्स – ओपन एंडेड स्कीम्स में अनुभवी फंड मैनेजर होते हैं जो बहुत ही कम लागत पर निवेशकों के फंड को मैनेज करते हैं। फंड मैनेजर अपनी विशेषज्ञता और अनुभव से निवेशकों के लिए बेस्ट रिजल्ट लाने का प्रयास करते हैं।

5. High Returns – अपने डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो के कारण Open Ended Mutual Fund Schemes अपने निवेशकों को लंबे समय में अन्य स्कीम्स के मुकाबले अच्छा रिटर्न बना कर देती हैं।

open ended scheme of mutual funds

ओपन एंडेड स्कीम के नुकसान (Disadvantages of Open Ended Mutual Fund)

दोस्तों, अगर किसी चीज के कुछ फायदे हैं तो उसके कुछ नुकसान भी जरूर होंगे। इसलिए हमेशा अपनी आवश्यकताओं को देखते हुए ही अपने लिए स्कीम का चुनाव करें।

1. अस्थिरता (Volatility) – मार्केट क्रैश या गिरावट की स्थिति में कई निवेशक डर के कारण म्यूच्यूअल फण्ड से अपने पैसे वापस निकालने लगते हैं। इन निवेशकों को पैसे लौटने के लिए फंड मैनेजर को मज़बूरी में पोर्टफोलियो के शेयर्स को कम दाम में बेचना पड़ता हैं।

ऐसी स्थिति में cash inflow और और cash outflow के असंतुलन के कारण सभी निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। मार्केट डाउन होने पर कैश की समस्या होने से फण्ड मैनेजर सस्ते में मिल रहे क्वालिटी शेयर नहीं खरीद पाता।

2. जोखिम (Risk) – इक्विटी निवेश होने के कारण यह फंड रिस्की होते हैं। यह रिस्क मार्केट की वोलैटिलिटी पर निर्भर करती हैं।

3. Easy Liquidity – ओपन एंडेड म्यूच्यूअल फंड्स स्कीम में यूनिट्स को कभी भी आसानी से बेचा जा सकता हैं। हाई लिक्विडिटी के कारण निवेशक लंबे समय तक अपने निवेश को होल्ड नहीं रख पाते हैं।

कई निवेशक बुल मार्केट में ज्यादा निवेश करते हैं और बियर मार्केट में अपना निवेश बेच देते हैं, जो की एक गलत रणनीति हैं।

4. Exist Load – ओपन एंडेड फंड्स में निवेश के एक वर्ष के भीतर निवेशित राशि को रिडीम करने पर 1% का Exist Load देना पड़ सकता हैं।

Open Ended Funds में किसे निवेश करना चाहिए?

वैसे किसी भी फंड में निवेश, इन्वेस्टमेंट के उद्देश्य पर निर्भर करता है। ओपन एंडेड फंड उन निवेशकों के लिए बेस्ट हो सकता है जिन्हें अपने निवेश पर हाई लिक्विडिटी चाहिए।

जो निवेशक हाई रिटर्न्स के लिए कैश फ्लो रिस्क और मार्केट रिस्क लेने को तैयार है वे भी ओपन एंडेड फण्ड में निवेश कर सकते हैं। वे निवेशक जो डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो में निवेश करना चाहते हैं उनके लिए भी इस प्रकार की स्कीम बेस्ट हो सकती हैं।

Best Open Ended Mutual Fund Scheme

बेस्ट म्यूच्यूअल फंड्स को जानने के लिए आप यह आर्टिकल पढ़ सकते हैं। इसमें बताई गई सभी म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम्स ओपन एंडेड म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम्स ही हैं।

निष्कर्ष – Open Ended Mutual Funds

दोस्तों, मैंने इस आर्टिकल के माध्यम से Open Ended Mutual Fund Schemes के सभी पैमानें समझा दिए हैं जैसे की What is Open Ended Mutual Fund Scheme in Hindi, इसके फायदें और नुकसान एवं इससे जुड़े सभी सवाल।

फिर भी आपका इस आर्टिकल से सम्बंधित कोई सवाल या सुझाव हैं तो आपका कमेंट बॉक्स में हार्दिक स्वागत हैं।

जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले।

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नमस्कार दोस्तों ! मैं राज कुमार बैरवा पूंजी गाइड ब्लॉग का फाउंडर हूँ। मैं पूंजी गाइड ब्लॉग पर शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड, पर्सनल फाइनेंस से सम्बंधित जानकारियां शेयर करता हूँ।

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