शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है | 15 सबसे बड़े कारण

“आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे की शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है, Share Market me Nuksan kaise hota hai। किन-किन वजहों से नया निवेशक शेयर मार्केट में नुकसान या लॉस करता हैं?”

अधिकतर लोग शेयर मार्केट में निवेश जरूर करते हैं लेकिन बहुत जल्द नुकसान करके शेयर मार्केट को अलविदा भी कह देते हैं। साथ ही वो शेयर बाजार से पैसा कमाने का अवसर भी हमेशा के लिए गंवा देते हैं।

लेकिन यदि किसी को ये पता चल जाये की शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता हैं तो वो पहले से ही सतर्क हो जाये जिससे उसको कम से कम नुकसान तो नहीं हो।

यदि आप शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले ये आर्टिकल पढ़ रहे हो तो आप काफी समझदार हैं। यदि बाद में भी पढ़ रहे हैं तो आप अब बिलकुल सही राह पर हैं।

आज इस आर्टिकल में हम विस्तार में बात करने वाले हैं की शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है और सबसे महत्वपूर्ण शेयर मार्केट में नुकसान क्यों होता हैं। तो अपनी स्टॉक मार्केट की जर्नी को बेहतरीन बनाने के लिए पढ़ते रहिये।

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शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है | शेयर मार्केट में नुकसान क्यों होता हैं ?

Share Market mein nuksan kaise hota hai

देखिये दोस्तों, शेयर बाजार में नुकसान होने का एक कारण नहीं हैं बल्कि अनेक ऐसे कारण हैं जिसकी वजह से शेयर मार्केट में नुकसान होता हैं। यदि आप इन सभी वजह जो सही डंग से समझ लेते हैं तो आपको शेयर बाजार में नुकसान नहीं होगा।

शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है?

अगर नया व्यक्ति शेयर मार्केट में बिना सीखें और समझें शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग करता हैं तो शेयर मार्केट में नुकसान होने के चान्सेस सबसे अधिक हो जाते हैं। साथ ही टिप्स के आधार पर शेयर खरीदना, स्टॉप लॉस नहीं लगाना, लॉ क्वालिटी शेयर्स में निवेश करना, भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रखना, लोन लेकर ट्रेडिंग करना आदि शेयर मार्केट में नुकसान के कारण हैं। आपके लिए सिर्फ ये जानना काफी नहीं हैं की शेयर मार्केट में लॉस कैसे होता हैं, आपको ये भी समझना पड़ेगा की शेयर मार्केट में नुकसान से कैसे बचें।  

Share Market me Nuksan kaise hota hai

ऐसा नहीं हैं की आपको सिर्फ एक-दो कारण समझने हैं आपको इन सभी कारणों को क्रमानुसार पढ़ने जाना हैं जिससे आपके सभी कांसेप्ट क्लियर हो जायेंगे। चलिए एक-एक करके शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है के सभी कारणों को जान लेते हैं –

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1. शेयर मार्केट में सीखें बिना निवेश या ट्रेडिंग करना

अधिकतर व्यक्ति स्टॉक मार्केट में आते ही इसलिए हैं की वो रातों-रात अमीर हो जाए। लेकिन वास्तव में बिलकुल भी ऐसा नहीं होता। चाहे आप ट्रेडिंग कर रहे हैं या निवेश दोनों में पैसा बनाने में समय लगता हैं।

जहां बात पैसों की आती हैं वहां बिना मेहनत किये कुछ भी नहीं मिलता। यकीन मानिये दोस्तों यदि आप सीख कर स्टॉक मार्केट में कदम रखते हैं तो आपको शेयर मार्केट का गणित पूरा समझ में आ जायेगा और अच्छी वेल्थ बना पाएंगे।

शेयर मार्केट में बिना सीखें क्या होता हैं की लोग बस किसी की टिप्स के आधार पर शेयर्स ख़रीदे और बेचते हैं जिसमें कोई भी रिसर्च शामिल नहीं होती। इसकी वजह से भारी नुकसान हो सकता हैं। दूसरा लोग शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग जैसे की F&O ट्रेडिंग या इंट्राडे ट्रेडिंग करना चालू कर देते हैं जिसमें सर्वाधिक नुकसान होता हैं।

इसलिए एक सफल निवेशक या ट्रेडर बनने के लिए पहले सीखें और फिर विश्वास के साथ मार्केट में आये।

2. समझ में न आने वाले व्यापार में निवेश करना

शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है, इसका दूसरा कारण हैं न समझ में आने वाले बिज़नेस में निवेश करना।

बहुत से लोग ऐसे बिज़नेस में निवेश कर देते हैं जिनका व्यापार उनको बिलकुल भी समझ में नहीं आता। जब आप किसी कंपनी में निवेश करते हैं और लॉन्ग टर्म के लिए उसे होल्ड करना चाहते हैं। तो आपको समय-समय पर उस बिज़नेस को रिव्यु करना होता हैं। जब आप बिज़नेस को ही नहीं समझते तो उस कंपनी को कैसे रिव्यु करेंगे।

जैसे की किसी को बैंक का बिज़नेस बिलकुल भी समझ नहीं आता और साथ में बैंक के फाइनेंसियल स्टेटमेंट पढ़ने में भी दिक्कत आती हैं तो किसी बैंक के शेयर में निवेश करके क्या फ़ायदा।

जब उस बैंक में कुछ गलत होगा वो ही मुझे समझ में नहीं आएगा तो मैं अपनी हार्ड वर्किंग कमाई कैसे उस बैंक में लगा दू।

Risk comes from not knowing what you’re doing.

—  Warren Buffett

विश्व के महानतम निवेशक मिस्टर वारेन बफेट भी ऐसी कंपनियों के स्टॉक में निवेश नहीं करते हैं जो उनको समझ में नहीं आते हैं। इसलिए मेरी राय में भी कोई ऐसा शेयर आपको नहीं चुनना चाहिए जो की आपकी समझ से परे हैं।

3. स्टॉक को उच्चतम प्राइस पर खरीदना

अधिकतर निवेशक जब किसी स्टॉक का प्राइस तेजी से बढ़ने लगता हैं तो वे उस हाई प्राइस पर स्टॉक को खरीद लेते हैं। साथ में उम्मीद करते हैं की वो स्टॉक वहां से ओर बढ़ेगा। लेकिन वास्तव में उनका ये दांव उल्टा पड़ जाता हैं।

जब कोई शेयर लगातार बढ़ता जाता हैं तो ऐसा हो ही नहीं सकता की वो लगातार बढ़ता ही रहेगा। उसमें कभी न कभी करेक्शन जरूर आएगा। इसकी वजह से हाई प्राइस पर खरीदने के बाद आपको नुकसान होने लगता हैं और आप पैनिक में आ कर शेयर को बेच देते हैं। जिसकी वजह से आपको शेयर मार्केट में नुकसान होता हैं।

किसी भी स्टॉक की एक निश्चित समय में बढ़ने की सीमा होती हैं। जब भी कोई क्वालिटी स्टॉक आपको करेक्शन में यानि की गिरती प्राइस पर मिले तब उसे खरीदने का प्रयास करना चाहिए। क्योंकि वहां से हाई टच हो सकता हैं। लेकिन बढ़े हुए शेयर को हाई प्राइस पर खरीदने से नुकसान होने के चांस बढ़ जाते हैं।

Be fearful when others are being greedy, and be greedy when others are fearful.

— Warren Buffett

इसका मतलब हैं की जब सभी खरीद रहे हो तब आपको सचेत हो जाना चाहिए जबकि जब सभी शेयर मार्केट में डरे हुए हैं तब शेयर ख़रीदने चाहिए।

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4. स्टॉप लॉस नहीं लगाना

स्टॉप लॉस एक ट्रेडर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता हैं। इसका इस्तेमाल न करने पर शेयर मार्केट में भारी नुकसान हो सकता हैं। 

अब ये स्टॉप लॉस क्या होता हैं ?

स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करके आप अपने लॉस को लिमिट कर सकते हैं। यदि आप स्टॉक पर स्टॉप लॉस नहीं लगाएंगे तो आपका नुकसान बहुत ही ज़्यादा हो सकता हैं। वही स्टॉप लॉस आर्डर का प्रयोग करने पर आपका लोस लिमिट हो जाता हैं।

जितनी प्राइस पर आपने स्टॉप लॉस सेट किया हैं उतना अधिकतम आपको नुकसान हो सकता हैं।

5. टिप्स के आधार पर शेयर खरीदना

शेयर मार्केट में लॉस कैसे होता है का अगला जवाब हैं टिप्स को फॉलो करना। ये बात तो हैं की अधिकतर लोगों को स्टॉक मार्केट में स्वयं की रिसर्च करने में बहुत आलस्य आता हैं। इसकी वजह से वो अपने दोस्तों, साथ में काम करने वालों की टिप्स के आधार पर शेयर ख़रीदना चालू कर देते हैं।

अब टिप्स वाले स्टॉक्स में क्या होता हैं जब वो गिरने लगता हैं तो बहुत जल्द पैनिक कर जाते हैं। क्योंकि वो शेयर आपने किसी की टिप के आधार पर ख़रीदा हैं इसलिए आपको उसके बिज़नेस का बिलकुल भी पता नहीं होता। जिसकी वजह से आप नुकसान में उस शेयर को बेच देते हैं।

लेकिन वही यदि आपने अपनी रिसर्च और एनालिसिस के बेसिस पर कोई शेयर खरीदा होता तो आपको उस शेयर के गिरने पर भी उस कंपनी में विश्वास होता। जहाँ आपने अनावश्यक लॉस बुक नहीं किया होता।

6. चार्ट इंडिकेटर्स पर ज्यादा भरोसा रखना

एक नया निवेशक शेयर मार्केट में नया-नया चार्ट्स को बहुत ही फॉलो करता हैं। यदि कोई ट्रेडिंग करता हैं तो उसका चार्ट्स वगैरह देखना समझ में आता हैं। लेकिन एक लॉन्ग टर्म निवेशक के लिए चार्ट्स इतने फायदेमंद होते हैं।

जब आप क्वालिटी कंपनी को लंबी अवधि के लिए ख़रीदते हैं तो उसमें निवेशक उस शेयर के चार्ट को देखकर उसे हाई प्राइस पर बेचकर वापस लॉ प्राइस पर ख़रीदने की योजना बनाते हैं। लेकिन ये योजना अक्सर फ़ैल हो जाती हैं। यदि वो शेयर गिरा ही नहीं तो आप क्या करेंगे?

ऐसा करना भी शेयर मार्केट में नुकसान करने का एक तरीका हैं। इसमें जहाँ आपको 100% प्रॉफिट मिलना चाहिए था वहां आप 10% का प्रॉफिट लेकर निकल जाते हैं। इसलिए स्टॉक मार्केट में आपको ऐसी गलतियां करने से बचना चाहिए।

7. लॉ क्वालिटी शेयर्स में निवेश करना

शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है का अगला कारण हैं घटिया कंपनीज में निवेश करना। यदि आप अच्छी कंपनियों में लम्बे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं तो आपको फाइनेंसियल स्टेटमेंट्स थोड़े-बहुत समझ में आने चाहिए।

यदि आप ऐसी कंपनीज में निवेश करते हैं जिनके फाइनेंसियल स्टेटमेंट्स काफी कमजोर होते हैं तो आपको शेयर मार्केट में नुकसान हो सकता हैं। जैसे की मैं आपको कुछ वित्तीय रूप से कमजोर कंपनीज के उदाहरण बताता हूँ –

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  • अंतिम 3 वर्षों में 10% से कम प्रॉफिट और सेल्स ग्रोथ
  • 10% से कम ROE और ROCE
  • लॉस मेकिंग कंपनी
  • हाई डेब्ट कंपनी

अगर आप भी कुछ ऐसी कंपनीज में निवेश करते हैं तो आपको फायदे का तो पता नहीं नुकसान जरूर हो सकता हैं। इसलिए आपको फ़ण्डामेंटली वीक शेयर खरीदने से बचने चाहिए।

उम्मीद हैं दोस्तों, शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है की यहाँ तक की जानकारी आपको समझ में आई होगी। पढ़ना जारी रखें………

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8. न्यूज़ देखकर ट्रेड करना

स्टॉक मार्केट में नुकसान होने की एक वजह हैं न्यूज़ देखकर ट्रेड करना। यदि कोई भी व्यक्ति न्यूज़ चैनल की दी गई कॉल्स के हिसाब से ट्रेड करता हैं तो उसके फसने के चान्सेस सबसे अधिक होते हैं।

न्यूज़ चैनल वाले रिटेल इन्वेस्टर्स को केवल बेवकूफ बनाते हैं। वो आपको ऐसे शेयर बताएँगे जो की ऑपरेटर्स द्वारा ऑपरेट किये जाते हैं जिनमें पम्पिंग एंड डंपिंग की जाती हैं। मतलब की पहले शेयर को बहुत ऊपर पहुंचाया जाता हैं फिर ऑपरेटर्स उस शेयर को बेचना चालू करते हैं जिसकी वजह से रिटेल निवेशक हाई लेवल पर buy करके ट्रैप हो जाते हैं।

दूसरा ये आपको ब्रेकआउट बताते हैं जो की एक लॉन्ग टर्म निवेशक के लिए तो बिलकुल भी मतलब का नहीं हैं। इसलिए यदि आपको शेयर मार्केट में नुकसान से बचना हैं तो न्यूज़ चैनल देखकर कभी भी ट्रेड या निवेश नहीं करना चाहिए। हाँ, आप नॉलेज के लिए न्यूज़ का जरूर इस्तेमाल कर सकते हैं।

9. स्टॉक मार्केट के नियमों का पालन नहीं करना

यदि आप मुझसे पूछेंगे की स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले किसी को क्या सावधानी रखनी चाहिए? तो इसका उत्तर होगा की उसे शेयर बाजार के नियम का पालन करना चाहिए।

जैसे की –

  • जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर निवेश करें
  • लंबी अवधि के लिए निवेश करें
  • मार्केट को टाइम करने का प्रयास न करें
  • प्रत्येक मार्केट क्रैश के बाद मार्केट अच्छी रिकवरी दिखाता हैं।

यदि आप सभी शेयर बाजार के नियमों का पालन करेंगे तो आप नुकसान से बचे रह सकते हैं।

10. भावनाओं पर नियंत्रण न रखना

शेयर मार्केट में लिए इमोशन पर कंट्रोल रखना बहुत ही आवश्यक है। क्योंकि कई बार निवेशक या ट्रेडर अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रख पाते जिसकी वजह से वे गलत निर्णय ले लेते हैं।

इसके अनेक कारण हो सकते हैं जैसे के पैसा गवाने का डर, कम समय में ज्यादा पैसे बनाने लालच आदि। आपको न केवल ट्रेडिंग में बल्कि निवेश में सफलता हासिल करने के लिए हमेशा लॉजिक के आधार फैसले लेने चाहिए। साथ आपको कभी भी अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।

साथ ही शेयर मार्केट में धैर्य रखना भी अतिआवशयक हैं। जब आप अपने ख़रीदे हुए अच्छे शेयर में भी छोटी-मोटी गिरावट पर ही धैर्य खो देते हैं तो आप अपने शेयर को नुकसान में बेच सकते हैं। इसलिए शॉर्ट टर्म में आपको अपने ख़रीदे हुए स्टॉक में नुकसान को देखने की आदत होनी चाहिए।

11. पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई नहीं करना

शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है इसका एक अन्य कारण हैं अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई नहीं करना।

पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई नहीं करने की वजह से बहुत बड़ा नुकसान हो सकता हैं। यदि किसी ने अपना संपूर्ण निवेश सिर्फ 1-2 स्टॉक में ही कर दिया हो और ऐसे में ये दोनों स्टॉक गिरने की वजह से आपको बहुत अधिक नुकसान हो सकता हैं।

इसलिए कभी भी आपको अपना संपूर्ण निवेश 1-2 शेयर्स में नहीं करना चाहिए। आपको अपने पोर्टफोलियो में 10 से 25 स्टॉक्स जरूर रखने चाहिए। इससे आपकी रिस्क बहुत ही कम हो जाएगी। इसमें एक-दो स्टॉक्स के ख़राब प्रदर्शन करने पर भी आपके सम्पूर्ण पोर्टफोलियो पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा।

12. लोन लेकर या उधार के पैसों से स्टॉक मार्केट में पैसे लगाना

कई बार ऐसा देखा गया हैं की कई निवेशकों को शेयर मार्केट में थोड़ा-बहुत प्रॉफिट हो जाने पर वे बहुत ज्यादा लालची कर बैठते हैं। इसलिए वे ज्यादा प्रॉफिट के चक्कर में बैंक से पैसे उधार लेकर, किसी से ब्याज पर पैसे उधार लेकर स्टॉक मार्केट में निवेश कर देते हैं।

लेकिन ये एक गलत रणनीति हो सकती हैं।

क्योंकि आपको अपना लोन या उधार का पैसा एक निश्चित समय में वापस लौटना होता हैं। लेकिन इस निश्चित समय में आपके निवेश पर प्रॉफिट हो ही बिलकुल भी निश्चित नहीं हैं।

यदि आपके खरीदें हुए शेयरों के दामों में गिरावट आ जाए तो इस स्थिति में आप उन स्टॉक्स को होल्ड नहीं कर पाएंगे। क्योंकि लगाया हुआ पैसा उधार का हैं जिसे आपको वापस भी करना हैं। इसके लिए आपको उन स्टॉक्स को नुकसान में ही बेचकर पैसा वापस लौटना होता हैं। इसमें खाया-पिया कुछ नहीं और साथ में नुकसान ओर हो गया, वाली स्थिति हो जाती हैं।

इसलिए आपको कभी भी शेयर बाजार में उन्हीं पैसों को निवेश करना चाहिए जिनकी आपको निकट भविष्य में आवश्यकता नहीं हैं। शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है, इसका एक बहुत बड़ा कारण लोन के पैसों से निवेश करना ही हैं।

13. लॉस को होल्ड करना जबकि प्रॉफिट को बुक करना

शेयर मार्केट में नुकसान होने का एक बड़ा कारण है लॉस को होल्ड करना और प्रॉफिट को बेच देना। अधिकतर निवेशक क्या करते हैं की यदि उन्हें किसी स्टॉक में छोटा सा प्रॉफिट हो जाए तो वे बहुत ज्यादा उत्तेजित हो जाते हैं और उस प्रॉफिट को बुक करके उस स्टॉक से बाहर हो जाते हैं। ये तो ऐसा ही हुआ जैसे की सोने का अंडा देने वाली मुर्गी को काटकर एक साथ सभी अंडे निकालने का प्रयास करना।

दूसरी ओर यदि उन्हें कोई स्टॉक में नुकसान हो रहा है या उनका गलत इन्वेस्टमेंट हो गया है तो वे उस स्टॉक को लंबे समय तक होल्ड रखते हैं जिनमें उनका नुकसान बढ़ते ही जाता है। लेकिन यह गलत रणनीति होती है।

यदि निवेश करने के बाद में आपको लगता है कि आपका निर्णय गलत हो चुका है और वह कंपनी निवेश के लायक नहीं है तो आपको अपना निवेश बेचकर उस कंपनी को एग्जिट कर देना चाहिए। लेकिन अधिकतर निवेशक इसका विपरीत करते हैं। वे क्वालिटी और मजबूत कंपनियों के शेयर से छोटे से प्रॉफिट में निकल जाते हैं जबकि घटिया कंपनी के शेयर में लॉस बुक कर के बैठे रहते हैं।

14. पैनी स्टॉक्स में निवेश करना

कई निवेशकों को ऐसा लगता है कि ₹1 या ₹2 या ₹5 वाले शेयर काफी सस्ते होते हैं और यह आगे जाकर बड़े मल्टीबैगर शेयर बन सकते हैं। लेकिन दोस्तों, आपको यह बताना चाहूंगा कि प्राइस के हिसाब से कोई भी शेयर सस्ता या महंगा नहीं होता।

यदि कोई शेयर जो आपको बहुत ही कम भाव पर मिल रहा है तो इसका मतलब है कि उस कंपनी में कुछ तो गड़बड़ जरूर है वरना उस कंपनी का शेयर प्राइस इतना नीचे नहीं रह सकता।

जैसे कि आप MRF के शेयर को ही देख ले जो आज लगभग ₹1,00,000 का है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इस शेयर में अब निवेश किया ही नहीं जा सकता। अधिकतर निवेशक पेनी स्टॉक्स में निवेश करके जल्दी अमीर होना चाहते हैं।  परन्तु आपको यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि पेनी स्टॉक्स में निवेश करने का मतलब है कि बहुत ज्यादा रिस्क उठाना।

15. एक साथ बहुत पैसा निवेश कर देना

यदि किसी निवेशक के पास में बहुत सारा पैसा एक साथ होता है और वह स्टॉक मार्केट में उन्हें एक साथ ही निवेश कर देता है तो इससे रिस्क की मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाती है। क्योंकि मार्केट यदि उस समय हाई लेवल पर चल रहा हैं और उसके बाद में अच्छा-खासा करेक्शन आता है तो इससे आपका निवेश बहुत तेजी से डाउन हो सकता है।

इसलिए आपको एक साथ बड़ा अमाउंट कभी भी स्टॉक मार्केट में निवेश नहीं करना चाहिए। आप थोड़ा-थोड़ा करके अच्छी क्वालिटी कंपनीज को खरीद सकते हैं जो कि एक बहुत ही अच्छी रणनीति होती है।

एक साथ पैसा निवेश करने से यदि मार्केट डाउन होता है तो आपके पास में उस डाउन मार्केट में अच्छे शेयर्स को खरीदने के लिए बिल्कुल भी पैसे नहीं बचते। इसलिए शेयर मार्केट में नुकसान से बचने के लिए बड़ा अमाउंट निवेश करने से बचे।

FAQ : शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है ?

  1. शेयर मार्केट की शुरुआत कैसे करे?

    शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए आपको एक डीमैट अकाउंट खुलवाना होगा। उसके बाद बाद आप शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं।

  2. शेयर मार्केट में नुकसान कब होता है?

    जब शेयर्स को ज्यादा प्राइस पर खरीदकर कम प्राइस में बेचा जाता हैं तो नुकसान होता हैं। वही शॉर्ट सेल्लिंग में इसका उल्टा होता हैं।

  3. शेयर मार्केट में लोग फेल क्यों होते हैं?

    इसका सीधा सा एक कारण हैं बिना तैयारी के स्टॉक मार्केट में आना। शेयर मार्केट में बिना सीखें कदम रखने का मतलब हैं की फ़ैल होने के चांसेस सबसे ज्यादा हैं।

  4. शेयर मार्केट के नुकसान को कम कैसे करें?

    ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करके नुकसान को कम किया जा सकता हैं।

निष्कर्ष

शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है, का सार यही है कि आपको शेयर मार्केट में निरंतर सीखना होगा और अपने ज्ञान को बढ़ाना होगा। शेयर मार्केट में वे ही व्यक्ति सफल होते हैं जो कि निरंतर सीखते हैं।

उम्मीद हैं दोस्तों, शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है या स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले किसी को क्या सावधानियां रखनी चाहिए का ये आर्टिकल आपको अच्छा लगा होगा। आपके कोई भी सवाल हो तो आप मुझे कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूछ सकते हैं और यदि आपको ये आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे सोशल मीडिया नेटवर्क्स पर जरूर शेयर करें।

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नमस्कार दोस्तों ! मैं राज कुमार बैरवा पूंजी गाइड ब्लॉग का फाउंडर हूँ। मैं पूंजी गाइड ब्लॉग पर शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड, पर्सनल फाइनेंस से सम्बंधित जानकारियां शेयर करता हूँ।

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